वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

असुरक्षा

हेती में मोबाइल क्लीनिक के ज़रिये 18 हज़ार से अधिक लोगों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है.
© WHO/David Lorens Mentor

हेती: आपराधिक गुटों द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों पर हमले किए जाने की निन्दा

हेती में मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष विशेषज्ञ ने हथियारबन्द गुटों द्वारा अस्पतालों, क्लीनिक व स्वास्थ्य देखभालकर्मियों पर ‘इरादतन’ किए गए हमलों की निन्दा की है. उन्होंने आगाह किया है कि देश में मेडिकल सेवाएँ ध्वस्त होने के कगार पर पहुँच चुकी हैं.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में बढ़ती हिंसा के कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हो रहे हैं.
© UNICEF/Herold Joseph

हेती संकट: देश में व्याप्त असुरक्षा से निपटने के लिए, तत्काल क़दम उठाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हेती में तेज़ी से बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था पर अपनी गहरी चिन्ता व्यक्त की है. पिछले सप्ताहांत, जेल से क़रीब चार हज़ार अपराधियों के भाग जाने के बाद देश में आपराधिक गुटों की पकड़ मज़बूत हो रही है.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में गैंग हमलों के कारण विस्थापित लोगों ने एक बॉक्सिंग ऐरीना में शरण ली हुई है.
© UNOCHA/Giles Clarke

हेती को ‘अराजकता’ से बाहर निकालने के लिए, अन्तरराष्ट्रीय सहायता की दरकार

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) वोल्कर टर्क ने हेती में राष्ट्रीय पुलिस को सहायता प्रदान करने और बढ़ती हिंसा व असुरक्षा से निपटने के लिए एक बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन गठित किए जाने की बात कही है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में पत्रकारों से बातचीत की.
Oldy Joël Auguste/BINUH

यूएन प्रमुख की हेती यात्रा: गैंग हिंसा से निपटने के लिए अन्तरराष्ट्रीय बल की तैनाती का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में संकटों से जूझ रही स्थानीय जनता के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है, और गैंग हिंसा से मुक़ाबले के लिए तत्काल एक अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा बल को तैनात किए जाने का आग्रह किया है. 

यूनेस्को, पत्रकारों और पत्रकारिता से सम्बन्धित काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा को सक्रियता के साथ बढ़ावा देता है.
Unsplash/Engin Akyurt

बांग्लादेश: पत्रकारों के न्यायिक उत्पीड़न पर रोक का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने बांग्लादेश सरकार से, खोजी पत्रकार रोज़ीना इस्लाम पर लगाए गए आरोपों को वापिस लेने और पत्रकारों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के विरुद्ध लम्बी अदालती कार्रवाई के ज़रिए, उनका उत्पीड़न किए जाने पर रोक लगाने का आग्रह किया है.

यह सुनिश्चित करने के लिए कि शहरी गतिशीलता प्रणाली और सार्वजनिक स्थान सुरक्षित, समावेशी और लिंग-उत्तरदायी होने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, भारत के शहरों में महिलाओं के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन का निर्माण करें.
UNIC India/Rohit Karan

भारत: शहरों में सार्वजनिक परिवहन को, महिलाओं के लिए सुरक्षित व सुलभ बनाना

भारत में शहरों के विकास के साथ-साथ, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सार्वजनिक परिवहन सभी के लिए सुरक्षित और सुलभ हो, विशेष रूप से महिलाओं के लिए. ये एक नए, ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में अहम क़दम है, इसके लिए महिलाओं के विकास से, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ना होगा.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रान्स में पूर्व राष्ट्रपति की हत्या के बाद से ही असुरक्षा बढ़ी है.
JOA/Yes Communication Design

हेती में गहराया संकट, सुरक्षा समर्थन बढ़ाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हेती में बद से बदतर होती सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र, सुरक्षा परिषद से देश में सशस्त्र बल तैनात किये जाने पर विचार करने का आग्रह किया है. उन्होंने रविवार को जारी अपने एक वक्तव्य में कहा कि इस तैनाती के ज़रिये देश में मानव कल्याण सम्बन्धी चिन्ताओं से निपटा जाना होगा.

पूर्वोत्तर नाइजीरिया में लाखों लोग विस्थापन के लिये मजबूर हुए हैं.
UNOCHA/Damilola Onafuwa

पूर्वोत्तर नाइजीरिया में विशाल चुनौतियाँ, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की दरकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सचेत किया है कि पूर्वोतर नाइजीरिया के बोर्नो प्रान्त को, आतंकवाद, विस्थापन, असुरक्षा समेत विशाल चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे निपटने के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को अपना समर्थन सुनिश्चित करना होगा.

यूक्रेन के बूचा इलाक़े से सुरक्षा की ख़ातिर अपने परिवार के साथ निकली एक महिला, अब ज़करपट्टिया में पनाह लिये हुए.
© IOM/Jana Wyzinska

यूक्रेन: 'घर से दूर अब यही हमारा घर है'

बूचा. किसी समय राजधानी कीयेफ़ के निकट एक ख़ामोश बस्ती हुआ करती थी, जो अब यूक्रेन में क्रूर युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर आम लोगों की मौत का पर्याय बन चुकी है. अलबत्ता, यूलीया और उनका परिवार, रक्तपात से बचकर निकल सका, और अब उसे अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन एजेंसी (IOM) से सहायता मिल रही है, मगर अभी वो ख़ुद को अपनी नई स्थिति के अनुरूप ढालने में मुश्किलें महसूस कर रहे हैं. वो भी अपने घरों से विस्थापित हुए लाखों अन्य लोगों में शामिल हैं.

सूडान में बच्चों को कुपोषण के उपचार के रूप में मूंगफली आधारित एक ख़ुराक दी जाती है.
© UNICEF/Shehzad Noorani

यूक्रेन युद्ध से अन्य क्षेत्रों में गम्भीर कुपोषण संकट उत्पन्न होने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र ने गुरूवार को कहा है कि यूक्रेन में युद्ध के कारण, दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की क़ीमतों पर व्यापक प्रभाव पड़ने से, आपदाओं वाले अन्य स्थानों पर लाखों-करोड़ों बच्चों के लिये “बहुत बड़े पैमाने पर गम्भीर कुपोषण के संकट” का जोखिम उत्पन्न हो गया है.