UNGA80: क्षेत्र और युद्ध सहन नहीं कर सकता, तुर्कीये
तुर्कीये के राष्ट्रपति रैचप तैयप ऐरदोआन ने कहा है कि मध्य पूर्व क्षेत्र और युद्ध सहन नहीं कर सकता और “इसराइल पिछले 23 महीनों से ग़ाज़ा में हर घंटे एक बच्चे की हत्या कर रहा है. जी हाँ, हर घंटे.”
उन्होंने मंगलवार को यूएन महासभा के 80वें सत्र की जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए कहा कि गाज़ा में "मानवता के सबसे निचले स्तर" के हालात मौजूद हैं, जिनमें भुखमरी, स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढाँचे का पतन, स्कूलों और अस्पतालों का विनाश, और पत्रकारों व मानवीय कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना, बच्चों के बिना एनेस्थीसिया के अंग-विच्छेदन जैसे मामले हो रहे हैं.
उन्होंने ऐसे समय में, जनरल डिबेट में फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास की अनुपस्थिति पर खेद व्यक्त किया जब फ़लस्तीन राष्ट्र की स्थापना के लिए समर्थन देने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है.
तुर्कीये के राष्ट्रपति ने, अभी तक फ़लस्तीन राष्ट्र की स्थापना को समर्थन नहीं देने वाले सभी देशों से भी, इसे "जल्द से जल्द" मान्यता देने का आहवान किया.
राष्ट्रपति रैचप तैयप ऐरदोआन ने कहा कि इसराइल केवल ग़ाज़ा और पश्चिमी तट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सीरिया, ईरान, यमन और लेबनान पर भी हमले कर रहा है, जिससे क्षेत्रीय शान्ति को ख़तरा है.
उन्होंने ऐसे हालात में ज़ोर देकर कहा, "क़तर पर हमले ने यह भी दिखाया है कि इसराइली नेतृत्व अब पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर है".
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "हम अब इस पागलपन को और जारी नहीं रहने दे सकते," और उन्होंने तत्काल युद्धविराम, निर्बाध मानवीय सहायता पहुँच और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत जवाबदेही की माँग की.
"जो कोई भी चुप है, वह इस बर्बरता के भागीदार हैं."
तुर्कीये के राष्ट्रपति ने विश्व नेताओं से कार्रवाई करने का साहस दिखाने और ग़ाज़ा के प्रति अपने मानवीय कर्तव्य को पूरा करने की पुकार लगाई, "जहाँ बच्चे, बच्चों का पालन-पोषण कर रहे हैं."
युद्ध अब बर्दाश्त से परे
राष्ट्रपति रैचप तैयप ऐरदोआन ने कहा कि "यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा क्षेत्र एक और संकट बर्दाश्त नहीं कर सकता."
उन्होंने साथ ही आशा व्यक्त की कि ईरान के साथ परमाणु प्रयोग का मुद्दा जल्द से जल्द कूटनीति के माध्यम से सुलझा लिया जाएगा और "8 दिसम्बर की क्रान्ति" का स्वागत "एक एकीकृत सीरिया" की दिशा में एक क़दम के रूप में किया, जहाँ आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं होगी.
उन्होंने क्षेत्रीय कल्याण के लिए इराक़ की स्थिरता के महत्व पर ज़ोर देते हुए, अज़रबैजान और आर्मीनिया के बीच शान्ति की दिशा में उठाए गए क़दमों का भी स्वागत किया, अंकारा प्रक्रिया के तहत प्रगति की सराहना की और तुर्कीये के ‘उत्तरी साइप्रस गणराज्य’ को अन्तरराष्ट्रीय मान्यता देने का अपना आहवान दोहराया.
राष्ट्रपति ने कहा, "साइप्रस द्वीप पर दो अलग-अलग राज्य और दो अलग-अलग लोग रहते हैं... अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को उस अनुचित और अमानवीय अलगाव को समाप्त करना होगा, जो तुर्की – साइप्रस के वासियों को आधी सदी से झेलना पड़ रहा है."