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धार्मिक सहिष्णुता

यूएन प्रमुख ने धार्मिक नेताओं से सहिष्णुता और समरसता के संदेश को बढ़ावा देने की अपील की है.
UN Photo/ Rick Bajornas

कोविड-19: जवाबी कार्रवाई और वैश्विक एकजुटता में धर्मगुरुओं की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की आँच में झुलस रही दुनिया को राहत दिलाने में धार्मिक नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन चार प्रमुख क्षेत्रों की ओर ध्यान आकृष्ट किया है जिनमें एकजुट कार्रवाई को बढ़ावा देने में धर्मगुरू अपना सहयोग दे सकते हैं. 

क्राइस्टचर्च में अल नूर मस्जिद जाने के बाद मीडिया से बात करते यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश.
UN Photo/Mark Garten

क्राइस्टचर्च में यूएन प्रमुख ने सहिष्णुता और एकजुटता की अपील की

अपनी तीन-दिवसीय न्यूज़ीलैंड यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने क्राइस्टचर्च की मस्जिदों में हुए हमले के पीड़ितों को श्रृद्धांजलि दी है. 15 मार्च को शुक्रवार की नमाज़ के दौरान एक बंदूकधारी ने दो मस्जिदों पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें 51 लोग मारे गए. हमले का सीधा प्रसारण बंदूकधारी ने सोशल मीडिया पर किया था.

हैदर अलियेफ़ केंद्र को इराक़ी-ब्रितानी आर्किटेक्ट ज़ाहा हदीद ने डिज़ाइन किया.
UN News/Elizabeth Scaffidi

संघर्ष और हिंसक चरमपंथ की रोकथाम के लिए सांस्कृतिक संवाद ज़रूरी

दुनिया भर में उपासना स्थलों पर नफ़रत से प्रेरित हमलों पर चिंता जताते हुए  एलायंस ऑफ सिविलाइज़ेशन्स (UNAOC) के उच्च प्रतिनिधि मिगेल एन्गेल मोराटिनोस ने कहा है कि वह भारी मन से अज़रबेजान की राजधानी बाकू में वार्षिक फ़ॉरम का उद्घाटन कर रहे हैं. इस मंच से मानवीय एकजुटता कायम करने और हिंसा की रोकथाम करने के लिए सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा दिया जाता है.   

श्रीलंका में अप्रैल 2019 में गिरिजाघरों पर हुए चरमपंथी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतॉनियो गुटेरेश ने न्यूयॉर्क स्थित श्रीलंका के स्थाई मिशन में शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए.
UN Photo/Eskinder Debebe

नफ़रत ‘हर एक के लिए खतरनाक है’, नफ़रत को समाप्त करने के लिए एकजुट प्रयासों का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतॉनियो गुटेरेश ने कहा है कि सभी धर्मों और मतों के श्रद्धालुओं के प्रति असहिष्णुता और नफ़रत से प्रेरित हिंसा एक बेहद चिंताजनक रुझान है और, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इस पर तुरंत क़ाबू पाया जाना बहुत ज़रूरी.