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म्याँमार पर महासचिव की विशेष दूत की भारत यात्रा, क्षेत्रीय एकजुटता पर ज़ोर

म्याँमार पर यूएन महासचिव की विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर, भारत में अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान, यूएन रैज़िडेट कोऑर्डिनेटर (RCO) शॉम्बी शार्प से भेंट करते हुए.
UNIC India/Rohit Karan
म्याँमार पर यूएन महासचिव की विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर, भारत में अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान, यूएन रैज़िडेट कोऑर्डिनेटर (RCO) शॉम्बी शार्प से भेंट करते हुए.

म्याँमार पर महासचिव की विशेष दूत की भारत यात्रा, क्षेत्रीय एकजुटता पर ज़ोर

शान्ति और सुरक्षा

म्याँमार पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर ने भारत में अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान गुरूवार को, म्याँमार में हिंसा कम करने, राजनैतिक क़ैदियों की रिहाई और लोगों के मतानुसार, नागरिक शासन बहाल करने के लिए, क्षेत्रीय एकजुटता पर बल दिया है.

म्याँमार पर विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर ने ज़ोर देते हुए कहा कि लोगों की इच्छा व ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए, देश के नेतृत्व वाले समाधानों का समर्थन करने वाला एक एकीकृत क्षेत्रीय दृष्टिकोण, ज़मीन पर ठोस प्रगति कर सकता है, पीड़ितों की पीड़ा तत्काल दूर कर सकता और एशिया के बीचों-बीच हो रही इस तबाही को रोक सकता है.

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नोएलीन हैयज़ेर ने संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत के रूप में भारत की दो दिवसीय यात्रा के दौरान, देश के विदेश मंत्री सुब्रहमण्यम जयशंकर, और संयुक्त सचिव (बाँग्लादेश-म्याँमार), स्मिता पन्त समेत कई अधिकारियों से मुलाक़ात की.

उन्होंने कहा कि भारत, पड़ोसी देश होने के नाते, म्याँमार की स्थिति से विशेष रूप से प्रभावित हुआ है.

वहीं भारतीय अधिकारियों ने सभी पक्षों से हिंसा तत्काल समाप्त करने और म्याँमार में शान्ति, स्थिरता एवं लोकतंत्र की वापसी के लिए संवाद को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. भारतीय अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र और आसियान संगठन के प्रयासों के प्रति अपना समर्थन जताया.

नोएलीन हैयज़ेर ने इस सन्दर्भ में, संयुक्त राष्ट्र व वैश्विक दक्षिण के नेता के रूप में, G20 के वर्तमान अध्यक्ष के तौर पर, भारत की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला.

उन्होंने म्याँमार में स्थिति के शान्तिपूर्ण समाधान की दिशा में भारत के रचनात्मक प्रयासों की सराहना की और म्याँमार से विस्थापित 53 हज़ार से अधिक लोगों की उदारता से मेज़बानी करने के लिए, भारत के प्रति संयुक्त राष्ट्र का आभार व्यक्त किया.

विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर ने संकट को हल करके, स्थाई शान्ति की नींव डालने और लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप, लोकतांत्रिक शासन की वापसी पर बल दिया.

उन्होंने हिंसा ख़त्म करने, स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची और राष्ट्रपति विन मिंट सहित सभी राजनैतिक बन्दियों की तत्काल रिहाई हेतु ठोस क़दम उठाने पर ज़ोर दिया, तथा संघर्षरत क्षेत्रों में सबसे संवेदनशील ज़रूरतमन्द आबादी तक, मानवीय सहायता पहुँचाए जाने की सुविधा मुहैया कराने का भी आग्रह किया है.

म्याँमार के लिए यूएन महासचिव की विशेष दूत नोएलीन हैयज़ेर, संयुक्त राष्ट्र महासभा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मार्गदर्शन में, दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) के नए विशेष दूत के साथ निकट समन्वय करेंगी, ताकि देश में समावेशी संवादद के ज़रिए राजनैतिक समाधान के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा सके.