परमाणु हथियार ‘विनाश का एकतरफ़ा रास्ता’ हैं, गुटेरेश की चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि वैश्विक सुरक्षा व्यवस्थाओं का बिखराव बढ़ने और सैन्य ख़र्च बढ़ने के हालात में, परमाणु टकराव का जोखिम बढ़ रहा है. उन्होंने इस सन्दर्भ में, देशों से पूर्ण निरस्त्रीकरण के लिए प्रयास करने का आग्रह किया है.
यूएन प्रमुख ने, सोमवार को जिनीवा में निरस्त्रीकरण मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा, “परमाणु विकल्प, क़तई कोई विकल्प नहीं है.”
“यह विनाश का एकतरफ़ा रास्ता है. हमें हर क़ीमत पर इस गतिरोध से बचना होगा.”
अन्तरिक्ष में फैल रही हथियारों की होड़
एंतोनियो गुटेरेश ने सम्मेलन में शिरकत करने आए प्रतिनिधियों को, बढ़ती वैश्विक सुरक्षा चिन्ताओं के बारे में आगाह करते हुए कहा कि देशों के बीच विश्वास टूट रहा है, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून को कमज़ोर किया जा रहा है और बहुपक्षीय सन्धियाँ दबाव का सामना कर रही हैं.
मानवता दुनिया को नष्ट करने के कितने क़रीब है, इसका प्रतीकात्मक संकेतक यानि तथाकथित “प्रलय घड़ी” - पिछले महीने एक आधी रात को, एक सेकंड निकट आ गई, जो बढ़ते ख़तरे को रेखांकित करती है.
उन्होंने कहा कि कुछ देश अपने परमाणु हथियारों और सामग्रियों के भंडार का विस्तार कर रहे हैं. जबकि कुछ अन्य देश, दबाव बनाने के लिए परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की धमकियाँ जारी रखते हैं. हम नए हथियारों की दौड़ के संकेत देख रहे हैं और बाहरी अन्तरिक्ष क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है.
"और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को एक हथियार में तब्दील करने का चलन भी, खडतरनाक गति से आगे बढ़ रहा है."
आशा की किरण
यूएन महासचिव ने, इस भयावह तस्वीर के बावजूद, सितम्बर 2024 में महासभा में, विश्व नेताओं द्वारा अपनाए गए भविष्य के लिए समझौते को उम्मीद के संकेत के रूप में उजागर किया.
यह एक दशक से अधिक समय में पहला नया अन्तरराष्ट्रीय परमाणु निरस्त्रीकरण समझौता था.
उन्होंने आगे कहा, "सदस्य देशों ने, इस समझौते के माध्यम से, निरस्त्रीकरण में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को पुनर्जीवित करने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई है."
उन्होंने रासायनिक या जैविक हथियारों का उपयोग करने वाले किसी भी व्यक्ति को जवाबदेह ठहराने का आहवान किया.
साथ ही, उन्होंने प्रतिनिधियों से नई बातचीत के माध्यम से बाहरी अन्तरिक्ष में हथियारों की दौड़ को रोकने और निरस्त्रीकरण और वैश्विक सुरक्षा में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को मज़बूत करने का आहवान किया.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, "मानवता इस पर भरोसा कर रही है कि हम इसे सही करेंगे. हमें सुरक्षित, संरक्षित और शान्तिपूर्ण दुनिया बनाने के लिए काम करना जारी रखना होगा, जिसकी हर व्यक्ति को आवश्यकता है और जिसके वो हक़दार हैं."
निरस्त्रीकरण पर सम्मेलन
निरस्त्रीकरण पर सम्मेलन (सीडी), शस्त्र नियंत्रण और निरस्त्रीकरण समझौतों पर बातचीत करने के लिए दुनिया का एकमात्र बहुपक्षीय मंच है.
परमाणु और सैन्य रूप से महत्वपूर्ण राष्ट्रों सहित, 65 सदस्य देशों से मिलकर बने इस सम्मेलन ने, परमाणु अप्रसार सन्धि (एनपीटी) और व्यापक परमाणु-परीक्षण-प्रतिबन्ध सन्धि (सीटीबीटी) जैसी सन्धियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इस सम्मेलन के एजेंडे में परमाणु निरस्त्रीकरण, बाहरी अन्तरिक्ष में हथियारों की दौड़ को रोकना और सामूहिक विनाश के नए हथियारों से निपटना शामिल है.
ग़ैर-सदस्य देश भी इस सम्मेलन के सत्रों में भाग लेते हैं. वर्ष 2019 में 50 देश चर्चा में शामिल हुए थे जो दो दशकों में सबसे अधिक संख्या है.