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अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन

एशिया और प्रशांत क्षेत्र में नौकरियों में थोड़ा सुधार दर्ज किया गया है.
ILO

ILO: एशिया और प्रशान्त क्षेत्र में रोज़गार में मामूली सुधार

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की नई जानकारी में कहा गया है कि एशिया-प्रशान्त श्रम बाज़ारों ने कोविड-19 महामारी के प्रभाव से आंशिक रूप से वापसी तो दर्ज की है, लेकिन पुनर्बहाली अब भी अस्थिर नज़र आ रही है, और वर्ष 2023 में परिस्थितियाँ कठिन बने रहने की सम्भावना नज़र आती है.

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में सॉफ़्टवेयर पेशेवर.
© UNSPLASH/Alex Kotliarskyi

विविधता व समावेशन, सहन-सक्षम कार्यस्थलों व पुनर्बहाली के लिये अहम 

विविधता और समावेशन के मुद्दे पर अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि हर चार में से एक, यानि 25 प्रतिशत कर्मचारी महसूस करते हैं कि उन्हें कार्यस्थलों पर पर्याप्त अहमियत नहीं दी जाती है.   

माया अख़्तर, जॉर्डन के परिधान उद्योग में कार्यरत अन्य प्रवासियों का प्रतिनिधित्व करती हैं.
© ILO/ Wael Liddawi

आपबीती: 'मैं उनके लिये आवाज़ उठाती हूँ, जो अपने अधिकार के लिये नहीं लड़ पाते'

जॉर्डन के परिधान उद्योग में कार्यरत बांग्लादेश की माया अख़्तर, अन्य प्रवासी कामगारों का भी प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्होंने बताया कि वह किस तरह यूनियन के आन्दोलन में शामिल हुईं, और इससे यूनियन के सदस्यों के जीवन में क्या-क्या सकारात्मक बदलाव आए हैं.

तुर्की में एक युवक को रोज़गार प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.
© ILO/Berke Arakli

कोविड-19: महामारी से पुनर्बहाली के लिये, व्यक्ति-केन्द्रित उपायों की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कोविड-19 महामारी से पुनर्बहाली के मुद्दे पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए, व्यक्ति-केन्द्रित उपायों को प्राथमिकता दिये जाने का आहवान किया है. उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षा के वादे को साकार किया जाना होगा और लोगों को उपयुक्त व शिष्ट रोज़गार उपलब्ध कराए जाने होंगे.

बांग्लादेश की राजधानी ढाका के पास एक फ़ैक्ट्री में कामगार.
World Bank/Scott Wallace

ILO: श्रम बाज़ार में पुनर्बहाली अब भी धीमी और अनिश्चित

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि दुनिया, अब भी कोविड-19 महामारी और वैश्विक श्रम बाज़ार में उसके प्रभावों से जूझ रही है. सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि मौजूदा हालात में वैश्विक पुनर्बहाली की रफ़्तार में सुस्ती बरक़रार रहने की सम्भावना है.