वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

यूक्रेन युद्ध: डेढ़ हज़ार से अधिक बच्चे हताहत, जबरन हस्तान्तरण मामलों पर बढ़ी चिन्ता

यूक्रेन के खेरसॉन में एक लड़का सड़क पार कर रहा है.
© UNICEF/Andriy Boiko
यूक्रेन के खेरसॉन में एक लड़का सड़क पार कर रहा है.

यूक्रेन युद्ध: डेढ़ हज़ार से अधिक बच्चे हताहत, जबरन हस्तान्तरण मामलों पर बढ़ी चिन्ता

मानवाधिकार

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी दल ने कहा है कि राजधानी कीव के डेसनिएनस्की इलाक़े में संदिग्ध रूसी मिसाइल हमले में, एक 9 वर्षीय लड़की समेत तीन लोग मारे गए हैं. यूएन टीम ने क्षोभ प्रकट किया है कि अन्तरराष्ट्रीय बाल दिवस नज़दीक है, मगर यूक्रेन में बच्चों सहित आम नागरिक युद्ध की एक बड़ी क़ीमत चुका रहे हैं.

 

समाचार माध्यमों के अनुसार, बीती रात, रूसी हमलों में तीन लोगों की मौत हुई है, जिनमें लड़की की माँ भी है. 11 अन्य घायल हुए हैं.  

15 महीने पहले यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से अब तक, हिंसा में डेढ़ हज़ार से अधिक बच्चे हताहत हुए हैं.

Tweet URL

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता समन्वयक डेनिज़ ब्राउन ने घटना पर गहरा शोक प्रकट करते हुए प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.  

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र उन ख़बरों पर नज़दीकी नज़र बनाए हुए है, जिनमें यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूस भेजे जाने की बातें हैं.  

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र निगरानी मिशन की प्रमुख मतिल्डा बोगनर ने गुरूवार को क्षोभ प्रकट करते हुए कहा कि बच्चों समेत आम नागरिकों को, यूक्रेन युद्ध की एक भारी क़ीमत अब भी चुकानी पड़ रही है.

“हर एक मौत के पीछे, एक ऐसी मानवीय त्रासदी है जिसका अन्दाज़ा नहीं लगाया जा सकता है. इसे अब रोकना होगा.”

संयुक्त राष्ट्र निगरानी दल के अनुसार, मई महीने में ही छह बच्चों की जान जा चुकी है, और 34 घायल हुए हैं.

अनवरत हमले

यूएन मिशन ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 535 बच्चे मारे गए हैं और एक हज़ार 47 घायल हुए हैं.

हताहत होने की अधिकांश घटनाएँ, ऐसे विस्फोटक हथियारों से हुई हैं जिनका व्यापक इलाक़े पर असर होता है, जैसेकि गोलाबारी, मिसाइल और हवाई हमले. इसके अलावा, अनेक लोग बिखरी हुई आयुध सामग्री की चपेट में भी आए हैं.

ये तथ्य, यूक्रेन के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त, स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय जाँच आयोग की आरम्भिक चेतावनियों के अनुरूप हैं, जिसमें आबादी वाले इलाक़ों में रूसी सैन्य बलों द्वारा विस्फोटक हथियारों के इस्तेमाल पर चिन्ता व्यक्त की गई थी.

आयोग ने मार्च महीने में अपनी पड़ताल में स्पष्ट किया था कि इन हमलों के दौरान आम नागरिकों को पहुँचने वाले नुक़सान या उनकी पीड़ा के लिए बेपरवाही दर्शाई गई और ज़रूरी सतर्कता नहीं बरती गई.

“ये हमले ताबड़तोड़ और ग़ैर-अनुपातिक थे, जोकि अन्तरराष्ट्रीय मानव कल्याण क़ानून का हनन है.”

स्वास्थ्य पर असर

दो दिन पहले ही, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यूक्रेन युद्ध के दौरान आम नागरिकों के लिए उपजी पीड़ा पर जानकारी साझा की थी.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार, यूक्रेन में स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों पर अब तक एक हज़ार हमलों की पुष्टि हो चुकी है, और यह किसी भी मानवीय आपात स्थिति में दर्ज की गई अब तक की सबसे बड़ी संख्या है.

यूएन मानवीय सहायता समन्वयक डेनिज़ ब्राउन ने यूक्रेन युद्ध से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर हुए विनाशकारी असर का उल्लेख किया है. लाखों बच्चों को अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

उन्होंने मानव कल्याण समुदाय की ओर से यूक्रेनी बच्चों के लिए, जब तक ज़रूरी हो, समर्थन का संकल्प व्यक्त किया है.

बच्चों का जबरन हस्तान्तरण

जाँच आयोग ने मार्च महीने में कहा था कि यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूस ले जाने की घटनाओं की पड़ताल की गई है और उन्हें युद्ध अपराध की श्रेणी में रखा जा सकता है.

संयुक्त राष्ट्र निगरानी मिशन ने भी अपनी एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बच्चों को जबरन हस्तान्तरण के लिए मजबूर किए जाने, उन्हें मनमाने ढंग से हिरासत में रखे जाने, उनकी जबरन गुमशुदगी, यातना व बुरे बर्ताव के मामलों पर जानकारी जुटाई गई है.

रिपोर्ट में रूस से आग्रह किया गया है कि बच्चों को हस्तान्तरित किए जाने की किसी भी कार्रवाई के दौरान अन्तरराष्ट्रीय मानव कल्याण और मानवाधिकार क़ानून का पूर्ण सम्मान किया जाना होगा.

इसके बाद, 17 मार्च को यूएन-समर्थित अन्तरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने इन्हीं आरोपों को दोहराते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन और बाल अधिकार आयुक्त मारिया ल्वोवा-बेलोवा के लिए गिरफ़्तारी के वॉरंट जारी किया था.  

ये वॉरंट क़ाबिज़ यूक्रेनी इलाक़ों से बच्चों को देश निकाला दिए जाने और उनके ग़ैरक़ानूनी ढंग से हस्तान्तरण के मामलों से जुड़े हैं, जिन्हें युद्धापराध की श्रेणी में रखा जा सकता है.