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बाल सैनिक

यमन के साआदा में, एक ध्वस्त वाहन के पास खड़े दो लड़के.
© WFP/Jonathan Dumont

18 वर्षों में, संघर्षरत इलाक़ों में बच्चों के ख़िलाफ़ गम्भीर हनन के 3 लाख मामले

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) ने सोमवार को कहा है कि 2005 से 2022 के बीच, संघर्षरत इलाक़ों में बच्चों के ख़िलाफ़ गम्भीर उल्लंघन के तीन लाख 15 हज़ार मामले सामने आए हैं. यूनीसेफ़ के अनुसार यह स्थिति, युवाओं पर "युद्ध के विनाशकारी प्रभाव का कठोर चित्रण" पेश करती है.

कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य के पुनर्वास केन्द्र में एक 16 वर्षीय लड़का. यह उन बच्चों में से एक था, जिनका अपहरण कर उन्हें हथियार उठाने के लिये मजबूर किया गया था.
© UNICEF/Vincent Tremeau

युद्ध के दौरान बाल अपहरण व अन्य 'गम्भीर उल्लंघनों' पर अंकुश लगाने के लिये नए दिशा निर्देश

सशस्त्र संघर्ष में फँसे बच्चों की पैरोकारी करने वाली संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अधिकारी वर्जीनिया गाम्बा ने नए दिशा निर्देश जारी किये हैं, जो अपहरण किये गए या अन्य गम्भीर उल्लंघनों का शिकार बच्चों की रक्षा के कार्यों में संलग्न विशेषज्ञों की मदद के लिये तैयार किये गए हैं.

पूर्वोत्तर नाइजीरिया में लाखों लोग विस्थापन के लिये मजबूर हुए हैं.
UNOCHA/Damilola Onafuwa

पूर्वोत्तर नाइजीरिया में विशाल चुनौतियाँ, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की दरकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सचेत किया है कि पूर्वोतर नाइजीरिया के बोर्नो प्रान्त को, आतंकवाद, विस्थापन, असुरक्षा समेत विशाल चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे निपटने के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को अपना समर्थन सुनिश्चित करना होगा.

दक्षिण सूडान में, बच्चों को सशस्त्र समूहों के चंगुल से छुड़ाने के लिये हुए एक समारोह के दौरान, एक बाल सैनिक, लकड़ी के एक गट्ठे पर बैठा हुआ (2018). कोविड-19 महामारी के कारण सशस्त्र गुटों द्वारा बच्चों की भर्ती किये जाने का जोखिम और भी ज़्यादा बढ़ गया है
UNICEF/Sebastian Rich

कोविड के कारण, बच्चों को संघर्षों में इस्तेमाल करने के ख़तरे को मिला ईंधन

संयुक्त राष्ट्र और योरोपीय संघ के वरिष्ठ अधिकारियों ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि बच्चों के कोरोनावायरस महामारी के प्रभाव के कारण, सशस्त्र गुटों और सशस्त्र बलों के हत्थे चढ़ जाने का जोखिम और भी ज़्यादा बढ़ गया है. शुक्रवार, 12 फ़रवरी को मनाए जाने वाले, 'बाल सैनिकों के इस्तेमाल के विरुद्ध अन्तरराष्ट्रीय दिवस' पर, ये चिन्ता व्यक्त की गई है.