UNGA78: ब्राज़ीलियाई राष्ट्रपति ने बढ़ती वैश्विक विषमताओं पर जताई चिन्ता, जलवायु कूटनीति पर दिया बल
ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में यूएन महासभा की वार्षिक डिबेट को सम्बोधित करते हुए बढ़ती वैश्विक विषमताओं पर क्षोभ प्रकट किया और जलवायु परिवर्तन कूटनीति में अपने देश की अहम भूमिका को रेखांकित किया है.
ब्राज़ीलियाई राष्ट्रपति के अनुसार, दुनिया और अधिक विषमतापूर्ण होती जा रही है, और कोविड-19, असुरक्षा, नस्लवाद, असहिष्णुता, भोजन व स्वच्छ जल की उपलब्धता समेत एक दूसरे से गुंथे हुए अनेक संकटों से जूझ रही है.
उन्होंने कहा कि इन विषमताओं को और अधिक गहराने से रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयासों की दरकार होगी.
“दस सबसे धनी अरबपतियों के पास, मानवता के सर्वाधिक निर्धन 40 प्रतिशत से अधिक सम्पदा है.”
“इस पृथ्वी पर जन्म लेने वाले हर बच्चे का भाग्य, उसकी माँ की कोख में ही तय हो जाता है. दुनिया का वो हिस्सा जहाँ उनके अभिभावक रहते हैं, और जिस सामाजिक वर्ग से उनका परिवार ताल्लुक़ रखता है, वही यह निर्धारित करता है कि जीवन-पर्यन्त बच्चे के पास अवसर होंगे या नहीं.”
राष्ट्रपति लूला ने कहा कि स्वच्छ और सुरक्षित जल व भोजन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और रोज़गार अवसरों की विषमतापूर्ण सुलभता, से असमानताएँ गहराती हैं.
बढ़ते भूराजनैतिक तनावों की पृष्ठभूमि में ये और अधिक पैनी हो गई हैं.
जलवायु कार्रवाई में भूमिका
राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने कहा कि जलवायु कूटनीति में समन्वय के नज़रिये से ब्राज़ील, तेज़ी से एक नेतृत्वकर्ता के रूप में उभर रहा है.
उन्होंने बद से बदतर होते जलवायु संकट को टालने के लिए तत्काल, व्यापक अन्तरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया है.
“ये वैश्विक दक्षिण में सर्वाधिक निर्बल आबादियाँ हैं, जोकि जलवायु परिवर्तन से होने वाली हानि व क्षति से सबसे अधिक प्रभावित हैं.”
ब्राज़ील ने अगस्त महीने में ऐमेज़ोन सहयोग सन्धि संगठन (ACTO) की मेज़बानी की, जहाँ आठ दक्षिण अमेरिकी देशों ने वर्षावन संरक्षण और जलवायु संकट पर चर्चा की.
लूला दा सिल्वा के अनुसार, ब्राज़ील के लिए ऐमेज़ोन वनों में पेड़ों की कटाई में 48 प्रतिशत की कमी लाना सम्भव हुआ है और देश नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में तेज़ी से क़दम बढ़ा रहा है.
उन्होंने बताया कि ब्राज़ील में 87 प्रतिशत बिजली को नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त किया जाता है.
ब्राज़ीलियाई राष्ट्रपति ने कहा कि उनके देश ने यह साबित किया है कि समाजिक रूप से न्यायसंगत और पर्यावरणीय दृष्टि से टिकाऊ मॉडल सम्भव है.
भूराजनैतिक तनाव
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव और यूक्रेन में जारी युद्ध की वजह से विश्व में तनाव क़ायम है. लूला दा सिल्वा ने कहा कि उनकी सरकार ने बीजिंग, मॉस्को या वॉशिंगटन के लिए स्पष्ट समर्थन से परेहज़ किया है.
ब्राज़ील ने यूक्रेन को सैन्य समर्थन देने से मना किया है, लेकिन वो रूसी आक्रमण की निन्दा करने वाले देशों के साथ है और शान्ति वार्ता की पैरवी कर रहा है.
ब्राज़ीलियाई नेता ने कहा कि हिंसक टकरावों की रोकथाम कर पाने में यूएन सुरक्षा परिषद की क्षमता पर सवाल हैं, और “यह धीरे-धीरे अपनी विश्वसनीयता खो रही है.”
उनके अनुसार, यह कमज़ोरी स्थाई सदस्यों के उन क़दमों का नतीजा है, जो अनधिकृत युद्धों और सत्ता परिवर्तन की कोशिशों को आगे बढ़ाते हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि यह गतिरोध अपने आप में एक बड़ा सबूत है कि सुरक्षा परिषद में सुधार की तत्काल आवश्यकता है.