अफ़्रीकी देशों में एमपॉक्स फैलाव में उछाल, WHO ने कार्रवाई बढ़ाई
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अफ़्रीका के एक दर्जन से भी अधिक देशों में एमपॉक्स फैलाव का मुक़ाबला करने के लिए अपनी जवाबी कार्रवाई का स्तर उच्चतम किया है, जिसमें पूरी एजेंसी के प्रयासों को सक्रिय किया गया है.
ताज़ा जानकारी से मालूम होता है कि अफ़्रीका में गत जनवरी से, एमपॉक्स के मामलों में तेज़ी से उछाल आया है और अफ़्रीका क्षेत्र के 15 देशों में यह संक्रमण पाया गया है.
गुरूवार, 8 अगस्त तक की बात करें तो इस वर्ष अफ़्रीका में एम के संक्रमण 2030 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 13 लोगों की मौत भी शामिल है. इसके उलट वर्ष 2023 में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,145 थी और मौतों की संख्या 7 थी.
एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो इसी नाम के एक वायरस के संक्रमण से होती है, इसे आमतौर पर MPXV नाम से भी जाना जाता है. यह ऑर्थोपॉक्सवायरस की नस्ल का एक वायरस है.
एमपॉक्स के संक्रमण होने पर त्वचा पर चकत्ते नज़र आते हैं जो दो से चार सप्ताह तक रह सकते हैं और साथ ही बुख़ार, सिरदर्द, माँसपेशियों में दर्द, पीठदर्द, शरीर में ऊर्जा की कमी और सूजन भी होते हैं.
एमपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति, पदार्थों और संक्रमित जानवरों के सम्पर्क में आने से भी दीगर फैल सकता है.
संक्रमण फैलाव को रोकना है प्राथमिकता
WHO के अनुसार, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में, मंकीपॉक्स संक्रमण के सबसे अधिक, यानि इनमें से 90 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए हैं.
इनमें सितम्बर 2023 में उभरे वायरस प्रकार के मामले भी शामिल हैं. उसी वायरस प्रकार के मामरे रवांडा, यूगांडा व केनया में भी दर्ज किए गए हैं. जबकि बुरूंडी में संक्रमण मामलों का विश्लेषण किया जा रहा है.
अफ़्रीका क्षेत्र के लिए WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर मात्शीदीसो मोएती का कहना है कि इस समय प्राथमिकता – इस वायरस के फैलाव की श्रंखला को तोड़ना है ताकि ये आगे नहीं फैले.
धरातल पर कार्रवाई
WHO की टीमें, कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जवाबी कार्रवाई को मज़बूत करने के लिए राष्ट्रीय अधिकारियों को समर्थन देने की ख़ातिर, देश की टीमों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रही हैं.
इनमें बीमारी की निगरानी करना, परीक्षण और क्लीनिकल देखभाल, संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण जैसे उपाय शामिल हैं.
प्रभावित और उच्च जोखिम वाले देशों में धरातल पर जाकर जाँच-पड़ताल करने और संक्रमण मामलों के पता लगाने की व्यवस्था को भी मज़बूत किया जा रहा है.
अन्तरराष्ट्रीय जोखिम का आकलन
उससे भी आगे, WHO के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने इस मुद्दे पर विचार करने के लिए बुधवार को विशेषज्ञों की आपदा कमेटी की एक बैठक बुलाए जाने की पुकार लगाई कि क्या अफ़्रीका में एमपॉक्स के इस संक्रमण को, अन्तरराष्ट्रीय चिन्ता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा कहा जा सकता है.
उन्होंने जिनीवा में बता कि यह कमेट यथाशीघ्र अपनी बैठक करेगी और इसमें दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के स्वतंत्र विशेषज्ञ इसकी बैठक में शिरकत करेंगे.