वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

बाज़ार

लन्दन शहर की कुछ गगनचुम्बी इमारतें.
Unsplash/Ali Yaqub

मुनाफ़ा कमाने की दौड़ से मानवाधिकारों के लिये ख़तरा

संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि दुनिया भर में, निवेशकों की ज़रूरतें पूर करने या उन्हें सन्तुष्ट करने की ख़ातिर, वित्तीय क्षेत्र की धन सम्पदा के नए स्रोतों की बढ़ती मांग के कारण, मानवाधिकारों पर गम्भीर नकारात्मक असर हो रहा है.

म्याँमार के यांगून में धातु के एक ढाँचा निर्माण में काम करते हुए एक तकनीकी कामगार.
ILO/Marcel Crozet

50 करोड़ लोगों को नहीं मिल पाता समुचित मेहनताना

दुनिया भर में 50 करोड़ से भी ज़्यादा ऐसे लोग हैं जिन्हें कामकाज करने के बदले धन मिलने वाली स्थिति में उतना काम नहीं मिल पाता जितना वो करना चाहते हैं या फिर उन्हें ऐसा समुचित कामकाज ही नहीं मिल पाता है जिसमें उन्हें काम के बदले धन मिल सके.