एआई संचालन व्यवस्था के लिए, नए तंत्र स्थापित किए जाने के निर्णय का स्वागत
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) संचालन व्यवस्था के लिए यूएन महासभा द्वारा दो नए तंत्र स्थापित किए जाने के निर्णय का स्वागत किया है, जिनका उद्देश्य इस विषय में अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है.
यूएन महासभा ने कृत्रिम बुद्धिमता पर स्वतंत्र, अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिक पैनल और एआई संचालन व्यवस्था पर वैश्विक संवाद नामक पहल को स्थापित किया है.
यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इन व्यवस्थाओं के ज़रिए एआई से प्राप्त होने वाले लाभ को संवारने और जोखिमों से निपटने में मदद मिलेगी.
यूएन महासचिव ने अतीत में अनेक बार, एआई टैक्नॉलॉजी से आ रहे बदलावों को रेखांकित करते हुए सचेत किया है कि कम समय में ही यह टैक्नॉलॉजी, विज्ञान की फ़ंतासी दुनिया से बाहर निकल करके, दुनिया को बदल कर रख देने वाली एक शक्ति में तब्दील हो गई है.
कामकाज, आपस में सम्पर्क व बातचीत के तौर-तरीक़ों में बदलाव आया है और शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल व कृषि में विशाल प्रगति हुई है, मगर, इससे साझा मूल्यों व अधिकारों पर होने वाले असर के प्रति चिन्ता भी व्यक्त की गई है.
इसके मद्देनज़र, उन्होंने एआई के लाभ हर एक समुदाय तक पहुँचाने, वैश्विक स्तर पर बचाव उपायों पर सहमति बनाने और सर्वोत्तम तौर-तरीक़ों को साझा किए जाने की अपील की है.
यूएन महासभा द्वारा स्थापित, एआई संचालन व्यवस्था पर वैश्विक संवाद के ज़रिए संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर सदस्य देशों व अन्य हितधारकों को एक समावेशी प्लैटफ़ॉर्म मुहैया कराया जाएगा, ताकि एआई से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा का अवसर मिल सके.
वहीं, एआई पर वैज्ञानिक पैनल, नीतिनिर्माताओं और अत्याधुनिक शोध के बीच एक महत्वपूर्ण पुल की भूमिका निभाएगा, और स्वतंत्र वैज्ञानिक समीक्षा प्रदान करेगा.
इस पहले से अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को नई, उभरती हुई चुनौतियों को समझने और रूपान्तरकारी टैक्नॉलॉजी की संचालन व्यवस्था से जुड़े निर्णय लेने में मदद मिलेगी.
यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक के अनुसार, महासचिव गुटेरेश द्वारा जल्द ही इस वैज्ञानिक पैनल के लिए नामांकन की शुरुआत होने की घोषणा की जाएगी.
उन्होंने सभी हितधारकों से इस ऐतिहासिक पहल का समर्थन करने और एक ऐसे भविष्य के निर्माण में योगदान देने की अपील की है, जिसमें एआई को मानवता की भलाई के लिए उपयोग में लाया जा सके.