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भारत: ‘प्लॉगिंग’ गतिविधि के ज़रिए समुद्र तटों की साफ़-सफ़ाई

भारत के  ओडिशा राज्य में महासागर तट पर सफ़ाई अभियान.
Youth4Water Plus
भारत के ओडिशा राज्य में महासागर तट पर सफ़ाई अभियान.

भारत: ‘प्लॉगिंग’ गतिविधि के ज़रिए समुद्र तटों की साफ़-सफ़ाई

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन का नेतृत्व करते हुए, विश्व जल दिवस पर 'यूथ4वाटर प्लस' और यूनिसेफ इंडिया ने, भारत में संयुक्त राष्ट्र के साथ साझेदारी में ओडिशा के गंजाम में गोपालपुर समुद्र तट पर बुधवार सुबह एक सफ़ाई अभियान का आयोजन किया. इसका मक़सद था, जलवायु परिवर्तन से निपटने और महासागरों की रक्षा के लिए युवाओं के बीच जागरूकता फैलाना.

यूनीसेफ़ व भागीदारों ने से युवाओं को ‘प्लॉगिंग’ यानि जॉगिंग करते हुए कूड़ा उठाने की मुहिम के बारे में जागरूक करने के लिए, ओडिशा गोपालपुर समुद्र पर सफ़ाई गतिविधि चलाई. समुद्र तट की स्वच्छता और सुन्दरता को बहाल करने की इस गतिविधि में शामिल 250 युवाओं का नेतृत्व किया, ओडिशा के ‘क्लाइमेट मैन’ - सत्यब्रत सामल ने.

इस अवसर पर - मशहूर युवा हस्ती और योग गुरू अभिषेक मोहन्ती भी प्लॉगिंग अभियान में शामिल हुए, और उन्होंने समुद्र तट पर मौजूद युवाओं के साथ योगासन भी किए.

इस कार्यक्रम से राज्य भर के 200 युवाओं ने भाग लेकर जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद की.

तापमान व समुद्री स्तर में बढ़ोत्तरी, समुद्र की अम्लता में वृद्धि, और अधिक लगातार चरम मौसम की घटनाओं से हमारे महासागरों और समुद्र तटों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव तेज़ी से स्पष्ट होता जा रहा है.

समुद्र तटों पर प्लास्टिक कचरा और अन्य प्रदूषक, न केवल समुद्री जीवन को नुक़सान पहुँचाते हैं बल्कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भी योगदान करते हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन की स्थिति अधिक गम्भीर हो जाती है.

समुद्र तट की सफ़ाई गतिविधि की थीम थी: SAVE BLUE, LIVE GREEN- Driving the passion & energy of youth for action.

यह गतिविधि यूनीसेफ़ समर्थित यूथ4वाटर प्लस अभियान के हिस्से के रूप में, संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन और विश्व जल दिवस के साथ जुड़ी हुई है. खासतौर पर इस विश्व जल दिवस पर, युवाओं को समुद्र तटों, जलमार्गों और अन्य जल निकायों से कचरा व मलबा हटाने, कूड़े के स्रोतों की पहचान करने, प्रदूषण फैलाने वाले व्यवहारों को बदलने में तेज़ी लाने तथा समुद्री मलबे की समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया.

इस मौक़े पर यूनीसेफ़ की WASH विशेषज्ञ शिप्रा सक्सेना ने कहा, "जल ही जीवन है और मानव अधिकार है. अपने जल संसाधनों को स्वच्छ रखने और जल संसाधनों के सतत प्रबन्धन को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ज़ोर देने के लिए, हमने ओडिशा में समुद्र तट की सफ़ाई के लिए युवाओं को आमंत्रित किया है. जल के लिए, युवा नेतृत्व, परिवर्तन का महत्वपूर्ण कारक है जो हमारे जल निकायों, जैव विविधता और ग्रह की रक्षा करेगा. आइए, एक स्वस्थ और अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में काम करना जारी रखें.”

समुद्र तट की सफ़ाई के अलावा, युवा हस्ती अभिषेक मोहन्ती के नेतृत्व में आयोजित योग सत्र के ज़रिए, तनाव प्रबन्धन, मानसिक स्वास्थ्य, स्वस्थ भोजन, वज़न घटाने और गुणवत्तापूर्ण नीन्द के लिए योगासन के महत्व को भी उजागर किया गया.

वहीं सत्यब्रत सामल ने जलवायु परिवर्तन व महासागरों पर उसके प्रभाव, और लोगों द्वारा अपने कार्बन पदचिन्ह कम करने एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के तरीक़ों पर एक जागरूकता सत्र में बातचीत हुई.

इस अवसर पर ‘जलवायु पुरुष’, सत्यब्रत सामल ने कहा, “इस समुद्र तट की सफ़ाई के पीछे का मक़सद ख़ुद को उस महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाना था जो महासागर और जल निकाय पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने में निभाते हैं. हमारे ग्रह का 70% से अधिक हिस्सा पानी में समाया हुआ है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने महासागरों और समुद्र तटों को स्वच्छ एवं प्रदूषण से मुक्त रखने की ज़िम्मेदारी लें."

"इस गतिविधि ने युवाओं की भागीदारी से, हमें न केवल समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने में मदद की, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारे जल संसाधनों को संरक्षित करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में जागरूकता भी फैलाई.”

वहीं सैलिब्रिटी यूथ एंकर, फ़िटनेस ऐक्सपर्ट और यूथ4वाटर प्लस के सदभावना दूत अभिषेक मोहन्ती ने कहा, “स्वस्थ वातावरण के बिना स्वस्थ दिमाग़ और स्वस्थ शरीर सम्भव नहीं है. मुझे यूथ4वाटर प्लस का हिस्सा बनने पर गर्व है और पृथ्वी को स्वच्छ, हरा-भरा, नीला बनाने के लिए युवाओं की ऊर्जा बढ़ाने में योगदान देने के लिए प्रयासरत हूँ.”

यूथ4वाटर प्लस की कार्यक्रम निदेशक ज्योति शर्मा ने कहा, "युवाओं को जलवायु कार्रवाई के लिए गति निर्धारित करते और संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन 2023 में भाग लेते देखना ख़ुशी का अवसर है. यूथ4वाटर प्लस के माध्यम से हम दुनिया भर के युवाओं को जोड़ना चाहते हैं और उन्हें अपने समुदाय व पूरे विश्व के लिए जलवायु परिवर्तन की लड़ाई का नेत़त्व करने में सक्षम बनाना चाहते हैं.”