DRC के पूर्वी हिस्से में संकट समाप्ति के लिए बीच-बचाव की अपील
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा है कि काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के पूर्वी हिस्से में संकट को समाप्त करने का ये बिल्कुल सही समय है. उन्होंने सुरक्षा परिषद के बाहर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा, "हम एक निर्णायक क्षण में हैं और शान्ति के लिए एक साथ एकजुट होने का समय आ गया है."
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों से मुख़ातिब होते हुए, रवांडा समर्थित सशस्त्र गुट एम23 द्वारा पूरे क्षेत्र में किए जा रहे क्रूर हमले पर चर्चा करने के लिए प्रस्तावित दो प्रमुख बैठकों से पहले "शान्ति के लिए यह विशेष अपील" की.
"हमें सभी पक्षों व हितधारकों - पड़ोसी देशों, उप-क्षेत्रीय संगठनों, अफ़्रीकी संघ और संयुक्त राष्ट्र की सक्रिय व रचनात्मक भूमिका की आवश्यकता है."
हज़ारों लोग मृत और विस्थापित
डीआरसी का पूर्वी क्षेत्र, खनिजों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है और दशकों से टकरावों और युद्धों से ग्रस्त रहा है. इस क्षेत्र में कथित रूप में 100 से अधिक सशस्त्र समूह सक्रिय हैं.
जनवरी में एम23 नामक सशस्त्र गुट और काँगो सरकार के बलों के बीच लड़ाई बढ़ गई. विद्रोहियों ने क्षेत्रीय राजधानी गोमा पर क़ब्ज़ा कर लिया, और फिर दक्षिण की ओर रुक़ करते हुए बुकावू शहर की ओर बढ़ गए, जो दक्षिण कीवू प्रान्त की राजधानी है.
इस टकराव में अभी तक हज़ारों लोग मारे गए हैं, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी हैं. लाखों लोगों को सुरक्षा की ख़ातिर अपने घरों से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, "हम अन्य सशस्त्र समूहों द्वारा निरन्तर ख़तरे को भी देख रहे हैं, चाहे वे कांगो के हों या विदेशी. इन सब घटनाक्रमों व गतिविधियों मानवीय नुक़सान बहुत ज़्यादा है."
मानवाधिकार हनन और उत्पीड़न
यूएन महासचिव ने मानवाधिकारों के व्यापक उल्लंघन की अनगिनत ख़बरों का ज़िक्र किया जिनमें यौन और लिंग आधारित हिंसा, युद्ध में प्रयोग के लिए लोगों की जबरन भर्ती और जीवन रक्षक सहायता में व्यवधान शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि गोमा और उसके आस-पास मानवीय स्थिति ख़तरनाक है. अब लाखों लोग पलायन कर रहे हैं, शहर के उत्तर में विस्थापित लोगों को रखने वाले कई पुराने स्थल अब लूट लिए गए हैं, नष्ट कर दिए गए हैं या छोड़ दिए गए हैं.
इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवा सुविधाएँ चरमरा गई हैं, तथा अन्य बुनियादी सेवाएँ गम्भीर रूप से सीमित हैं, जिनमें स्कूल, पानी, बिजली, फ़ोन लाइन और इंटरनैट शामिल हैं
व्यापक ख़तरे की आशंका
उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि इस बीच, दक्षिण कीवू में युद्ध जारी है जिसके, पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में लेने का जोखिम है.”
महासचिव ने उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी जो इस संकट में मौत के शिकार हुए हैं. इनमें देश में संयुक्त राष्ट्र मिशन -MONUSCO का शान्तिरक्षक और क्षेत्रीय बलों के लोग शामिल हैं.
उन्होंने काँगो के लोगों के साथ एकजुटता भी व्यक्त की “जो ख़ुद को एक बार फिर हिंसा के अन्तहीन चक्र में फँसा हुआ पाते हैं.”
‘बन्दूकों को ख़ामोश करें’
डीआरसी के संकट पर चर्चा करने के लिए, पूर्वी अफ़्रीकी समुदाय और दक्षिणी अफ़्रीकी ब्लॉक SADC के नेता, शुक्रवार को तंज़ानिया में एक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
एंतोनियो गुटेरेश ने पत्रकारों से कहा, "तंज़ानिया में शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है और ...मेरा सन्देश स्पष्ट है."
"बन्दूकों को शान्त करें. तनाव को बढ़ने से रोकें. काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करें. अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून और अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून को बनाए रखें."
'यह शान्ति का समय है'
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने पुष्टि की कि इस संकट का कोई सैन्य समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि डीआरसी और क्षेत्र के लिए शान्ति, सुरक्षा और सहयोग ढाँचे पर हस्ताक्षर करने वाले सभी देशों के लिए, अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने का समय आ गया है.
"यह मध्यस्थता का समय है. इस संकट को समाप्त करने का समय है. यह शान्ति का समय है. बहुत कुछ दाँव पर लगा है."
11 देशों द्वारा हस्ताक्षरित 2013 के दस्तावेज़ का उद्देश्य, पूर्वी डीआरसी में टकराव और हिंसा के निरन्तर चक्र को समाप्त करना है.