आपात राहत

पूर्वी यूक्रेन में एक 9 वर्षीय लड़की हिंसा में क्षतिग्रस्त हुए अपने घर के सामने. यह तस्वीर 6 फ़रवरी 2022 की है.
© UNICEF/Aleksey Filippov

यूक्रेन संकट: बमबारी से भयभीत परिवारों ने भूमिगत स्थलों में ली शरण

यूक्रेन में रूस के कथित “विशेष सैन्य अभियान” में राजधानी कीयेफ़ और अन्य शहरों में घातक मिसाइल हमलों की ख़बरों के बीच, भयभीत परिवार भूमिगत स्थलों पर शरण लेने के लिये मजबूर हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को बताया कि हिंसा की वजह से अब तक कम से कम एक लाख लोगों के विस्थापन का शिकार होने की आशंका है.   

अफ़ग़ानिस्तान के कन्दहार में चिकित्सा परामर्श के लिये स्वास्थ्य केंद्र पर एक महिला व बच्चे.
© UNICEF/Alessio Romenzi

ज़रूरतमन्द अफ़ग़ानों तक राहत पहुँचाने के लिये, सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को सर्वमत से एक प्रस्ताव पारित करते हुए, बेहद कठिन हालात में गुज़र-बसर कर रहे अफ़ग़ान नागरिकों तक बुनियादी सहायता पहुँचाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है. इस प्रस्ताव के तहत, राहत आवश्यकताओं को पूरा करना सम्भव होगा और सहायता धनराशि को तालेबान के हाथों में जाने से रोका जा सकेगा. 

सुरक्षा परिषद का एक दृश्य. (फ़ाइल फ़ोटो)
UN Photo/Loey Felipe

सुरक्षा परिषद: म्याँमार में हालात चिन्ताजनक, हिंसा रोकने की अपील 

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने म्याँमार में हिंसा पर तत्काल विराम लगाए जाने और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने की पुकार लगाई है. म्याँमार के सैन्य बलों और चरमपंथी गुटों के बीच झड़पों की ख़बरों के बीच, सुरक्षा परिषद ने बुधवार शाम एक वक्तव्य जारी करके, हिंसा पर गहरी चिन्ता जताई है.  

ग़ाज़ा पट्टी में हिंसा व लड़ाई में बड़ी संख्या में बच्चे प्रभावित हुए हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा में हिंसा बच्चों के लिये त्रासदीपूर्ण, मानवीय राहत की पुकार

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की प्रमुख हेनरीएटा फ़ोर ने कहा है कि ग़ाज़ा में जारी हिंसा में 10 दिनों से भी कम समय में, कम से कम 60 बच्चों की मौत हुई है और 444 अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने इस त्रासदी को टालने के लिये तत्काल लड़ाई रोके जाने और मानवीय राहत सम्भव बनाने की पुकार लगाई है. इस बीच, बुधवार को फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिये यूएन राहत एजेंसी (UNRWA) ने बढ़ते मानवीय संकट के मद्देनज़र तीन करोड़ 80 लाख डॉलर की अपील जारी की है.

सीरिया के होम्स में एक शिविर में बच्चे अपने टैण्ट के बाहर खड़े हैं.
© UNICEF/Abdulaziz Aldroubi

दशकों की हिंसा से पीड़ित सीरिया संकटों की 'धीमी सूनामी' की जकड़ में

सीरिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष यूएन दूत गेयर पैडरसन ने कहा है कि एक दशक से चले आ रहे हिंसक संघर्ष और कोविड-19, भ्रष्टाचार व कुप्रबन्धन के कारण देश आर्थिक बदहाली का शिकार है. उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद को हालात से अवगत कराते हुए कहा कि एक धीमी सूनामी पूरे देश को अपनी चपेट में ले रही है. 

यमन में घरेलू विस्थापन का शिकार एक बच्चा.
UNOCHA/Mahmoud Fadel

यमन: अंसार अल्लाह गुट पर अमेरिकी कार्रवाई से अकाल की आशंका

संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमेरिका द्वारा, यमन में हूथी विद्रोहियों के अंसार अल्लाह गुट को एक आतंकवादी संगठन के रूप में चिन्हित किये जाने के निर्णय से मौजूदा मानवीय संकट के और ज़्यादा गहराने की आशंका जताई है. यूएन के विशेष दूत मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद की एक वर्चुअल बैठक के दौरान आगाह किया है कि यमन एक स्याह दौर से गुज़र रहा है.  

यमन में घरेलू विस्थापितों के लिये बनाये गये एक शिविर में एक परिवार.
YPN for UNOCHA

यमन में क़ैदियों की रिहाई से शान्ति स्थापना की उम्मीदों को मिली मज़बूती

यमन में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने युद्धरत पक्षों के बीच एक हज़ार से ज़्यादा बन्दियों को रिहा किये जाने पर हुई सहमति का स्वागत किया है. उन्होंने गुरुवार को सुरक्षा परिषद को मौजूदा हालात की जानकारी देते हुए बताया कि शान्ति निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये अन्य क़दम भी उठाने होंगे.

यमन के अदन में कोविड-19 फैलने के ख़तरे के साथ-साथ बाढ़ और हैज़े से हालात और भी मुश्किल हो गए हैं.
© UNICEF

युद्धग्रस्त यमन में जल्द 'शान्ति हासिल करना सम्भव'

यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने सुरक्षा परिषद को वहाँ के हालात से अवगत कराते हुए भरोसा जताया है कि देश हिंसा पर जल्द विराम लगने के नज़दीक पहुँच गया है लेकिन आशावान होने के साथ-साथ सतर्कता बरतते रहना ज़रूरी है. उनके मुताबिक शान्ति क़ायम करने के लिए हुई बातचीत में ठोस प्रगति हुई है, विशेषकर युद्धविराम के मुद्दे पर.