हवाई सफ़र में उछाल, कोविड के नुक़सान से उबरने के आसार
हवाई यातायात में हाल के समय में, इस क़दर उछाल आया है कि उसने वर्ष 2019 में कोविड-19 महामारी शुरू होने से पहले के समय के स्तर को भी पीछे छोड़ दिया है.
संयुक्त राष्ट्र विमानन एजेंसी ने बुधवार को बताया है कि हवाई यातायात का स्तर 2019 में, कोविड-19 महामारी शुरू होने से पहले के, इसके उच्चतम स्तर से लगभग दो प्रतिशत ऊपर चल रहा है. ग़ौरतलब है कि 2019 में ही शुरू हुई कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर की आबादी को बन्द स्थानों में महदूद कर दिया था, जिससे हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था.
अन्तरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन - ICAO का कहना है कि वर्ष 2024 की पहली तिमाही के आँकड़े बताते हैं कि हवाई यातायात सेवाएँ वर्ष 2023 में दर्ज किए गए मुनाफ़े का स्तर बनाए रखेंगी.
संगठन के अध्यक्ष सल्वाटोर सियाचिटानो ने कहा है कि कोविड महामारी का मुक़ाबला करने में सदस्य देशों प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई को आईसीएओ परिषद द्वारा विकसित मार्गदर्शन के साथ ताल मेल रखे जाने की प्रतिबद्धता ने, उनकी हवाई सेवाओं की बहाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
उनका कहना है कि महामारी के बाद के लिए आईसीएओ के दिशा-निर्देशों को लागू किया जाना, अब इस बढ़त को क़ायम रखने और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
एजेंसी का अनुमान है कि हवाई यातायात में उछाल, वर्ष 2019 के स्तर से लगभग तीन प्रतिशत ऊपर तक बढ़ जाएगा, और यह आँकड़ा सम्भवतः चार प्रतिशत भी हो सकता है, बशर्ते कि उन मार्गों पर यातायात बढ़ता है, जो अभी तक महामारी से पहले के स्तर पर नहीं लौटे हैं.
विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश मार्गों पर हवाई यातायात वर्ष 2023 के अन्त तक, पहले ही महामारी-पूर्व स्तर तक पहुँच गया था या उससे आगे निकल गया था.
आईसीएओ के महासचिव जुआन कार्लोस सालाजार ने कहा है कि वर्ष 2050 तक वायु परिवहन के कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में सरकारों के बीच सहमत महत्वाकांक्षी लक्ष्यों से, वैश्विक वायु परिवहन नैटवर्क की पुनर्प्राप्ति और भविष्य के विकास की पर्यावरणीय स्थिरता को समर्थन मिल रहा है.
ऊँची उड़ान
साल 2023 के अन्त तक 2019 का आँकड़ा पार करने वाले प्रमुख क्षेत्रीय मार्ग, योरोप के भीतर और योरोप तथा उत्तरी अमेरिका, मध्य पूर्व, दक्षिण पश्चिम एशिया और अफ़्रीका के बीच यात्रा के थे.
जबकि दक्षिण-पश्चिम एशिया की सेवा देने वाले मार्गों को छोड़कर, अधिकांश अन्तरराष्ट्रीय एशियाई मार्गों पर, महामारी से पहले के स्तर की तुलना में, वर्ष 2023 में यातायात का स्तर काफ़ी कम बना हुआ था.