गाज़ा में घातक इसराइली हवाई कार्रवाई, यूएन विशेष समन्वयक ने की निन्दा
मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी टॉर वैनेसलैंड ने ईसराइली सैन्य अभियान में 12 से अधिक फ़लस्तीनियों के मारे जाने पर गहरी चिन्ता प्रकट की है. इनमें चरमपंथी गुट, इस्लामिक जिहाद के तीन कमांडर भी हैं.
शान्ति प्रक्रिया के लिए यूएन के विशेष समन्वयक टॉर वैनेसलैंड ने कहा कि उन्हें ग़ाज़ा में मंगलवार को फ़लस्तीनी इस्लामिक जिहाद मूवमेंट (PIJ) के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए सैन्य अभियान के बाद से गहरी चिन्ता है.
ग़ौरतलब है कि मंगलवार सुबह की गई इसराइली हवाई कार्रवाई में 13 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है, जिनमें जिहाद आन्दोलन के तीन सदस्य, एक डॉक्टर, पाँच महिलाएँ और चार बच्चे हैं, और 20 अन्य घायल हुए हैं.
विशेष समन्वयक ने इस घटना की निन्दा करते हुए इसे अस्वीकार्य क़रार दिया है, और सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने व टकराव से परहेज़ करने का आग्रह किया है.
यूएन के विशेष समन्वयक, शान्ति प्रक्रिया से जुड़े पक्षों के साथ मिलकर दो-राष्ट्र समाधान को साकार करने की दिशा में प्रयासरत हैं.
उनके कार्यालय ने बताया कि सभी पक्षों के साथ सम्पर्क स्थापित किया गया है और एक वृहद टकराव को टालने की कोशिशें जारी हैं, जिसके सर्वजन के लिए विनाशकारी नतीजे हो सकते हैं.
विशेष समन्वयक के नवीनतम वक्तव्य से एक दिन पहले, उन्होंने इसराइली प्रशासन द्वारा 7 मई को क़ाबिज़ पश्चिमी तट में योरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित एक प्राथमिक स्कूल को ढहाए जाने की निन्दा की थी.
बताय गया है कि जुब्बेत अढ धीब गाँव में स्थित इस स्कूल को ढहाए जाने से कम से कम 40 बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है.
उन्होंने आगाह किया था कि स्कूल ढहाए जाने समेत टकराव के कारकों से, इसराइलियों और फ़लस्तीनियों के बीच भरोसे की कमी और तनाव का माहौल जन्म लेता है, और एक राजनैतिक समाधान ढूंढे जाने की सम्भावना कमज़ोर होती है.
ध्वस्तीकरण का जोखिम
बताया गया है कि 58 स्कूलों की इमारत को ध्वस्त किए जाने का जोखिम मंडरा रहा है, जिसकी वजह उनके पास परमिट का ना होना है, जिसे पाना फ़लस्तीनियों के लिए बहुत मुश्किल है.
सुरक्षा चिन्ताओं के विषय पर एक याचिका पर सुनवाई के बाद, इसराइल की एक अदालत ने आदेश जारी किया था, जिसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई.
टॉर वैनेसलैंड ने ज़ोर देकर कहा कि एक बच्चे की शिक्षा के अधिकार का सम्मान किया जाना होगा.
इस क्रम में, उन्होंने इसराइली प्रशासन से ध्वस्तीकरण और बेदख़ली की कार्रवाई को रोकने का आग्रह किया है, जोकि अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत अवैध है.
साथ ही, फ़लस्तीनी समुदायों के लिए निर्माण योजनाओं को स्वीकृति देने की अपील की है, ताकि वे अपनी विकास आवश्यकताओं के अनुरूप उपाय अपना सकें.
विशेष समन्वयक ने आगाह किया कि फ़लस्तीनियों के लिए बुनियादी सेवाओं के प्रावधान पर नकारात्मक असर डालने वाले कृत्यों से, स्थिरता के लिए ख़तरा उपजता है और फ़लस्तीनी प्राधिकरण कमज़ोर होता है.