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डिजिटल युग

यूएन के न्यूयॉर्क मुख्यालय में महिलाओं की स्थिति पर आयोग के 67वें सत्र की बैठक सोमवार को शुरू हुई.
UN Photo/Manuel Elias

महिलाओं पर यूएन आयोग की बैठक आरम्भ, अधिकारों के लिए बढ़ते जोखिमों पर चिन्ता

महिलाओं की स्थिति पर आयोग (Commission on the Status of Women/CSW) का 67वाँ सत्र, सोमवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में आरम्भ हुआ है, जिसमें नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशाल लैंगिक खाई को पाटने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा.

भारत जैसे देशों में महामारी से निपटने और टिकाऊ व समावेशी पुनर्बहाली के प्रयासों में डिजिटल कनेक्टिविटी अहम  है.
United Nations/Chetan Soni

डिजिटल खाई को पाटते समय अवरोध-रूपी विषमताओं से निपटना ज़रूरी

विश्व भर में डिजिटल टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल अविश्वसनीय गति से बढ़ रहा है – मगर यह समतापूर्ण ढँग से नहीं हो रहा है. यूएन विकास कार्यक्रम में मुख्य डिजिटल अधिकारी रॉबर्ट ऑप्प ने अपने इस लेख में बताया है कि वंचित और निर्बल समुदायों को इण्टरनेट के दायरे में लाने और सार्वभौमिक जुड़ाव को सम्भव बनाने के लिये किन बातों का ख़याल रखा जाना होगा... 

इक्वाडोर में महिला अधिकारों के लिये प्रदर्शन.
UN Women/Johis Alarcón

पेरिस फ़ोरम में यूएन महासचिव - लैंगिक समानता को वास्तविकता में बदलने का आहवान

महिला सशक्तिकरण के लिये संयुक्त राष्ट्र संस्था – यूएन वीमैन ने कोविड-19 महामारी से पुनर्बहाली के केन्द्र में लैंगिक समानता को रखे जाने के प्रयासों के तहत, पेरिस में तीन-दिवसीय Generation Equality Forum नामक एक कार्यक्रम की शुरुआत की है. यूएन महासचिव ने इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लैंगिक समानता के लिये स्थापित लक्ष्यों को हासिल किये जाने की पुकार लगाई है.

डिजिटल युग में सरकारें, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये निगरानी टैक्नॉलॉजी का सहारा ले रही हैं.
© UNICEF/Elias

टैक्नॉलॉजी का दुर्भावनापूर्ण इस्तेमाल एक बड़ा ख़तरा, ‘सतर्कता ज़रूरी’

संयुक्त राष्ट्र अवर महासचिव और निरस्त्रीकरण मामलों पर उच्च प्रतिनिधि इज़ुमी नाकामित्सु ने आगाह किया है कि प्रौद्योगिकी के लाभ उठाते समय साइबर जगत में पनपती सुरक्षा चिन्ताओं को भी ध्यान में रखना होगा. 

संयुक्त राष्ट्र आर्टिफ़िशियल इंटैलिजेंस के इस्तेमाल से सम्बन्धित नियामक तैयार कर रहा है.
ITU T

एक ज़िम्मेदार आर्टिफ़िशियल इंटैलिजेंस (AI) - समय की ज़रूरत (ब्लॉग)

भारत में संयुक्त राष्ट्र की रेज़िडेन्ट कोऑर्डिनेटर (RCO), रेनाटा डेज़ालिएन का मानना है कि पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बिना, आर्टिफ़िशियल इंटैलिजेंस यानि AI से, सामाजिक व आर्थिक खाई और भी ग़हरी हो सकती है, जिसके भेदभावपूर्ण परिणाम सामने आ सकते हैं. 
 

सीरियाई मूल की लड़कियाँ मिस्र में एक टैक्नॉलॉजी लैब के बाहर स्मार्टफ़ोन का इस्तेमाल कर रही हैं.
© UNICEF/Shehzad Noorani

मानवाधिकारों को मज़बूती व शान्ति को बढ़ावा देने वाले डिजिटल जगत का आहवान

नई टैक्नॉलॉजी की सम्भावनाओं से दमकती दुनिया एक ऐसे युग में प्रवेश कर रही है जहाँ वैश्विक शान्ति, स्थिरता और विकास के लिये नए जोखिम भी मौजूद हैं. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बुधवार को महासभा के 75वें सत्र के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में बेहतर भविष्य की ख़ातिर सर्वजन के लिये डिजिटल टैक्नॉलॉजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने की पुकार लगाई है. 

जियॉर्ज फ़्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और अन्य देशों में नस्लीय भेदभाव का अन्त किए जाने की माँग के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं.
UN Photo/Evan Schneider

शान्तिपूर्ण सभा करने का अधिकार: नई व्याख्या

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति ने शान्तिपूर्ण ढँग से एकत्र होने के अधिकार की व्याख्या करते हुए स्पष्ट किया है कि यह दायरा व्यक्तिगत मौजूदगी वाली बैठकों के साथ-साथ वर्चुअल और ऑनलाइन सभाओं के लिये भी लागू होता है. मानवाधिकार समिति के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने कहा है कि लोगों को शान्तिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है और सरकारों को मानवाधिकार क़ानूनों का सम्मान करते हुए अपने तय दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये. 

भारत जैसे देशों में महामारी से निपटने और पुनर्बहाली के प्रयासों में डिजिटल कनेक्टिविटी अहम  है.
United Nations/Chetan Soni

कोविड-19: संकट के बाद की दुनिया में डिजिटल सहयोग के लिए नया रोडमैप

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के दौरान डिजिटल टैक्नॉलॉजी के लाभ से वन्चित लोगों को स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी अहम जानकारी का ना मिल पाना उनके लिए जीवन-मरण का सवाल बन गया है. टैक्नॉलॉजी क्षेत्र में आ रहे तेज़ बदलावों से टिकाऊ विकास एजेंडा पर पड़ने वाले असर पर गुरुवार को चर्चा हुई, साथ ही डिजिटल सहयोग पर एक नया रोडमैप पेश किया गया है.  

डिजिटल सहयोग पर उच्चस्तरीय पैनल के सहअध्यक्ष जैक मा और मलिंडा गेट्स, यूएन महासचिव के साथ.
UN Photo/Mark Garten

बेहतर दुनिया के लिए 'समावेशी और सुरक्षित' हो डिजिटल तकनीक

संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय पैनल की रिपोर्ट में डिजिटल सहनिर्भरता कायम करने और भविष्य में डिजिटल तकनीकों को सुरक्षित और समावेशी बनाने की अहमियत पर ज़ोर दिया गया है. यूएन पैनल की सहअध्यक्षता गेट्स फ़ाउन्डेशन की मलिंडा गेट्स और अलीबाबा कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन जैक मा ने की और  'द ऐज ऑफ़ डिजिटल इंटरडिपेन्डेन्स’ रिपोर्ट को सोमवार को जारी किया गया. 

इंटरनेशनल इकॉनॉमिक फ़ॉरम में यूएन प्रमुख ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरोफ़ से मुलाक़ात की.
Ministry of Foreign Affairs (MFA) of the Russian Federation

नई तकनीक आशा की किरण, लेकिन 'भय का स्रोत' भी

तकनीकी नवप्रवर्तन (इनोवेशन) से दुनिया की कायापलट हो रही है और इसके ज़रिए टिकाऊ विकास लक्ष्यों तक पहुंचना भी संभव है. रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आर्थिक फ़ॉरम को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि इंटरनेट लोगों को जोड़ता है लेकिन यह समुदायों में दरार भी ला रहा है.