वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

75वाँ सत्र

यूएन महासभा में विभिन्न वक्ताओं का एक संकलन (सितम्बर 2020)
United Nations

अभूतपूर्व रहा, महासभा का 75वाँ सत्र

यूएन महासभा का 75वाँ सत्र, इस विश्व संगठन के इतिहास के किसी अन्य सत्र से बिल्कुल अलग था क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण सभी देशों और सरकार के प्रमुखों ने इस बार पहले से रिकॉर्ड किये हुए वीडियो सन्देशों के ज़रिये जनरल डिबेट में शिरकत की.

हालाँकि इस सत्र और जनरल डिबेट का प्रमुख मुद्दा कोविड महामारी रहा, जिसमें ज़्यादातर प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि विश्व परस्पर रूप से जुड़ा है और इसके लिये बहुपक्षीय समाधानों की आवश्यकता है. इसी सन्दर्भ में, कई देशों ने स्वास्थ्य के अलावा जलवायु कार्रवाई, शान्ति, मानव अधिकारों और टिकाऊ विकास जैसी चुनौतियों के लिये संयुक्त राष्ट्र के अधिकाधिक उपयोग पर ज़ोर दिया... (वीडियो)

रवाण्डा के पूर्वी हिस्से में एक महिला अपने खेत में काम करते हुए. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) उस क्षेत्र में छोटे स्तर के किसानों की मदद कर रहा है.
WFP/Rein Skullerud

यूएन वार्षिक रिपोर्ट: कोविड-19 से उबरने का पैमाना आर्थिक के बजाय मानवीय होना चाहिये

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरुवार को संगठन के कामकाज पर आधारित वार्षिक रिपोर्ट जारी की है. यूएन की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर पेश की गई इस रिपोर्ट में यूएन प्रमुख ने एक समावेशी व टिकाऊ दुनिया के निर्माण का संकल्प लिये जाने की अहमियत पर बल दिया है. 

स्लोवेनिया के जंगल में एक भूरा भालू और उसका बच्चा.
Unsplash/Marco Secchi

जैवविविधता शिखर बैठक – ‘भावी पीढ़ियों के फलने-फूलने’ के लिये प्रकृति को स्वस्थ रखना होगा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि मानवता प्रकृति के मुक़ाबिल एक युद्ध लड़ रही है जिस पर तत्काल विराम लगाए जाने और पर्यावरण के साथ इनसानों के सम्बन्ध को पुनर्स्थापित किये जाने की आवश्यकता है. बुधवार को जैवविविधता मुद्दे पर आयोजित एक अहम शिखर बैठक में पर्यावरण कार्यकर्ताओं और शीर्ष यूएन अधिकारियों ने टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिये जैविक संरक्षण की पुकार लगाई है. 

यूएन महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर जनरल डिबेट का समापन करते हुए. (29 सितम्बर 2020)
UN Photo/Loey Felipe

महासभा: जनरल डिबेट सम्पन्न, कोविड-19 के कारण 75वाँ सत्र इतिहास में दर्ज

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष (PGA) वोल्कान बोज़किर ने जनरल डिबेट का समापन करते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि वैश्विक नेता व प्रतिनिधि महासभा के वार्षिक सत्र में व्यक्तिगत मौजूदगी के साथ शिरकत नहीं कर पाए. मंगलवार को उन्होंने कहा कि फिर भी कोविड-19 से बचने के लिये किये गए ऐहतियाती उपाय बहुपक्षवाद को उच्चतम स्तर पर होने से नहीं रोक पाए.

इसराइल के प्रधानमन्त्री बेन्यामिन नेतनयाहू जनरल असेम्बली के 75वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/ Rick Bajornas

75वाँ सत्र: इसराइल ने कहा, ‘शान्ति के दायरे' में जल्द शामिल होंगे अन्य अरब देश भी

इसराइल के प्रधानमन्त्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को यूएन महासभा के सत्र की जनरल डिबेट को दिये वीडियो सन्देश में कुछ अरब देशों के साथ हुए समझौतों को शान्ति का दायरा बढ़ाने वाली एक अच्छी ख़बर क़रार दिया है. प्रधानमन्त्री नेतन्याहू ने पहले से रिकॉर्ड कराए गए अपने वीडियो सन्देश में हिज़्बुल्लाह चरमपंथियों पर बेरूत के एक रिहायशी इलाक़े में हथियारों का भण्डारण करने का भी आरोप लगाया है.  

जर्मनी के विदेश मन्त्री हाइको मास जनरल असेम्बली के 75वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/ Rick Bajornas

75वाँ सत्र: जर्मनी ने कहा, कोविड-19 के ख़िलाफ़ अन्तरराष्ट्रीय सहयोग से दिखे नतीजे

जर्मनी के विदेश मन्त्री हाइको मास ने कहा है कि विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 ने यह बात उजागर कर दी है कि किस तरह हिंसा व टकरावों को सुलझाने के प्रयासों में अन्तरराष्ट्रीय सहयोग से नतीजे हासिल किये जाते हैं. उन्होंने मंगलवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र में जनरल डिबेट के लिये पहले से रिकॉर्ड किये गए वीडियो सन्देश में माना कि अभी इस दिशा में एक लम्बा रास्ता तय करना है. 

म्याँमार स्टेट काउन्सलर कार्यालय में मन्त्री यू चा टिन्ट स्वे जनरल असेम्बली को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/ Rick Bajornas

75वाँ सत्र: द्विपक्षीय सहयोग ही है रोहिंज्या वापसी के मुद्दे का ‘एकमात्र समाधान’ – म्याँमार 

म्याँमार के स्टेट काउन्सलर कार्यालय में मन्त्री ने कहा है कि बांग्लादेश में शरणार्थी के तौर पर रह रहे रोहिंज्या लोगों की म्याँमार वापसी का मुद्दा प्रभावी ढँग से सुलझाने के लिये दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग ही एकमात्र रास्ता है. स्टेट काउन्सलर कार्यालय में मन्त्री ने मंगलवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र की जनरल डिबेट को अपने वीडियो सन्देश में कहा कि उनकी सरकार मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को गम्भीरता से लेती है.  

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मन्त्री शेख़ अब्दुल्ला बिन ज़ायद अल नाहयान का यूएन महासभा के 75वें सत्र को वीडियो सन्देश (सितम्बर 2020)
UN Photo/ Rick Bajornas

75वाँ सत्र: यूएई ने जताई उम्मीद, इसराइल के साथ समझौते से शान्ति वार्ता में मिलेगी मदद

संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मन्त्री शेख़ अब्दुल्ला बिन ज़ायद अल नाहयान ने कहा है कि इसराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सम्बन्धों को बहाल करने वाले ऐतिहासिक समझौते से अरब क्षेत्र में भावी पीढ़ियों के लिए शान्ति और उज्ज्वल भविष्य के प्रयासों को मज़बूती मिलनी चाहिये. यूएई के विदेश मन्त्री ने मंगलवार को यूएन महासभा के 75वें सत्र की जनरल डिबेट को दिये वीडियो सन्देश में ये बात कही है.  

सीरिया के उपप्रधानमन्त्री और विदेश मन्त्री वलीद अल-मुअलम जनरल असेम्बली के 75वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Manuel Elias

75वाँ सत्र: कोविड-19 पर बहुपक्षीय कार्रवाई की ख़ातिर संकीर्ण हितों को छोड़ना होगा, सीरिया

सीरिया के उपप्रधानमन्त्री और विदेश मन्त्री वलीद अल-मुअलम ने शनिवार को यूएन महासभा की जनरल डिबेट में कहा कि कुछ देश अपने संकीर्ण एजेण्डा पर आगे बढ़े चले जा रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप दुनिया उन सिद्धान्तों से दूर होती जा रही है जो अन्तरराष्ट्रीय मानकों और संयुक्त राष्ट्र के कामकाज को मज़बूती प्रदान करते हैं.