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युद्धविराम के लिए सहमति की घोषणा, यूएन एजेंसियाँ सहायता आरम्भ करने के लिए मुस्तैद

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि ग़ाज़ा में युद्धविराम पर सहमति की घोषणा से, लोगों की तकलीफ़ें दूर करने में मदद मिलेगी.
UNOCHA/ Olga Cherevko
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि ग़ाज़ा में युद्धविराम पर सहमति की घोषणा से, लोगों की तकलीफ़ें दूर करने में मदद मिलेगी.

युद्धविराम के लिए सहमति की घोषणा, यूएन एजेंसियाँ सहायता आरम्भ करने के लिए मुस्तैद

शान्ति और सुरक्षा

हमास के राजनैतिक नेतृत्व और इसराइल के बीच सम्भावित युद्धविराम समझौते की घोषणा की ख़बर से, ग़ाज़ा और इसराइल में जश्न का माहौल देखा गया है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसियों ने गुरूवार को घोषणा की कि वे अकालग्रस्त ग़ाज़ा पट्टी में, बड़ी मात्रा में राहत सामग्री पहुँचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. साथ ही सभी बन्धकों की तत्काल रिहाई की मांग भी की.

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों की समन्वय एजेंसी – OCHA की प्रवक्ता ओल्गा चेरेवको ने कहा है, “आज सुबह और बीती रात, ग़ाज़ा में माहौल बेहद सकारात्मक और उल्लासपूर्ण है, और पूरी रात ऐसा ही माहौल बना रहा…लोग सीटियाँ बजा रहे थे, जश्न मना रहे थे और खु़शी मना रहे थे.” 

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ओल्गा चेरेवको ने ग़ाज़ा के तबाह इलाक़े से यूएन न्यूज़ के साथ बात करते हुए कहा कि तत्काल पूरी किए जाने के लिए मानवीय प्राथमिकताएँ अब भी वही हैं, “सबसे ज़्यादा ज़रूरतमन्द लोगों तक पर्याप्त मात्रा में सहायता पहुँचाना और यह सुनिश्चित करना कि यह मदद वक़्त पर उन तक पहुँचे, जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है."

"लेकिन साफ़तौर पर, कोई भी मानवीय सहायता, शान्ति की जगह नहीं ले सकती. इसलिए यह समझौता अब पहले से कहीं ज़्यादा अहम है.”

संयुक्त राष्ट्र के राहत कर्मियों के अनुसार, ग़ाज़ा के बाहर गोदामों में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मीट्रिक टन खाद्य सामग्री, आश्रय सामान, दवाइयाँ और अन्य आवश्यक वस्तुएँ तैयार रखी गई हैं.

एक राहतकर्मी ने बताया कि जैसे ही युद्धविराम लागू होगा, इन वस्तुओं को ट्रकों में लादकर ग़ाज़ा पट्टी में भेजा जा सकता है. 

हालाँकि, गुरूवार सुबह तक लड़ाई जारी थी.

उन्होंने कहा, “हम यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि आने वाले दिनों में हमारी भूमिका क्या होगी, और हम किस तरह तेज़ी और प्रभावी ढंग से इस राहत सामग्री को उन लोगों तक पहुँचा सकते हैं जिन्हें इसकी सख़्त ज़रूरत है.”

अमेरिका की शान्ति योजना में प्रगति

यह घटनाक्रम अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प की बुधवार शाम की घोषणा के बाद सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि इसराइल और हमास ने मिस्र में कई दिनों तक चली गहन अप्रत्यक्ष वार्ताओं के बाद, उनकी 20 सूत्री शान्ति योजना के पहले चरण पर “सहमति” जताई है.

राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा की कि हमास सभी बन्धकों को रिहा करने पर सहमत हो गया है. यह प्रक्रिया सोमवार को शुरू हो सकती है.

उनका यह वक्तव्य मिस्र में हमास और इसराइल के बीच हुई तीन दिनों की अप्रत्यक्ष वार्ता के बाद आया, जहाँ अमेरिकी मध्यस्थों के अलावा क़तर और तुर्की के प्रतिनिधियों ने भी वार्ता को दिशा दी.

7 अक्टूबर 2025 को हमास के नेतृत्व में इसराइल पर हुए आतंकी हमलों के दौरान 251 लोगों को बन्धक बना लिया गया था.

ख़बरों के अनुसार, इनमें से 48 बन्धक अब भी ग़ाज़ा में कै़द हैं और जिनमें से लगभग 20 बन्धकों के जीवित होने की सम्भावना जताई जा रही है.

राष्ट्रपति ट्रम्प ने बताया कि समझौते के अन्य हिस्सों में इसराइली सैन्य बलों का “आपसी सहमति से तय की गई सीमा” तक पीछे हटना भी शामिल है.

ख़बरों के अनुसार समझौते की पुष्टि करते हुए हमास के राजनैतिक नेताओं ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह यह सुनिश्चित करे कि इसराइल समझौते की शर्तों का पालन करे, जिसमें फ़लस्तीनी कै़दियों की रिहाई भी शामिल है.

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतनयाहू ने इसे “इसराइल के लिए एक महान दिन” बताया.  

उन्होंने गुरुवार को अपनी सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक में समझौते के पहले चरण को मंज़ूरी देने की तैयारी की, जिसमें समाचारों के अनुसार तत्काल प्रभाव से लागू होने वाला युद्धविराम भी शामिल है.

महासचिव ने किया स्वागत

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस समझौते की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है, “मैं ग़ाज़ा में युद्धविराम और बन्धकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए समझौते की घोषणा का स्वागत करता हूँ, जो राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित योजना पर आधारित है,” 

इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र के राहत प्रमुख टॉम फ़्लैचर ने “बन्धकों को तुरन्त रिहा किए जाने और राहत सामग्री तेजी से पहुँचाई जाने” की अपील की है.

उन्होंने आगे कहा, “हमारी टीमें पूरी तरह से तैनात हैं ताकि ट्रकों को बड़े पैमाने पर चलाया जा सके और जानें बचाई जा सकें. उन्हें सुरक्षित पहुँच की आवश्यकता है.”

इस युद्ध में ग़ाज़ा के लाखों लोग हताहत हुए हैं. इसके अलावा दो साल पहले दक्षिणी इसराइल में हमास के अभूतपूर्व हमले में लगभग 1200 से अधिक इसराइली लोग मारे गए थे.

WHO सहायता के लिए तत्पर

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस ए़डहोनॉम ने, समझौते की घोषणा का स्वागत करते हुए, ग़ाज़ा में मरीज़ों की अब भी "गम्भीर" ज़रूरतों का ज़िक्र किया और कहा कि एजेंसी “अपने काम को बढ़ाने और नष्ट हुए स्वास्थ्य तंत्र की पुनर्निर्माण का समर्थन करने के लिए पूरी तरह तैयार है.”

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने भी संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ग़ाज़ा में तत्काल युद्धविराम की अपील का समर्थन किया और ज़ोर देकर कहा कि राहत सामग्री पहुँचाने के लिए “अभी तुरन्त कार्रवाई करनी होगी.”

उन्होंने कहा, “जीवन रक्षक भोजन और सहायता पहुँचाने के लिए बिना रोक-टोक मानवीय पहुँच बेहद आवश्यक है. WFP धरातल पर मौजूद है और अपने कार्य को बढ़ाने के लिए तैयार है, लेकिन हमें तुरन्त क़दम उठाने होंगे, समय बर्बाद करने की कोई गुंजाइश नहीं है.”