आबिये

हाल के वर्षों में भारत से केवल महिला शान्तिरक्षकों की किसी प्लाटून की यह सबसे बड़ी तैनाती है.
UNISFA

आबिये में यूएन मिशन: भारतीय महिला शान्तिरक्षकों की प्लाटून का स्वागत

संयुक्त राष्ट्र शान्ति अभियानों के प्रमुख और अवर महासचिव ज़्याँ पियेर लाक्रोआ ने अफ़्रीका में सूडान और दक्षिण सूडान के बीच विवादित सीमा क्षेत्र – आबिये में यूएन अन्तरिम सुरक्षा बल (UNISFA) मिशन में, भारतीय महिला शान्तिरक्षकों की एक प्लाटून की तैनाती का स्वागत किया है.

आबिये की सड़कों पर यूएन शान्तिरक्षक गश्त लगा रहे हैं.
UN Photo/Stuart Price

आबिये में यूएन मिशन: भारतीय महिला शान्तिरक्षकों की प्लाटून की तैनाती

अफ़्रीका में सूडान और दक्षिण सूडान के बीच विवादित सीमा क्षेत्र – आबिये में संयुक्त राष्ट्र अन्तरिम सुरक्षा बल (UNISFA) मिशन में अब महिला शान्तिरक्षकों का एक दस्ता भी भारतीय बटालियन का हिस्सा होगा.

एक यूएन शान्तिरक्षक, लेबनान के दक्षिणी इलाक़े में, गश्त के दौरान. (फ़ाइल)
UN/Haidar Fahs

‘इनसानियत हम सभी शान्तिरक्षकों को एक साथ जोड़ती है’

सूडान और दक्षिण सूडान के बीच विवादित सीमा क्षेत्र - आबिये के लिये संयुक्त राष्ट्र अन्तरिम सुरक्षा बल (UNISFA) मिशन में भारतीय बटालियन भी अपनी सेवाएँ दे रही है जिसके कमाण्डर हैं - कर्नल विमल शर्मा. उनका कहना है कि इनसानियत एक बड़ी ज़िम्मेदारी है और इस दायित्व को निभाने के लिये विविध पृष्ठभूमियों व देशों से आए लोग, यूएन के झण्डे तले साझा उद्देश्य के तहत, एक साथ मिलकर प्रयास करते हैं. भारतीय बटालियन पहली बार आबिये में यूएन मिशन का हिस्सा बनी है. 29 मई को 'अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस' के अवसर पर कर्नल विमल शर्मा के साथ, यूएन न्यूज़ की एक ख़ास बातचीत...