सीरिया: लगभग आधी आबादी 'भोजन अभाव' की शिकार

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने मंगलवार को कहा है कि सीरिया में 12 वर्षों के गृहयुद्ध और हाल के विनाशकारी भूकम्पों के कारण, आधी से ज़्यादा आबादी, खाद्य अभाव यानि भरपेट भोजन नहीं मिल पाने के हालात का सामना कर रही है.
यूएन खाद्य सहायता एजेंसी ने आगाह किया है कि सीरिया में लगभग एक करोड़ 21 लाख लोग, खाद्य असुरक्षित हैं, और क़रीब 30 लाख लोगों के, भुखमरी में चले जाने का जोखिम है.
An average monthly wage in #Syria currently covers about a quarter of a family’s food needs.
After 12 years of conflict, 12 million people face acute hunger. And now a funding crunch threatens to curtail WFP assistance, exactly when people need it most. https://t.co/5pmK4UKoHP https://t.co/pvBsLXZopN
WFP
यूएन एजेंसी ने और ज़्यादा मानवीय सहायता की ज़रूरत को भी रेखांकित किया है.
हाल के आँकड़ों के अनुसार, कुपोषण भी उफान पर है और बच्चों में विकास अवरुद्धता (stunting) की दर 28 प्रतिशत है. मातृत्व कुपोषण की दर भी अभूतपूर्व स्तर पर पहुँच रही है.
सीरिया में WFP के देश निदेशक कैन क्रॉसली का कहना है, “बमबारी, विस्थापन, अलगाव, सूखा, आर्थिक पतन, और अब विनाशकारी भूकम्प. सीरियाई लोग बहुत सहनसक्षम हैं, मगर उनकी सहनशीलता की भी एक सीमा है. दुनिया किस बन्दु पर ये कहती है कि अब बस, बहुत हो चुका?”
यूएन खाद्य एजेंसी ने कहा कि 6 फ़रवरी को सीरिया और तुर्कीये में आए विनाशकारी भूकम्पों ने, पहले से ही आसमान छू रही क़ीमतों को और बदतर बना दिया.
यूएन खाद्य सहायता एजेंसी ने सीरिया के लिए बढ़ी हुई मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की ज़रूरत को रेखांकित किया है – ना केवल भूकम्प से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए, बल्कि उन लोगों की मदद करने के लिए भी जो पहले से ही आसमान छूती खाद्य क़ीमतों, ईंधन संकट, और लगातार तबाही मचा रहे जलवायु झटकों का सामना कर रहे हैं.
एजेंसी ने बताया है कि सीरिया, खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर हुआ करता था, मगर अब विश्व में सबसे ज़्यादा खाद्य असुरक्षा वाले छह देशों में उसका नाम शामिल है.
बुनियादी ढाँचा क्षतिग्रस्त हो जाने, ईंधन की उच्च लागत और सूखा जैसी परिस्थितियों के कारण, गेहूँ उत्पादन में 75 प्रतिशत तक कमी हो गई है.
यूएन खाद्य सहायता एजेंसी के अनुसार, सीरिया में लगभग 55 लाख लोगों को एजेंसी से खाद्य सहायता प्राप्त होती है, जिसमें खाद्य सामग्रियों का वितरण, पोषण कार्यक्रम, स्कूली ख़ुराकें, नक़दी सहायता और अन्य तरह की मदद शामिल है.
एजेंसी ने 6 फ़रवरी के भूकम्पों के बाद से, प्रभावित 17 लाख लोगों तक सहायता के साथ पहुँच बनाई है.
एजेंसी ने हालाँकि आगाह भी किया है कि वो धन की क़िल्लत का सामना कर रही है जिसने सख़्त ज़रूरत के समय, महत्वपूर्ण सहायता में कटौती का जोखिम बढ़ा दिया है.
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) को सीरिया में वर्ष 2023 के दौरान, सहायता अभियान जारी रखने के लिए, कम से कम 45 करोड़ डॉलर की रक़म की तत्काल अवश्यकता है.
इसमें 15 करोड़ डॉलर की रक़म की ज़रूरत, भूकम्प प्रभावित लोगों की मदद, छह महीने तक जारी रखने के लिए होगी. पर्याप्त संसाधनों के अभाव में, लाखों लोग खाद्य सहायता से वंचित रह सकते हैं.
मध्य पूर्व, उत्तरी अफ़्रीका और पूर्वी योरोप के लिए क्षेत्रीय निदेशक कॉरिन फ़्लीशर का कहना है, “’दुनिया ने अब हमें भुला दिया है.’ हमें सीरियाई लोगों से ऐसा सुनने को मिलता है, और ये, इस बात का कड़ा अनुस्मारक है कि हमें और ज़्यादा प्रयास करने की ज़रूरत है.”
यूएन खाद्य सहायता एजेंसी, सीरिया में समुदायों की मदद करने के लिए, दीर्घकालीन समाधान तलाश करने पर काम कर रही है ताकि सीधे खाद्य सहायता पर उनकी निर्भरता कम हो सके.