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यूएन शान्तिरक्षक दिवस: 75 वर्षों की सेवा, त्याग व बलिदान का सम्मान

दक्षिण सूडान के जूबा में यूएन मिशन में सेवारत कोमेलिया शिकूकुमवा, नुपूर संजीव और अनुजिन अमरजगल.
© UNMISS/Gregorio Cunha
दक्षिण सूडान के जूबा में यूएन मिशन में सेवारत कोमेलिया शिकूकुमवा, नुपूर संजीव और अनुजिन अमरजगल.

यूएन शान्तिरक्षक दिवस: 75 वर्षों की सेवा, त्याग व बलिदान का सम्मान

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार, 29 मई, को ‘अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस’ पर अपने सन्देश में कहा है कि यूएन शान्तिरक्षा, एक अधिक शान्तिपूर्ण विश्व के लिए हमारी प्रतिबद्धता का धड़कता दिल है.

वर्ष 1948 के बाद से अब तक 20 लाख से अधिक वर्दीधारी और असैनिक शान्तिरक्षकों ने विश्व भर में यूएन मिशन के झंडे तले अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं. इस वर्ष, अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर शान्तिरक्षकों के त्याग, बलिदान व योगदान को रेखांकित किया जा रहा है. 

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महासचिव गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा कि यूएन शान्तिरक्षकों के लिए समर्थन जारी रखना होगा, जो हिंसक टकराव से ग्रस्त देशों को युद्ध से शान्ति मार्ग पर ले जाने में मदद प्रदान करते हैं.

“वे इन जानलेवा टकरावों की अराजकता में फँसे आम नागरिकों की रक्षा के लिए बेहद अहम हैं, और अकल्पनीय, बहुत ख़तरनाक हालात में जीवनरेखा रूपी आशा व सहायता प्रदान करते हैं.”

यूएन प्रमुख के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के झंडे तले सेवाएँ प्रदान करते हुए, अब तक चार हज़ार 200 से अधिक शान्तिरक्षकों ने अपना सर्वस्व बलिदान किया है.

“हम उनके परिवारों, मित्रों व सहकर्मियों के साथ सहानुभूति व एकजुटता में खड़े हैं और शान्ति के उद्देश्य के लिए उनके निस्वार्थ समर्पण से सदैव प्रेरित होंगे.”

समर्थन व पहचान

योरोप, अफ़्रीका, एशिया व मध्य पूर्व में 12 यूएन मिशन के तहत, 125 देशों से आए 87 हज़ार से अधिक शान्तिरक्षक तैनात हैं.

उन्हें बढ़ते वैश्विक तनावों व विभाजनों, गतिरोध से ग्रस्त शान्ति प्रक्रियाओं और जटिल टकरावों का सामना करना पड़ता है.

“इन अवरोधों के बावजूद, और विविध प्रकार के साझेदारों के साथ काम करते हुए, शान्तिरक्षक अनवरत प्रयासरत हैं.”

“हिंसक टकराव की छाया में रह रहे लोगों के लिए, ब्लू हेलमेट की हमारी टीमें आशा का प्रतीक हैं. और जिस तरह, शान्तिरक्षक मानवता को समर्थन प्रदान करते हैं, आइए, हम उन्हें हमेशा समर्थन व पहचान दें.”

‘शान्ति की शुरुआत मुझ से होती है’

वर्ष 2002 में यूएन महासभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद से ही, अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस हर वर्ष 29 मई को मनाया जाता है.

यह दिवस, पहले यूएन शान्तिरक्षा मिशन (UNTSO) के आरम्भ होने का द्योतक है, जोकि फ़लस्तीन में 1948 में शुरू हुआ था.

वर्ष 2023 के अन्तरराष्ट्रीय दिवस की थीम है: शान्ति की शुरुआत मुझ से होती है, जोकि अतीत व भविष्य में, शान्तिरक्षकों की सेवा व बलिदान को रेखांकित करने पर आधारित है.

इसके ज़रिये, उन समुदायों की सहनसक्षमता को भी श्रृद्धांजलि अर्पित की गई है, जिनके लिए वे सेवारत हैं, और जो सभी अवरोधों के बावजूद शान्ति के लिए प्रयासरत हैं.

यूएन शान्तिरक्षकों के सम्मान में न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवायर में आयोजित कार्यक्रम.
UN Photo/Evan Schneider

इस अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर गुरूवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें महासचिव गुटेरेश ने ध्यान दिलाया कि शान्तिरक्षक उन स्थानों पर अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं, जहाँ रक्षा करने के लिए शान्ति ही नहीं है.

साथ ही, शुक्रवार को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में एक इंटरएक्टिव कला प्रदर्शनी भी हुई, जिसमें शान्ति स्थापना के लिए शान्तिरक्षकों के योगदान को प्रदर्शित किया गया.