धरोहर

फ्राँस की लोकप्रिय ब्रैड, यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल.
Unsplash/Sergio Arze

यूनेस्को: फ्रांस की लोकप्रिय ब्रैड ‘बगेट’, चीन में चाय आयोजन, संरक्षित धरोहर सूची में

ग्वाटेमाला में पवित्र सप्ताह का आयोजन, चीन में पारम्परिक चाय के लिए की जाने वाली तैयारियाँ, और फ़्रांस में दैनिक उपयोग में लाई जाने वाली लोकप्रिय ब्रैड - बगेट से जुड़ा कुटीर ज्ञान. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने इन सभी सांस्कृतिक प्रथाओं व अभिव्यक्तियों को अपनी विरासत सूची में मान्यता दी है.

अमेरिका में कोलोरैडो नदी द्वारा बनाई गई अदभुत प्राकृतिक कृतियाँ. इन्हें यूनेस्को ने 1979 में प्रतिष्ठित विश्व विरासत सूची में शामिल किया था जिनमें पिछले दो अरब वर्षों का भोगोलिक इतिहास समाया हुआ है.
UN News/Elizabeth Scaffidi

यूनेस्को: स्मारक व स्थल दिवस पर जलवायु कार्रवाई की महत्ता रेखांकित

संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन – यूनेस्को ने सोमवार को अन्तरराष्ट्रीय स्मारक और विरासत स्थल दिवस के अवसर पर आगाह किया है कि इस समय दुनिया भर में हर तीन में से एक प्राकृतिक स्थल और छह में से एक सांस्कृतिक स्थल, जलवायु परिवर्तन के जोखिम का सामना कर रहे हैं.

पार-ईरानी रेल मार्ग पर एक पुल को पार करती मालवाहक ट्रेन.
©UNESCO/Hossein Javadi;

यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में नए स्थल, एक भारतीय मन्दिर को भी मिली जगह

भारत में एक प्राचीन मन्दिर और स्पेन के एक सांस्कृतिक भूदृश्य को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिष्ठित ‘विश्व धरोहर स्थल’ की सूची में सम्मिलित किया गया है.

भारत के राजस्थान प्रदेश की राजधानी जयपुर के निकट एक क़िले में सैलानी हाथियों की सवारी करते हुए.
© Eric Ganz

कोविड-19 से तबाह हुए पर्यटन क्षेत्र को हरित तरीक़े से उबारने की ज़रूरत

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि पर्यटन केवल कुछ सांस्कृतिक स्थलों का दौरा करना या कुछ सौन्दर्यपूर्ण ट्रॉपिकल यानि उष्णकटिबन्धीय तटों पर तैराकी का आनन्द लेना भर नहीं है, पर्यटन दुनिया के कुछ सर्वाधिक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्रों में से एक है.

आया सोफ़िया, इस्ताम्बुल.
UN News/Jing Zhang

तुर्की द्वारा ऐतिहासिक 'आया सोफ़िया' का दर्जा बदले जाने पर यूनेस्को ने जताया खेद

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवँ सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने तुर्की के उस फ़ैसले पर गहरा खेद जताया है जिसमें किसी विचार-विमर्श के बिना ही प्राचीन ‘आया सोफ़िया’ (Hagia Sophia) धरोहर को मस्जिद मे बदलने की बात कही गई है. ग़ौरतलब है कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एरदोआन ने इस सिलसिले में शुक्रवार को एक आधिकारिक आदेश पर हस्ताक्षर किये हैं. इससे पहले यूएन एजेंसी ने तुर्की से अपने दायित्वों का निर्वहन करने और ‘आया सोफ़िया” का दर्जा विश्व धरोहर सूची में एक संग्रहालय के तौर पर बनाए रखने की अपील की थी.