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दुष्प्रचार

CAS प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागी.
© UNICEF/Sandeep Biswas

भारत: दुष्प्रचार व दुस्सूचना से निपटने के लिए, यूनीसेफ़ की अनूठी पहल

भारत में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने कोविड-19 महामारी के दौरान ग़लत व झूठी जानकारी का प्रसार रोकने के लिए, ‘आलोचनात्मक मूल्यांकन कौशल (Critical Appraisal Skills – CASकी शक्ति का उपयोग किया, जिससे महामारी व टीकाकरण से जुड़ी भ्रान्तियों को दूर करने व टीकाकरण अभियान में एक नई जान फूँकने में मदद मिली

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रौद्योगिकी दूत, अवर महासचिव अमनदीप सिंह गिल.
UN News

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के त्वरित विकास से उत्पन्न सम्भावित जोखिम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हाल ही में डिजिटल मंचों पर Information Integrity यानि सूचना सत्यनिष्ठा पर केन्द्रित अपनी एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट में आगाह किया है कि देशों को, ऑनलाइन मंचों पर नफ़रत और झूठ के फैलाव से उत्पन्न गम्भीर ख़तरों से निपटने की ज़रूरत है.

हमने इसी सन्दर्भ में, यूएन महासचिव के टैक्नॉलॉजी दूत अमनदीप सिंह गिल के साथ ख़ास बातचीत करके जानना चाहा कि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास से, किस तरह की प्रमुख चिन्ताएँ दरपेश हैं...(वीडियो)

अमेरिका में प्रदर्शनकारी बढ़ती नफ़रत के विरोध में सड़कों पर उतरे हैं.
© Unsplash/Jason Leung

हेट स्पीच: हवा के रुख़ को उलटने की दरकार

ये कहना दुखद ही है कि नफ़रत के विनाशकारी प्रभाव कोई नए नहीं हैं. अलबत्ता इसका दायरा और प्रभाव, आज के दौर में नई संचार प्रौद्योगिकियों के कारण बहुत बड़े हो गए हैं, इतने कि हेट स्पीच यानि नफ़रत भरी भाषा, वैश्विक स्तर पर विभाजनकारी विचारधाराओं और बड़बोलेपन को फैलाने के लिए, बहुत ज़्यादा प्रयोग किए जाने वाले तरीक़ों में से एक बन गई है. 

सोशल मीडिया कम्पनियों पर नफ़रत भरे सन्देश बढ़ने पर चिन्ता जताई गई है.
© Unsplash

दुस्सूचना पर क़ाबू पाने के लिए, सोशल मीडिया सत्यनिष्ठता के नए दौर की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने डिजिटल मंचों पर सूचना सत्यनिष्ठा की वृद्धि के लिए तैयार की गई एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट, सोमवार को जारी करते हुए कहा है कि देशों को, ऑनलाइन मंचों पर नफ़रत और झूठ के फैलाव से उत्पन्न गम्भीर वैश्विक नुक़सान से निपटने की ज़रूरत है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की एक वर्चुअल प्रैस कान्फ्रेंस कवर करते हुए पत्रकार
UN Photo/Mark Garten

प्रैस की स्वतंत्रता पर, दुनिया भर में हमले

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को कहा है कि दुष्प्रचार, हेट स्पीच और पत्रकारों के ख़िलाफ़ हमले, दुनिया भर में प्रैस की स्वतंत्रता को जोखिम में डाल रहे हैं. उन्होंने प्रैस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, उन लोगों के साथ और ज़्यादा एकजुटता दिखाने की पुकार लगाई है, जो हम तक समाचार पहुँचाते हैं.

दक्षिण कोरिया के इंजीनियर, दक्षिण सूडान में परिवहन बुनियादी ढाँचे को बहाली के तहत एक सड़क की मरम्मत करते हुए. (फ़ाइल फ़ोटो)
UNMISS/Amanda Voisard

विश्वसनीय सूचना ‘जीवन व मृत्यु का एक मामला’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में ‘सूचना तक पहुँच’ को एक मानवाधिकार बताते हुए रेखांकित किया कि शान्तिरक्षकों के लिये, ये स्थिति जीवन और मृत्यु का मामला हो सकता है, और शान्ति व युद्ध के बीच अन्तर का भी.

मारियुपोल के ऐज़ोवस्टार स्टील प्लांट से आमजन को सुरक्षित निकाला जा रहा है.
© UNOCHA/Kateryna Klochko

यूक्रेन: पत्रकारों के लिये बढ़ा ख़तरा, मानवाधिकार विशेषज्ञों की चेतावनी  

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने यूक्रेन में पत्रकारों को निशाना बनाये जाने पर चिन्ता जताते हुए कहा है कि रूसी आक्रमण के बाद से, पत्रकारों को अपने कामकाज के दौरान अभूतपूर्व जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है.

यूएन मानवाधिकार परिषद के एक सत्र का दृश्य
UN Photo/Jean-Marc Ferré

मानवाधिकार परिषद: ‘झूठी ख़बरों’ पर लगाम कसने के लिये प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सदस्य देशों ने यूक्रेन के आग्रह पर शुक्रवार को झूठी ख़बरों (fake news) और भ्रामक जानकारी के फैलाव से निपटने के लिये, एक कार्ययोजना को पारित किया है. इस प्रस्ताव को व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ, मगर यह सर्वसम्मति से पारित नहीं हो पाया. 

संयुक्त राष्ट्र, वैक्सीन के बारे में फैली भ्रान्तियाँ दूर करने और सही जानकारी फैलाने के लिये प्रयासरत है.
UN Photo/Manuel Elias

क्या आप वाक़ई ये शेयर करना चाहते हैं? ऑनलाइन भ्रान्तियों व तथ्यों में अन्तर!

वर्ल्ड वाइब वेब (www) का ईजाद होने के बाद से, हमें जानकारी और सूचनाओं की असीम उपलब्धता हो गी है. मगर हमें ख़तरनाक दुष्प्रचार और ग़लत जानकारी के फैलाव से भी दो-चार होना पड़ रहा है. दुष्प्रचार का मुक़ाबला करने के लिये, संयुक्त राष्ट्र द्वारा चलाए जा रहे अभियान – Verified के तहत, तथ्यों को, भ्रान्तियों व ग़लत जानकारी से छानने के लिये, एक ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया गया है. इसका मक़सद नाज़ुक हालात वाले लोगों को सम्भावित नुक़सान बचाने में मदद करना भी है.

कभी कभी कोई सूचना या जानकारी आगे बढ़ाने यानि शेयर करने से फ़ायदा होने के बजाय नुक़सान भी होता है. यूएन का पॉज़ अभियान - #takecarebeforeyoushare
UN Social Media

#PledgetoPause: दुष्प्रचार पर लगाम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने विश्व भर के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोई भी ऑनलाइन सन्देश या सामग्री शेयर करने से पहले #PledgetoPause यानि पल भर रुक कर सोचने का संकल्प लें. झूठी सूचना व ग़लत जानकारी फैलने से रोकने के लिये ये अभियान शुरू किया गया है. यह पहल लोगों के आचरण में बदलाव लाने के उस व्यापक अभियान के तहत शुरू की गई है जिसका उद्देश्य तेज़ी से फैलती अफवाहों के बढ़ते असर को रोकने में मदद के लिये, सोशल मीडिया के इस्तेमाल का नया चलन शुरू कराना है.