आपबीती: 'मैं उनके लिये आवाज़ उठाती हूँ, जो अपने अधिकार के लिये नहीं लड़ पाते'
जॉर्डन के परिधान उद्योग में कार्यरत बांग्लादेश की माया अख़्तर, अन्य प्रवासी कामगारों का भी प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्होंने बताया कि वह किस तरह यूनियन के आन्दोलन में शामिल हुईं, और इससे यूनियन के सदस्यों के जीवन में क्या-क्या सकारात्मक बदलाव आए हैं.