वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

भारत में भीषण रेल दुर्घटना पर, यूएन प्रमुख की गहरी शोक संवेदना

भारत में विशाल रेल नैटवर्क है और बहुत सी रेलगाड़ियों को अब बिजली से संचालन की तरफ़ मोड़ा जा रहा है. फ़ाइल फोटो)
ESCAP Photo/Christian Dohrmann
भारत में विशाल रेल नैटवर्क है और बहुत सी रेलगाड़ियों को अब बिजली से संचालन की तरफ़ मोड़ा जा रहा है. फ़ाइल फोटो)

भारत में भीषण रेल दुर्घटना पर, यूएन प्रमुख की गहरी शोक संवेदना

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, भारत के ओडिशा प्रदेश में, शुक्रवार को हुई एक भीषण रेल दुर्घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भारत के ओडिशा प्रदेश में हुई भीषण रेल दुर्घटना गहरा शोक और संवेदना व्यक्त की है.

Tweet URL

महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने शनिवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने इस हादसे में हताहत हुए लोगों के परिवारों और भारत सरकार के साथ गहरी संवेदना व्यक्त की है.

यूएन महासचिव ने इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है. 

नवीनतम ख़बरों के अनुसार, इस सदी की अभी तक की इस सबसे भीषण रेल दुर्घटना में मृतक संख्या कम से कम 275 है और एक हज़ार से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. ख़बरों के अनुसार उनमें से लगभग 800 घायलों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

मीडिया ख़बरों के अनुसार, रेल अधिकारियों व रेल मंत्री ने शनिवार को कहा कि इस दुर्घटना के लिए, सम्भवतः सिगनल की नाकामी ज़िम्मेदार थी, जिसके कारण रेल मार्ग सम्बन्धी ग़लती हुई.

एक रेल गाड़ी, स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई और उसके डिब्बे पटरी से उतर गए. जो अन्ततः विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य यात्री रेलगाड़ी से टकरा गए और ये भीषण दुर्घटना हुई.

दुर्घटनाग्रस्त दो रेलगाड़ियों में, लगभग 2,000 यात्री सवार थे. दुर्घटना के कारणों की जाँच के लिए व्यापक जाँच जारी है.

आरम्भिक जाँच में पता चला है कि दोनों यात्री रेलगाड़ियाँ, ख़ुद को हरा सिगनल मिलने के बाद, बालासोर स्टेशन पर पहुँच रही थीं, जब ये दुर्घटना हुई.

भारत में, विश्व का सबसे विशाल रेल नैटवर्क है. देश के इतिहास में सबसे भीषण रेल दुर्घटना 1981 में हुई थी जब अत्यधिक भीड़ से भरी एक रेलगाड़ी, बिहार प्रदेश में एक तूफ़ान के दौरान, नदी में गिर गई थी. उसमें लगभग 800 लोगों की मौत हुई थी.

संवेदना और प्रार्थनाएँ

भारत में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने भी एक ट्वीट सन्देश में, ओडिशा के बालासोर में हुई इस भयंकर रेल दुर्घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है.

भारत में संयुक्त राष्ट्र के रैज़िडैंट कोऑर्डिनेटर (RCO) की तरफ़ से प्रकाशित इस ट्वीट सन्देश में पीड़ित परिवारों के प्रति, गहरी शोक संवेदना व्यक्त की गई है.

भारत में यूएन कार्यालय ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. "हमारी संवेदना और प्रार्थनाएँ, सभी पीड़ितों के साथ हैं."