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आर्थिक प्रगति

नामीबिया की एक यूरेनियम खदान में, एक विशाल ट्रक के पहिये की मरम्मत करता एक कर्मचारी.
World Bank/John Hogg

वैश्विक संकटों के बीच, आर्थिक प्रगति लम्बे समय तक धीमी रहने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग (UNDESA) का एक नया आकलन दर्शाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में मज़बूत सुधार की सम्भावनाएँ फ़िलहाल क्षीण हैं, जिसकी वजह मुद्रास्फीति, ब्याज़ दरों में वृद्धि और गहराती अनिश्चितता बताई गई है. मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि वित्त पोषण में आवश्यकता और उपलब्धता की खाई बढ़ने, निवेश के कमज़ोर होने और क़र्ज़ के बढ़ते बोझ के कारण, टिकाऊ विकास पर प्रगति पटरी से उतर सकती है.

नामीबिया में भ्रष्टाचार के विरोध में एक साइन बोर्ड पर सन्देश.
World Bank/Philip Schuler

भ्रष्टाचार पर लगाम से, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद को मिलेगी मज़बूती

संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) की अध्यक्ष लाचेज़ारा स्टोएवा ने सचेत किया है कि भ्रष्टाचार और उसकी विशाल क़ीमत, सभी देशों में टिकाऊ विकास के लिए एक गहरा झटका है, मगर इस चुनौती से निपटने के लिए नए सिरे से प्रयास आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है.

ज़ाम्बिया में मोबाइल के ज़रिये धन प्राप्त करने के लिए सुविधा केन्द्र.
© WFP/Andy Higgins

एसडीजी प्राप्ति के अवसर को, हाथ से फिसल जाने से रोकना होगा – यूएन महासचिव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को 'विकास के लिए वित्त पोषण फ़ोरम' को सम्बोधित करते हुए आगाह किया है कि दुनिया, एक बहुआयामी संकट से जूझ रही है, जिसके सर्वाधिक निर्धनों व निर्बलों के लिए विनाशकारी नतीजे हुए हैं. उन्होंने कहा कि 2030 एजेंडा मानो एक मरीचिका में तब्दील होता जा रहा है, मगर लक्ष्यों को हासिल करने के इस अवसर को गँवाने नहीं देना होगा.

भारत में जौहर परियोजना के तहत अब तक एक हज़ार से अधिक पशु सखियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है.
World Bank

भारत: झारखंड की सामुदायिक पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ‘पशु सखियाँ’

भारत के झारखंड प्रदेश में विश्व बैंक समर्थित जौहर परियोजना के तहत महिलाओं को पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है. ये ‘पशु सखियाँ’ किसानों को पशुओं की देखभाल के तरीक़ों पर सलाह देती हैं, और उन्हें किसान समूहों व बाज़ारों से जोड़कर पशु-पालन व बिक्री में मदद करती हैं. ‘पशु सखी मॉडल’ को हाल ही में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन और अन्तरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान ने, किसानों के लिए सेवा वितरण के शीर्ष 8 वैश्विक सर्वोत्कृष्ट मॉडल में से एक के रूप में चुना है.

विकासशील देशों में खाद्य वस्तुओं की क़ीमतों में भारी उछाल दर्ज किया गया है.
UN Women/Ryan Brown

क़र्ज़ के बोझ में दबे विकासशील देशों पर कई वर्षों तक संकट, UNCTAD की नई रिपोर्ट

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) ने अपने एक नए अध्ययन में आगाह किया है कि दुनिया में बढ़ती वित्तीय उथल-पुथल के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था की गति धीमी हो रही है, जिसके कारण विकासशील देशों को अगले कई वर्षों तक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.

माली के बामाको में एक ट्रक में प्याज़ की ढुलाई.
World Bank/Dominic Chavez

IMF: वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में गिरावट का पूर्वानुमान

अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने नवीनतम विश्व आर्थिक परिदृश्य में, इस वर्ष वैश्विक प्रगति 2.8 प्रतिशत के स्तर पर रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है, जो वर्ष 2024 में कुछ बेहतर होकर लगभग 3 प्रतिशत तक पहुँच सकती है.

क़तर की राजधानी दोहा में मंगलवार को युवजन ने अपनी आवाज़ को बुलन्द किया.
UN News/Anold Kayanda & Basma Baghal

LDC5 सम्मेलन में युवजन: भावी पीढ़ियों की प्रगति के लिए असमानता को पाटने की पुकार

क़तर की राजधानी दोहा में सबसे कम विकसित देशों पर यूएन के पाँचवें सम्मलेन के दौरान, मंगलवार को बड़ी संख्या में युवा प्रतिनिधि चर्चा के केन्द्र में रहे. इन देशों के साढ़े 22 करोड़ युवजन का प्रतिनिधित्व करने वाले इन युवाओं ने उन्हें और उनके समुदाय को प्रभावित करने वाले विकास मुद्दों को रेखांकित किया.

यूएन महासचिव ने क़तर की राजधानी दोहा में सबसे कम विकसित देशों के नेताओं को सम्बोधित किया.
UN Photo/Evan Schneider

सबसे कम विकसित देशों के साथ न्याय किए जाने का समय, यूएन महासचिव 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से सम्पन्न देशों से आग्रह किया है कि विश्व के अल्पतम विकसित देशों में रह रहे एक अरब से अधिक लोगों की आगे बढ़ाकर सहायता की जानी होगी, ताकि उन्हें निर्धनता के कुचक्र से उबारा जा सके. उन्होंने सबसे कम विकसित देशों पर क़तर की राजधानी दोहा में यूएन के अहम सम्मेलन से पहले शनिवार को आयोजित एक शिखर बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.

यूएन उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने नियामे में बैठक के दौरान, अफ़्रीकी देशों के समक्ष मौजूद चुनौतियों के प्रति आगाह किया.
UNECA/Daniel Getachew

2030 एजेंडा की प्राप्ति के लिए, एकजुटता, नेतृत्व व ठोस कार्रवाई का क्षण

संयुक्त राष्ट्र उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने मंगलवार को निजेर की राजधानी नियामे में अफ़्रीकी मंत्रियों और नीतिनिर्धारकों को सम्बोधित करते हुए कहा है कि विकास मार्ग पर मेहनत से दर्ज की गई प्रगति को, सिलसिलेवार संकटों के कारण झटका लगा है, लेकिन यह हिम्मत हारने का समय नहीं है.

पाकिस्तान में काम की तलाश में कुछ व्यक्ति सड़क के किनारे बैठे हुए हैं.
IMF Photo/Saiyna Bashir

वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रह जाने की आशंका

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अर्थशास्त्रियों ने सचेत किया है कि कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में जारी युद्ध, बढ़ती मुद्रास्फीति, क़र्ज़ के दबाव और जलवायु आपात स्थिति सहित अन्य वैश्विक संकटों के कारण. वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भीषण असर हुआ है. इस पृष्ठभूमि में, वर्ष 2023 में आर्थिक वृद्धि की दर 1.9 प्रतिशत पर पहुँच जाने की सम्भावना है. वर्ष 2022 में यह दर तीन प्रतिशत अनुमानित थी.