वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

उम्मीदों की मशाल थामे हैं, नीले हैलमैट वाले साथी

दक्षिणपूर्वी माली में मेनका में संयुक्त राष्ट्र के झंडे के साथ संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक.
MINUSMA/Harandane Dicko
दक्षिणपूर्वी माली में मेनका में संयुक्त राष्ट्र के झंडे के साथ संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक.

उम्मीदों की मशाल थामे हैं, नीले हैलमैट वाले साथी

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, अन्तरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक दिवस पर एक वीडियो सन्‍देश में कहा है कि संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक, अधिक शान्तिपूर्ण विश्व के प्रति हमारे संकल्प की धड़कन हैं और वे, "75 वर्ष से विश्व भर में संघर्षों और उथल-पुथल से त्रस्त लोगों व समुदायों को सहारा देते आ रहे हैं."

यूएन महासचिव ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक दिवस पर, हम अन्तरराष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा में उनके असाधारण योगदान का सम्मान करते हैं.

उन्होंने याद दिलाया कि 1948 से, 20 लाख से अधिक शान्तिरक्षकों ने 71 मिशनों में देशों को, युद्ध से शान्ति तक की कठिन राह पर चलने में मदद दी है. इन घातक संघर्षों में फँसे नागरिकों को संरक्षण प्रदान करने में उनकी भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है. "वे कुछ सबसे ख़तरनाक परिस्थितियों में आशा बँधाते हैं और मदद का हाथ बढ़ाते हैं."

इस आवश्यक कर्त्तव्य का निर्वाह करते हुए अनेक शान्तिरक्षकों ने अपना जीवन बलिदान किया है. 4,200 से अधिक शान्तिरक्षकों ने संयुक्त राष्ट्र ध्वज के नीचे सेवा करते हुए अपने प्राण दिये हैं. उनके परिजनों, मित्रों एवं साथियों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है और हम सदैव उनके साथ खड़े हैं. शान्ति के हित में उनकी निस्वार्थ निष्ठा से हम सदा प्रेरणा लेते रहेंगे. आज 125 देशों के 87 हज़ार से अधिक शान्तिरक्षक, 12 अभियानों में सेवारत हैं. वे बढ़ते वैश्विक तनावों और दरारों, अवरुद्ध शान्ति प्रक्रियाओं और अधिक जटिल संघर्षों का सामना कर रहे हैं.

महासचिव ने कहा, "इन तमाम बाधाओं और विविध प्रकार के भागीदारों के साथ काम करने के बावजूद शान्तिरक्षक धीरज नहीं छोड़ते."

गर्व से उन्होंने कहा कि संघर्षों के साये में जीते लोगों के लिए हमारे नीले हैलमैट वाले साथी, आशा के प्रतीक होते हैं.

उन्होंने लोगों से अपील की कि जिस प्रकार शान्तिरक्षक मानव समुदाय को सहारा देते हैं, इसी तरह हमें भी हमेशा उन्हें समर्थन और मान्यता देनी चाहिए.