आग

जुलाई 2022 का महीना, दुनिया भर में रिकॉर्ड पर अभी तक का सबसे गर्म जुलाई महीना रहा है.
Unsplash/Todd Kent

गर्मी, सूखा और जंगली आगों के साथ, जुलाई अभी तक की सबसे गर्म जुलाई, WMO

संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने मंगलवार को कहा है कि हाल ही में बीता जुलाई महीना, अत्यधिक चरम गर्मी, सूखा और जंगली आगों के साथ, दुनिया के अनेक हिस्सों में, रिकॉर्ड में दर्ज सर्वाधिक गर्म जुलाई महीनों में से एक रहा है.

इराक़ में कोविड-19 महामारी से बचने और स्वास्थ्य नुस्ख़ों के बारे में, बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए गए हैं.
UNAMA

इराक़: कोविड अस्पताल में, आग दुर्घटना के बाद, सख़्त रोकथाम उपायों की पुकार

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि जिनीन हैनिस प्लेस्शार्ट ने राजधानी बग़दाद के एक कोविड-19 अस्पताल में लगी भीषण आग पर गहरे अफ़सोस और तकलीफ़ का इज़हार किया है. 

यमन की राजधानी सना में प्रवासियों को हिरासत में रखने के लिये बनाए गए एक बन्दीगृह का दृश्य, इस केन्द्र में अत्यधिक भीड़ रही है.
United Nations

यमन: भीषण आग लगने के बाद, तत्काल मानवीय सहायता की पुकार

संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन मामलों की एजेंसी – IOM ने यमन की राजधानी सना में, उस अत्यधिक भीड़ भरे बन्दीगृह में तुरन्त मानवीय सहायता पहुँचाए जाने का आहवान किया है जहाँ बीते सप्ताहान्त भीषण आग लगने से, अनेक लोगों की मौतें होने की ख़बरें आई हैं. इस बन्दीगृह में प्रवासियों को रखा जाता है.

संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलीफ़ोर्निया राज्य में जंगली आगें लगने के कारण 78 हज़ार एकड़ से ज़्यादा जंगल ख़त्म हो गए.
San Francisco Fire Department

जलवायु परिवर्तन: उत्तरी गोलार्द्ध में रिकॉर्ड गर्मी से अमेरिका में आग से तबाही पर चिन्ताएँ

विश्व मौसम संगठन ने कहा है कि उत्तरी गोलार्द्ध में अगस्त महीना अभी तक का सबसे गर्म रहा है. संगठन की ये ताज़ा रिपोर्ट मंगलवार को ऐसे हालात के बीच जारी की गई है जिनके कारण संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तटीय इलाक़ों में विनाशकारी जंगली आगों ने तबाही मचा रखी है.

भारत की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण लोगों को साँस लेने में कठिनाइ होती है और 2019 में तो हज़ारों स्कूल भी बन्द करने पड़े थे.
UN India

खेतों में आग: बदली-बदली सी है फ़िजाँ, बदलनी होंगी आदतें भी

वर्ष 2019 में, भारत की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास, इतना धुँधलका छा गया था कि विमानों की उड़ानों का रास्ता बदलना पड़ा, हज़ारों स्कूल बन्द करने पड़े और देश की राजधानी में लोगों को या तो घरों के भीतर ही रहने या फिर फ़ेस मास्क पहनने की सलाह दी गई. सवाल है कि आख़िर ऐसी नौबत क्यों आई?