संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की आँच में झुलस रही दुनिया को राहत दिलाने में धार्मिक नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन चार प्रमुख क्षेत्रों की ओर ध्यान आकृष्ट किया है जिनमें एकजुट कार्रवाई को बढ़ावा देने में धर्मगुरू अपना सहयोग दे सकते हैं.
अपनी तीन-दिवसीय न्यूज़ीलैंड यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने क्राइस्टचर्च की मस्जिदों में हुए हमले के पीड़ितों को श्रृद्धांजलि दी है. 15 मार्च को शुक्रवार की नमाज़ के दौरान एक बंदूकधारी ने दो मस्जिदों पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें 51 लोग मारे गए. हमले का सीधा प्रसारण बंदूकधारी ने सोशल मीडिया पर किया था.
दुनिया भर में उपासना स्थलों पर नफ़रत से प्रेरित हमलों पर चिंता जताते हुए एलायंस ऑफ सिविलाइज़ेशन्स (UNAOC) के उच्च प्रतिनिधि मिगेल एन्गेल मोराटिनोस ने कहा है कि वह भारी मन से अज़रबेजान की राजधानी बाकू में वार्षिक फ़ॉरम का उद्घाटन कर रहे हैं. इस मंच से मानवीय एकजुटता कायम करने और हिंसा की रोकथाम करने के लिए सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा दिया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतॉनियो गुटेरेश ने कहा है कि सभी धर्मों और मतों के श्रद्धालुओं के प्रति असहिष्णुता और नफ़रत से प्रेरित हिंसा एक बेहद चिंताजनक रुझान है और, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इस पर तुरंत क़ाबू पाया जाना बहुत ज़रूरी.