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यमन में बढ़ती हिंसा पर गहरी चिन्ता, 'अधिकतम संयम' की अपील

यमन में यूएन एजेंसियाँ ज़रूरतमन्द लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराने में सक्रिय हैं. (फ़ाइल फ़ोटो)
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यमन में यूएन एजेंसियाँ ज़रूरतमन्द लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराने में सक्रिय हैं. (फ़ाइल फ़ोटो)

यमन में बढ़ती हिंसा पर गहरी चिन्ता, 'अधिकतम संयम' की अपील

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, इस सप्ताह अमेरिका द्वारा, यमन के राअस ईसा बन्दरगाह में और उसके आसपास किए गए हमलों पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है. इन हमलों में अनेक आम लोगों के हताहत होने की ख़बरें हैं.

घायल हुए लोगों में, कम से कम पाँच मानवीय सहायता कर्मी भी हैं और बन्दरगाह के ढाँचे को व्यापक नुक़सान पहुँचने की ख़बरें हैं.

लाल सागर में तेल रिसाव होने का भी डर है जिससे पर्यावरणीय चिन्ताएँ बढ़ी हैं.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता ने शनिवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून सहित अन्तरराष्ट्रीय

क़ानून का “हर समय सम्मान किया किया जाना अत्यावश्यक है”.

एंतोनियो गुटेरेश ने इस वक्तव्य में, सभी सम्बद्ध पक्षों से आम लोगों व नागरिक ढाँचे का सम्मान करने और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.

यूएन महासचिव ने हूथी बलों द्वारा इसराइल के विरुद्ध और लाल सागर में मिसाइल व ड्रोन के बढ़ते हमलों पर भी गहरी चिन्ता व्यक्त की है.

उन्होंने हूथी बलों से इन हमलों को तत्काल रोके जाने का आहवान किया है.

एंतोनियो गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा है कि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2768 (2025) का हर क़ीमत पर सम्मान किया जाना होगा जो व्यापारिक और व्यावसायिक जहाज़ों पर, हूथी बलों के हमलों के सम्बन्ध में है.

उन्होंने एक वृहतर क्षेत्रीय टकराव भड़कने के जोखिम के बारे में भी आगाह किया है और साथ ही सभी सम्बद्ध पक्षों से, “अधिकतम संयम” बरतने का आग्रह किया है.