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दक्षिण-पूर्व एशिया

भारत को कोलकाता में, एक 13 वर्षीय लड़का, ब्रेल लिपि पढ़ते हुए.
© UNICEF/Anita Khemka

WHO: नेत्रहीनता व दृष्टिबाधिता से निपटने के लिए सार्वभौमिक नेत्र कवरेज की दरकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशिया में दृष्टि हानि और दृष्टिबाधिता के बढ़ते अनुपातहीन बोझ से निपटने के लिए, सर्वजन को गुणवत्तापूर्ण, सस्ती, एकीकृत एवं जन-केन्द्रित व्यापक नेत्र देखभाल प्रदान करने के लिए त्वरित कार्रवाई का आहवान किया है.

नेपाल की सेना और यूनीसेफ़ ने नेपालगंज के एक अस्पताल में ज़्यादा भीड़ होने की वजह से एक मेडिकल टैण्ट लगाया है.
© UNICEF Nepal

कोविड-19: प्रभावित देशों को सैकड़ों मीट्रिक टन चिकित्सा सामग्री की सहायता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में आए तेज़ उछाल के मद्देनज़र 340 मीट्रिक टन ज़रूरी चिकित्सा सामग्री और दवाएँ प्रदान की हैं. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी प्रभावित देशों को जवाबी कार्रवाई में हरसम्भव सहायता सुनिश्चित करते हुए मौजूदा ज़रूरतों का पूरा करने के लिये संगठित प्रयासों में जुटी है.  

दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में कोविड-19 की रोकथाम के लिये टीकाकरण की तैयारियाँ चल रही हैं.
© UNICEF Viet Nam/Truong Viet Hung

कोविड-19: दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में टीकाकरण की अभूतपूर्व तैयारी 

भारत, इण्डोनेशिया सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान की तैयारियाँ चल रही हैं जिनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन का क्षेत्रीय कार्यालय हरसम्भव सहायता प्रदान कर रहा है. इस क्षेत्र में स्थित देशों में पोलियो उन्मूलन अभियान में सफलता मिली थी और उस मुहिम के अनुभव व सबक़ का इस्तेमाल कोरोनावायरस से निपटने के लिये भी किया जा रहा है.

भारत के मुम्बई में एक लड़की सामुदायिक स्नानघर में हाथ धो रही है.
© UNICEF/Dhiraj Singh

कोविड-19: दक्षिण-पूर्व एशिया में अब भी अत्यधिक सतर्कता बरतना ज़रूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ज़ोर देकर कहा है कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कोविड-19 मामलों की संख्या में कुछ गिरावट देखने के बावजूद जवाबी कार्रवाई में ज़रा भी कोताही बरतने से हर हाल में बचना होगा. यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक महामारी अब भी निर्बाध रूप से फैल रही है और संक्रमणों के फैलाव को दबाने के लिये कार्रवाई को और भी ज़्यादा मज़बूत बनाए जाने की आवश्यकता है.