वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

डब्ल्यूएचओ

दुनिया भर में 80 फ़ीसदी आबादी द्वारा पारम्परिक औषधि व चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल किया जाता है.
WHO

पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियाँ, आधुनिक युग में भी सदुपयोगी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 17 और 18 अगस्त को, भारत के गुजरात प्रदेश के गांधीनगर शहर में प्रथम पारम्परिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है. भारत सरकार की साझेदारी में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में, गम्भीर स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने और वैश्विक स्वास्थ्य एवं टिकाऊ विकास में प्रगति को आगे बढ़ाने में, पारम्परिकपूरक व एकीकृत चिकित्सा की भूमिका पर चर्चा होगी. आधुनिक चिकित्सा में पारम्परिक प्रणालियों के योगदान पर प्रकाश डालती एक रिपोर्ट.

 विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक, डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस की फ़ाइल फ़ोटो.
© WHO/Pierre Albouy

कोविड-19: EG.5 वैरिएंट पर WHO की नज़र

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक, डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि कोविड​​​​-19 के कई ‘प्रकारों’ (variant of interest) की नज़दीकी तौर पर निगरानी की जा रही हैजिनमें नया वेरिएंट EG.भी शामिल है. हाल ही में, अनेक देशों में EG.के बढ़ते मामले सामने आए हैं.

मणिपुर के दूर-दराज़ इलाक़ों में स्वास्थ्य सुविधाएँ लोगों के घर तक ले जाने की मुहिम चलाई जा रही है.
WHO India/Sanchita Sharma

भारत: मणिपुर में दूर-दराज़ के समुदायों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने की मुहिम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), भारत के पूर्वी प्रदेश मणिपुर के दुर्गम पहाड़ी ज़िलों में बसे समुदायों तक सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने के लिए, राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. कामजोंग ज़िले में फुंग्यार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (PHC) की चिकित्सा टीम, म्याँमार की सीमा से लगे, इस कम आबादी वाले पहाड़ी ज़िले के अलग-थलग पड़े समुदायों को, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल एवं नियमित टीकाकरण सेवाएँ प्रदान करने के लिए, सप्ताह में एक बार दूर-दराज़ के गाँवों का दौरा करती है.

नेपाल के पहले मानव दूध बैंक में, एक माँ, अपना स्तन-दूध दान कर रही है.
© UNICEF/Rabik Upadhayay

स्तनपान कराने वाली माताओं की सुरक्षा के लिये त्वरित कार्रवाई की पुकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक प्रमुख वैज्ञानिक ने शिशु दुग्ध फ़ॉर्मूला कम्पनियों के शोषणकारी विपणन दाँव-पेचों के ख़िलाफ़ तेज़ी से कार्रवाई करने का आहवान करते हुए, बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा कि स्तनपान कराने वाली माताओं को तत्काल सहायता की आवश्यकता है.

मानव एचपीवी के ख़िलाफ़ विकसित वैक्सीन, बेहद कारगर व सुरक्षित है.
Pan American Health Organization

सर्वाइकल कैंसर का उन्मूलन सम्भव, रोकथाम उपायों की सुलभता बढ़ाने पर बल

हर वर्ष, 4 फ़रवरी को 'विश्व कैंसर दिवस' मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस बीमारी के प्रति जागरूकता का प्रसार करना और देखभाल सेवाओं में मौजूदा अन्तर पाटने के लिए कार्रवाई को प्रेरित करना है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम सम्भव है मगर स्वास्थ्य सेवाओं में पसरी विषमताओं के कारण लाखों लोगों की निदान व उपचार सेवाओं तक पहुँच नहीं है. एक वीडियो रिपोर्ट...

पूर्वोत्तर बांग्लादेश में, कुलौरा उपज़िला के मोबारकपुर सामुदायिक क्लिनिक में, एक माँ और बच्चे इलाज के लिये आए हैं.
UN Photo/Mark Garten

लगभग एक अरब लोग, बिजली की विश्वसनीय आपूर्ति के बिना, स्वास्थ्य सुविधाएँ उपयोग करने को मजबूर

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट से मालूम हुआ है कि वैसे तो स्वास्थ्य देखभाल के लिये बिजली बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन ग़रीब देशों में लगभग एक अरब लोग – यानि वैश्विक आबादी के एक-आठवें हिस्से को स्वास्थ्य सुविधाएँ, विश्वसनीय बिजली आपूर्ति के बिना प्रदान की जाती है.

महामारी के दौरान स्विस एल्प्स में ट्रेन से यात्रा करता एक युवक.
Unsplash/Neil Bates

कोविड-19: उत्तरी गोलार्ध में सर्दियाँ शुरू होने पर, मामलों में बढ़ोत्तरी की सम्भावना

दुनिया भर में कोविड-19 से होने वाली मौतों में, अलबत्ता कमी आई है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी - WHO के वरिष्ठ अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि उत्तर गोलार्ध में सर्दियों के आगमन के साथ ही, कोविड मामलों की संख्या बढ़ सकती है.

लातिन अमेरिका में, आदिवासी लोग सबसे ग़रीब हैं.
PAHO/Karen González Abril

कोविड-19: अमेरिका में बढ़ते मामले 'ख़तरे की घण्टी’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वृहद अमेरिका क्षेत्रीय कार्यालय (PAHO) ने बुधवार को कहा कि अमेरिका में कोविड-19 के संक्रमण की दर बढ़ रही है, और पिछले चार हफ्तों में संक्रमण के नए मामले व मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है.

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में मंकीपॉक्स के प्रकोप के दौरान अपने हाथ दिखाता एक युवक. (फ़ाइल)
CDC

ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के मामले की पुष्टि, लेकिन रोग फैलने का ख़तरा नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कभी-कभार ही सामने आने वाले व घातक सिद्ध होने वाले पशु-जनित रोग - मंकीपॉक्स (monkeypox) के एक मामले की पुष्टि के बावजूद, ब्रिटेन में बीमारी का संक्रमण फैलने का जोखिम नहीं के बराबर है.