ग़ैर-ंसंचारी रोग

शारीरिक रूप से सक्रिय रहने व व्यायाम करने से सेहत में सुधार आता है.
Unsplash/Jonathan Borba

शारीरिक शिथिलता के कारण, 50 करोड़ लोगों पर ग़ैर-संचारी बीमारी का जोखिम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी की गई है कि वर्ष 2020 और 2030 के बीच, 50 करोड़ लोगों के हृदय रोग, मोटापे, डायबिटीज़ और अन्य ग़ैर-संचारी बीमारियों का शिकार होने की आशंका है, जिसकी एक बड़ी वजह शारीरिक निष्क्रियता होगी. संगठन ने व्यायाम से प्राप्त होने वाले लाभों को बढ़ावा देने के लिये देशों की सरकारों से तत्काल कार्रवाई की पुकार लगाई है.

घाना के अस्पताल में एक नर्स, दो साल की कैंसर पीड़ित बच्ची की नब्ज़ जाँच रही हैं.
WHO/Ernest Ankomah

ग़ैर-संचारी रोगों का मुक़ाबला करने की पहल का स्वागत

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डायबिटीज़, कैंसर, हृदय और फेफड़ों से सम्बन्धित बीमारियों जैसे ग़ैर-संचारी रोगों से होने वाली मौतों में कमी लाने की ख़ातिर, दुनिया की फिर से पटरी पर वापसी के लिये, राष्ट्राध्यक्षों और सरकार अध्यक्षों का एक समूह गठित किये जाने का स्वागत किया है. 

इण्डोनेशिया के जयापुरा में एक स्वास्थ्यकर्मी महिला के रक्त में शुगर की जाँच करते हुए.
UNICEF/Shehzad Noorani

ग़ैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम के लिये सर्वोत्तम उपायों में निवेश पर बल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि निम्न- और निम्नतर से मध्य आय वाले देशों में प्रति वर्ष, प्रति व्यक्ति एक डॉलर से भी कम अतिरिक्त निवेश करके, वर्ष 2030 तक लगभग 70 लाख मौतों की रोकथाम की जा सकती है. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने ग़ैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम व उपचार के नज़रिये से, तत्काल उपाय किये जाने पर बल दिया है. 

इण्डोनेशिया के जयापुरा में एक स्वास्थ्यकर्मी महिला के रक्त में शुगर की जाँच करते हुए.
UNICEF/Shehzad Noorani

इन्सुलिन सुलभता बढ़ाने और डायबिटीज़ मौतों की संख्या घटाने के लिये ग्लोबल कॉम्पैक्ट 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डायबिटीज़ (मधुमेह) की विकराल होती चुनौती की पृष्ठभूमि में सस्ती इन्सुलिन की उपलब्धता व पहुँच को बढ़ाने के लिये, अपने प्रयास तेज़ किये हैं. इस जीवनदायी दवा की खोज के 100 वर्ष पूरे होने के मौक़े पर, ‘ग्लोबल डायबिटीज़ कॉम्पैक्ट’ पेश किया गया है जिसका एक अहम उद्देश्य, उन निम्न व मध्य आय वाले देशों में गुणवत्तापूर्ण इन्सुलिन की सुलभता सुनिश्चित करना है जहाँ फ़िलहाल, इसकी माँग को पूरा कर पाना मुश्किल है.    

इण्डोनेशिया के जयापुर में एक स्वास्थ्यकर्मी महिला के रक्त में शर्करा की जाँच करते हुए.
UNICEF/Shehzad Noorani

ग़ैर-संचारी बीमारियों के कारण पहले की तुलना में ज़्यादा संख्या में मौतें 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि दुनिया में मौतों की 10 प्रमुख वजहों में से 7 के लिये ग़ैर-संचारी रोग ज़िम्मेदार हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक पिछले दो दशकों में यह आँकड़ा तेज़ी से बढ़ा है और हृदय रोग अब भी विश्व में सबसे बड़ी संख्या में मौतों का कारण है.