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ग़लत जानकारी

2021 में कोविड महामारी के दौरान, इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत के एक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्चे का टीकाकरण किया जा रहा है.
© UNICEF/Ulet Ifansasti

कोविड-19 व बढ़ती भ्रामक जानकारी के कारण, करोड़ों बच्चे जीवनरक्षक टीकों से वंचित

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने आगाह किया है कि 2019 और 2021 के दौरान, कोविड-19 महामारी और सशस्त्र संघर्ष के कारण आए व्यवधानों से, दुनिया भर में लगभग 6 करोड़ 70 लाख बच्चे, एक या एक से अधिक आवश्यक टीकों से वंचित रह गए. इसके अलावा, वैक्सीन पर भरोसे में आई कमी भी इसकी एक बड़ी वजह है.

ल्ली, भारत के बच्चे मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं
UNICEF/UN036675/Sharma

UNESCO: ऑनलाइन माध्यमों को नियमित करने के लिए दिशा-निर्देशों पर चर्चा

संयुक्त राष्ट्र के शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने ऑनलाइन माध्यमों को नियमित करने हेतु, वैश्विक दिशा-निर्देशों के मसौदे पर चर्चा के लिए पहली बार एक सम्मेलन आयोजित किया जो गुरूवार को पेरिस में सम्पन्न हुआ. सम्मेलन में ऑनलाइन माध्यमों पर झूठी जानकारी के फैलाव को देखते हुए, जानकारी प्राप्त करने और सूचना प्राप्ति के अधिकार को बनाए रखने का आहवान किया गया है.

एक व्यक्ति अपने लैपटॉप पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है.
World Bank/Simone D. McCourtie

कोविड-19: देशों से भ्रामक सूचनाओं की बाढ़ पर रोक लगाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र और उसके साझीदार संगठनों ने सभी देशों से भ्रामक सूचनाओं की भरमार (Infodemic) पर अंकुश लगाने आग्रह किया है. यूएन एजेंसियों ने आगाह किया है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान वास्तविक और वर्चुअल/ऑनलाइन दुनिया में ग़लत जानकारियों की भरमार हो गई है.