दोहा समझौते से डीआरसी सरकार और एम23 विद्रोहियों के बीच शान्ति की दिशा में अहम प्रगति
काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में संयुक्त राष्ट्र शान्ति मिशन (MONUSCO) ने देश की सरकार और M23/काँगो रिवर अलायंस (AFC/M23) के बीच दोहा में हुए एक समझौते का स्वागत किया है. शान्तिरक्षा मिशन ने इसे "टिकाऊ शान्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम" क़रार दिया है.
MONUSCO ने, 19 जुलाई को जारी एक वक्तव्य में कहा कि क़तर की मध्यस्थता में हस्ताक्षरित सिद्धांतों की घोषणा के तहत सभी पक्षों ने शान्तिपूर्ण समाधान को प्राथमिकता देने, युद्धविराम स्थापित करने और उसके क्रियान्वयन के लिए एक साझा तंत्र बनाने की प्रतिबद्धता जताई है.
MONUSCO के कार्यवाहक प्रमुख व DRC में यूएन महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि ब्रूनो लेमार्की ने कहा, "यह घोषणा तनाव को कम करने और संघर्ष से प्रभावित नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम मोड़ है.”
उन्होंने सभी पक्षों से इस समझौते को शीघ्र एवं ईमानदारी से लागू करने का आग्रह किया.
इस समझौते में कई महत्वपूर्ण उपायों की बात की गई है, जिनमें आन्तरिक रूप से विस्थापित लोगों और शरणार्थियों की स्वैच्छिक, सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी की व्यवस्था करना शामिल है.
साथ ही, समावेशी संवाद को बढ़ावा देने की बात भी कही गई है, ताकि संघर्ष के मूल कारणों को समझा और दूर किया जा सके, और स्थाई शान्ति की दिशा में ठोस प्रगति हो सके.
इस वर्ष की शुरू में, M23 ने उत्तरी और दक्षिणी कीवू प्रान्तों में हमला शुरू किया था, जिसमें गोमा और बुकावु जैसे प्रमुख शहरों पर कब्ज़ा कर लिया गया था.
इस हिंसा में हज़ारों लोग मारे गए, लाखों विस्थापित हुए, और मानवाधिकार उल्लंघन की गम्भीर घटनाएँ सामने आईं.
दोहा घोषणा उस शान्ति समझौते के एक महीने से भी कम समय बाद सामने आई है, जिसमें काँगो और रवांडा ने हस्ताक्षर किए थे. हालाँकि काँगो सरकार लम्बे समय से रवांडा पर M23 को समर्थन देने का आरोप लगाती रही है.
MONUSCO के बयान में यह भी रेखांकित किया गया कि यह घोषणापत्र नागरिकों की सुरक्षा, संघर्षविराम को मज़बूत बनाए रखने और संयुक्त निगरानी तंत्र स्थापित करने पर बल देता है.
मिशन ने इस प्रक्रिया में MONUSCO और अन्य साझीदारों की सक्रिय भूमिका और समर्थन देने की अपनी तत्परता को भी दोहराया.
वक्तव्य के अन्त में, MONUSCO ने सभी सम्बन्धित पक्षों से अपील की कि वे अपनी प्रतिबद्धताओं का ईमानदारी से पालन करें, मानवाधिकारों की रक्षा करें, और हर निर्णय में काँगो की जनता की सुरक्षा व आकांक्षाओं को प्राथमिकता दें.
'स्थाई शान्ति की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी इस घोषणा का स्वागत किया है. उनके प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक रविवार को जारी एक वक्तव्य में कहा कि यह घोषणापत्र, स्थाई शान्ति, सुरक्षा और विस्थापितों की वापसी की दिशा में एक ठोस मार्ग दिखाता है.
साथ ही उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया में क़तर सरकार की भूमिका की सराहना की और कहा कि संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अन्तरराष्ट्रीय साझीदारों के साथ मिलकर, डीआरसी में शान्ति, नागरिक सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयासों में पूरी तरह सहयोग करता रहेगा.
यूएन महासचिव ने सभी पक्षों से इस समझौते को त्वरित और प्रभावी ढंग से लागू करने की अपील की है.