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यमन: संयुक्त राष्ट्र के 10 और कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने की निन्दा

यमन के ताइज़ शहर में एक ध्वस्त घर के मलबे में एक पिता अपने बच्चे के साथ बैठा है.
© YPN-UNOCHA/Ahmed Basha
यमन के ताइज़ शहर में एक ध्वस्त घर के मलबे में एक पिता अपने बच्चे के साथ बैठा है.

यमन: संयुक्त राष्ट्र के 10 और कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने की निन्दा

यूएन मामले

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यमन में हूथी लड़ाकों द्वारा यूएन के 10 कर्मचारियों को मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने की कठोर शब्दों में निन्दा की है. वर्ष 2021 के बाद से अब तक, संयुक्त राष्ट्र के 51 कर्मचारी अब हूथी विद्रोहियों के क़ब्ज़े में हैं.

यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र और साझेदार संगठनों के कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने, और हूथी नियंत्रण वाले इलाक़ों में यूएन परिसर व सम्पत्तियों को ग़ैरक़ानूनी ढंग से क़ब्ज़े में लेने की निन्दा की है.

उन्होंने कहा कि इन क़दमों से यमन में कामकाज करने और अति-महत्वपूर्ण सहायता पहुँचाने की यूएन की क्षमता पर असर हुआ है.

हूथी लड़ाकों को अंसार अल्लाह मूवमेंट के नाम से भी जाना जाता है, जिसका पिछले एक दशक से अधिक समय से यमन में अन्तरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार से हिंसक टकराव जारी है.

विद्रोहियों का देश की राजधानी सना समेत बड़े हिस्से पर नियंत्रण है और पिछले कुछ वर्षों में मानवीय सहायताकर्मियों को निरन्तर निशाना बनाया गया है.

संयुक्त राष्ट्र स्टाफ़ के अलावा, अन्तरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय ग़ैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज व राजनयिक मिशन के कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें सभी यमनी नागरिक हैं.

ग़ाज़ा में हिंसक टकराव अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस दौरान हूथी लड़ाकों ने फ़लस्तीनियों के साथ एकजुटता दर्शाने के इरादे से लाल सागर में इसराइली और अन्य कमर्शियल जहाज़ों पर हमले किए हैं, और इसराइल को ड्रोन व मिसाइल हमलों से भी निशाना बनाया है.

रिहाई की अपील

यूएन महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों के सभी कर्मचारियों को तुरन्त, बिना शर्त रिहा किए जाने की अपील की है. उन्होंने ध्यान दिलाया कि अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप उनके साथ सम्मानजनक बर्ताव व सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाना होगा.

उन्होंने दोहराया कि यूएन कर्मियों को बिना किसी रोकटोक के अपना कामकाज करने की अनुमति होनी चाहिए. यूएन परिसर व सम्पत्ति का किसी भी समय उल्लंघन नहीं किया जा सकता है और उनकी सदैव रक्षा करनी होगी.

यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बिना थके, हर उपलब्ध माध्यम से, मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए इन कर्मचारियों की रिहाई, और यूएन एजेंसी के कार्यालयों व सम्पत्तियों को फिर से हासिल करने के प्रयास जारी रखेगा.

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि महासचिव, यमन के लोगों को समर्थन देने और एक न्यायसंगत व स्थाई शान्ति के लिए उनकी जायज़ आकाँक्षाओं को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.