दाएश

 इराक़ के बाबिल में एक परिवार एक स्मारक के पास से गुज़र रहा है, जिसे आइसिल द्वारा अंजाम दिये गए एक आत्मघाती बम हमले के घटनास्थल पर बनाया गया है.
© UNICEF/Wathiq Khuzaie

आइसिल से आतंकी ख़तरा बरक़रार, संघर्षरत क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी जारी

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक मामलों के प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कोव ने गुरुवार को, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को आगाह करते हुए कहा है कि चरमपंथी गुट आइसिल उर्फ़ दाएश, अपने नेताओं की मौत और घटते नक़दी भंडार के बावजूद, अन्तरराष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा के लिए ख़तरा बना हुआ है.

सीरिया के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित अल होल शिविर में एक परिवार, यूनीसेफ़ की तरफ़ से मिले सर्दियों के कपड़े ले जाते हुए.
© UNICEF/Delil Souleiman

घर की गन्ध: दाएश की एक पूर्व समर्थक महिला की कज़ाख़स्तान वापसी

मध्य पूर्व में सक्रिय आतंकवादी गुट दाएश (आइसिल) लड़ाकों के 600 परिजन - महिलाओं और बच्चों के पुनर्वास के एक कार्यक्रम के अन्तर्गत, पिछले तीन वर्षों के दौरान सीरिया से कज़ाख़स्तान भेजे गए हैं. इनमें एक ऐसी महिला भी है जो पहले अतिवादी विचार रखती थीं और जिन्होंने दाएश के एक सदस्य के साथ विवाह किया था.

इराक़ के एक पुराने इलाक़े - सिन्जार में कुछ बच्चे, जहाँ आतंकवादी संगठन दाएश (आइसिल) ने तबाही मचाई.
Unsplash/Levi Meir Clancy

‘दाएश के ख़िलाफ़ लड़ाई, लम्बी अवधि का अभियान’

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक मामलों के प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को बताया है कि आइसिल आतंकवादी गुट – दाएश और उसके सहयोगी आतंकवादी गुटों द्वारा दरपेश ख़तरे का सामना करने वाली वैश्विक लड़ाई, एक लम्बे समय तक चलने वाला “खेल” है जिसका कोई  तात्कालिक या छोटी अवधि का हल नहीं है.

सीरिया के इदलिब में, मरात अल-नुमान शहर में एक युवा लड़की और एक महिला, तबाह इमारतों के पास से जाते हुए.
UNICEF/Giovanni Diffidenti

सीरिया: 10 साल के युद्ध के बाद, घेराबन्दी की रणनीति से नागरिक अब भी ख़तरे में

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा है कि सीरिया के लोगों का भविष्य "धूमिल" नज़र आ रहा है. उन्होंने युद्ध से तबाह इस देश के कई क्षेत्रों में बढ़ते संघर्ष, दोबारा घेराबन्दी की रणनीति अपनाने और ढहती अर्थव्यवस्था से जुड़े विरोध प्रदर्शनों पर प्रकाश डाला है.

इराक़ के दक्षिणी इलाक़े मोसूल में, इराक़ी बलों और आइसिल के बीच लड़ाई से बचने के लिये, एक निवासी अपने मवेशियों को दूर ले जाता हुआ.
© FAO/Cengiz Yar

आतंकवादी गुटों का बढ़ता ऑनलाइन ख़तरा, अफ़्रीका में भी बढ़ रही मौजूदगी

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक कार्यों के लिये शीर्ष अधिकारी व्लादिमीर वोरोन्कोफ़ ने गुरूवार को, सुरक्षा परिषद में कहा है कि 11 सितम्बर 2001 को, न्यूयॉर्क में हुए आतंकवादी हमलों के दो दशक बाद भी, शान्ति व सुरक्षा के लिये, अल क़ायदा और दाएश (इस्लामिक स्टेट) जैसे आतंकी नैटवर्कों का ख़तरा अब भी बरक़रार है, क्योंकि ये संगठन नई टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करने के साथ-साथ, कुछ बेहद नाज़ुक हालात वाले क्षेत्रों में दाख़िल हो रहे है.

सिंजार पर्वत के इलाक़े में शरण लेने वाले यज़ीदियों ने सीरिया के रास्ते से फिर इराक़ में प्रवेश किया है.
© UNICEF/Khuzaie

इराक़: यज़ीदी समुदाय को न्याय दिलाने के लिये यूएन प्रमुख ने जताई प्रतिबद्धता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस्लामिक स्टेट (दाएश) के बर्बरतापूर्ण कृत्यों से जीवित बच गए यज़ीदी समुदाय के व्यक्तियों की मदद के लिये, एक नया क़ानून जल्द लागू किये जाने का आग्रह किया है.

इराक़ में एक लड़का, कार के एक मलबे पर बैठा हुआ. इस कार को, आइसिल के लड़ाकों ने आग लगा दी थी. (फ़ाइल)
© UNICEF/Lindsay Mackenzie

आइसिल ने यज़ीदियों के जनसंहार को अंजाम दिया – यूएन जाँच दल

इराक़ में इस्लामिक स्टेट (दाएश/ISIL) के अपराधों व अत्याचारों की जाँच और उनकी जवाबदेही तय किये जाने के लिये गठित संयुक्त राष्ट्र टीम (UNITAD) ने कहा है कि वहां धार्मिक अल्पसंख्यक यज़ीदी समुदाय के जनसंहार के स्पष्ट व ठोस सबूत मिले हैं. विशेष सलाहकार और टीम के प्रमुख करीम ख़ान ने सोमवार को सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को, जाँच में अब तक हुई प्रगति से अवगत कराया है.

इराक़ में एक लड़का, कार के एक मलबे पर बैठा हुआ. इस कार को, आइसिल के लड़ाकों ने आग लगा दी थी. (फ़ाइल)
© UNICEF/Lindsay Mackenzie

कोविड से उत्पन्न हालात में, दाएश फिर सक्रिय, अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिये ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक मामलों के प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कॉफ़ ने बुधवार को सुरक्षा परिषद को बताया है कि दाएश यानि आइसिल आतंकवादी लड़ाकों द्वारा, अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिये पेश ख़तरा, फिर से बढ़ रहा है.

इराक़ी कुर्दिस्तान में सिन्जार इलाक़े को आईसिल के लड़ाकों ने बुरी तरह अपनी गतिविधियों का शिकार बनाया था. एक समय इस आतंकवादी गुट का इस इलाक़े पर नियंत्रण था.
UNOCHA/Giles Clarke

आईसिल अब भी एक गंभीर आतंकवादी ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक मामलों के अध्यक्ष व्लादिमीर वोरोन्कॉफ़ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवादी समूह आईसिल के ख़िलाफ़ लड़ाई में एकजुट रहने का आहवान करते हुए कहा है कि ये गुट अफ्रीका, योरोप और एशिया तक अपनी पहुँच बनाए हुए है. उन्होंने शुक्रवार को आईसिल पर अपनी ताज़ा रिपोर्ट सुरक्षा परिषद में पेश करते हुए ये अपील की.

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बेशेलेट 24 जून 2019 को जिनीवा में मानवाधिकार परिषद के 41वें सत्र को संबोधित करते हुए
UN Photo/Jean-Marc Ferré

चरमपंथियों के परिवारों को देशविहीन नहीं छोड़ा जा सकता - मिशेल बाचेलेट

चरमपंथी संगठन आइसिल यानी दाएश के जिन संदिग्ध हज़ारों विदेशी लड़ाकों को सीरिया और इराक़ में बंदीगृहों में रखा गया है, उनके साथ मानवीय बर्ताव किए जाने और उनके मूल देशों को सौंपे जाने का आग्रह किया गया है. संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बेशेलेट ने सोमवार को मानवाधिकार परिषद का 41वाँ वार्षिक सत्र शुरू होने के अवसर पर ये आहवान किया.