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चिन्ता

यूनीसेफ़, सियेरा लियोन में महिलाओं को, मानसिक स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक मदद मुहैया करा रहा है.
© UNICEF/Michael Duff

WHO: मानसिक स्वास्थ्य मदद को, जलवायु कार्रवाई योजनाओं का हिस्सा बनाएँ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्टॉकहोम+50 पर्यावरणीय सम्मेलन में, शुक्रवार को एक नए पॉलिसी ब्रीफ़ में कहा है कि जलवायु परिवर्तन का मुक़ाबला करने के लिये बनाई जाने वाली, देशों की राष्ट्रीय योजनाओं में, मानसिक स्वास्थ्य के लिये सहायता भी शामिल किये जाने की दरकार है.

कज़ाख़स्तान, ऐसे देशों में तीसरे नम्बर पर और मध्य एशियाई देशों में पहले नम्बर पर है जहाँ युवाओं में आत्महत्आएँ करने की दर सबसे ज़्यादा है.
© UNICEF/Anush Babajanyan/VII Photo

सर्वजन को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया कराने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार, 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर अपने सन्देश में कहा है कि दुनिया भर में कोविड-19 महामारी ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत व्यापक नकारात्मक प्रभाव डाला है, और महामारी द्वारा उजाकर व हर तरफ़ नज़र आ रही विषमताएँ दूर करने के लिये, ठोस कार्रवाई करने की ज़रूरत है.

इंगलैण्ड के वेम्बली स्टेडियम में एक फ़ुटबॉल मैच का नज़ारा.
Unsplash/Mitch Rosen

मानसिक स्वास्थ्य की ख़ातिर, फ़ीफ़ा के अभियान को WHO ने दिया समर्थन

विश्व फ़ुटबॉल संस्था – फ़ीफ़ा ने संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से, मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धित सम्भवतः हानिकारक मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये एक अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत, साथ ही, हर जगह, तमाम लोगों को ज़रूरत महसूस होने पर मदद हासिल करने के लिये प्रोत्साहित भी किया जाएगा.

यूनीसेफ़ कोविड-19 महामारी के दौरान, बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता मुहैया करा रहा है.
© UNICEF/Berulava

'महामारी से जुड़ी पाबन्दियों से करोड़ों बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर जोखिम'

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के दौरान राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक स्वास्थ्य आदेशों या अनुशंसाओं के कारण, दुनिया भर में करोड़ों बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिये जोखिम उत्पन्न हो गया है, और इन हालात के कारण, हर सात में से लगभग एक बच्चा अपने घर पर ही रहने को विवश है.