भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा है कि विश्व का स्वरूप बदल रहा है और गंभीर समस्याओं के समाधान के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है. विश्व का बिखराव किसी के हित में नहीं है इसलिए दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए समरसता, विश्व बंधुत्व, विश्व कल्याण और शांति का संदेश है जो संयुक्त राष्ट्र का भी ध्येय रहा है.