एआई

एक उम्र दराज़ व्यक्ति स्मार्ट फ़ोन का इस्तेमाल करते हुए.
Unsplash/Joshua Hoehne

उम्र दराज़ लोगों के लिये एआई के लाभ और ख़तरे रेखांकित

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI) प्रौद्योगिकियाँ उम्रदराज़ लोगों के स्वास्थ्य व रहन-सहन को बेहतर बना सकती हैं, बशर्ते कि इन प्रौद्योगिकियों के डिज़ायन, क्रियान्वयन और प्रयोग में से, उम्र की छाप यानि आयुवाद को हटा दिया जाए.

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI), दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल के प्रावधान बढ़ाने में मदद कर सकती है.
Unsplash/Michael Dziedzic

कृत्रिम बुद्धिमता प्रणालियों से निजता के लिये जोखिम - तत्काल कार्रवाई की मांग

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेंस / एआई) की उन प्रणालियों की बिक्री व इस्तेमाल पर स्वैच्छिक रोक लगाए जाने का आग्रह किया है, जिनसे मानवाधिकारों के लिये गम्भीर जोखिम पैदा हो सकते हैं.

ब्यूनस आयर्स की मेट्रो ट्रेन में पांच साल कि कियारा सस्ते सामान बेच कर कुछ पैसे जुटा रही हैं.
UNICEF/Sebastian Rich

बढ़ती असमानता से निपटने के लिए निरंतर प्रयासरत यूएन

टिकाऊ विकास का 2030 एजेंडा, संयुक्त राष्ट्र की एक ऐसी महत्वाकांक्षी योजना की रूपरेखा है जिसके ज़रिए पहले से बेहतर और टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत दुनिया में व्याप्त असमानता को भी कम किए जाने की अपील की गई है लेकिन वैश्विक असमानता बढ़ती जा रही है. इसे कैसे रोका जा सकता है?