UNDP: प्रशासक अख़िम श्टाइनर भारत की आधिकारिक यात्रा पर

यूएन विकास कार्यक्रम – UNDP के प्रशासक अख़िम श्टाइनर, फ़रवरी अन्त में दो दिवसीय यात्रा पर भारत आए. उन्होंने, भारत में अपने मिशन के दौरान प्रमुख सरकारी अधिकारियों, विकास भागीदारों और निजी क्षेत्र के नेताओं से मिलकर, यूएनडीपी व भारत की साझेदारी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रशासक अख़िम श्टीनर ने, 26 फ़रवरी से 28 फ़रवरी 2023 तक अपनी भारत यात्रा के दौरान, देश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, मनसुख मंडाविया; पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री, जी किशन रेड्डी; जी-20 शेरपा अमिताभ कान्त; और नीति आयोग के उपाध्यक्ष, सुमन बेरी से भेंट करके, यूएनडीपी व भारत सरकार के बीच सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता जताई.
ISA-@UNDP_India signed an MoU for a multi-country project on solar applications for agriculture use. This pilot project will provide agricultural workers with enhanced energy access & sustainable irrigation solutions through solar based water pumping systems. https://t.co/pWXEaR6Ugw
isolaralliance
किशन रेड्डी ने, अख़िम श्टाइनर के नेतृत्व में यूएनडीपी के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, उनके मंत्रालय और यूएनडीपी के बीच निरन्तर साझेदारी की सराहना करते हुए कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, मंत्रालय क्षेत्र के लिए तुरन्त व तेज़ी से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि यहाँ भी बाक़ी क्षेत्रों के समान विकास सम्भव हो."
"यूएनडीपी द्वारा उपलब्ध कराया गया समर्थन, डेटा-संचालित निर्णय लेने में सहायक रहा है, जिसमें पहला पूर्वोत्तर क्षेत्र ज़िला एसडीजी सूचकांक भी शामिल है. हमारा मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि क्षेत्र में सर्वजन के कल्याण हेतु एसडीजी हासिल किए जाएँ.”
अख़िम श्टाइनर ने बैठक के दौरान, पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास की तेज़ निगरानी करने के भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा, "यूएनडीपी, एसडीजी स्थानीयकरण पर तकनीकी सहायता प्रदान करके और विकास कार्यक्रमों के बेहतर कार्यान्वयन व निगरानी के लिए, क्षमता विकास प्रदान करके एसडीजी प्राप्त करने के राष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है."
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए, भारत सरकार के मंत्रालय और यूएनडीपी को, विस्तार योग्य, तकनीकी व अभिनव समाधानों के ज़रिए, रोज़गार एवं स्थाई आजीविका के अवसर प्रदान करने व समुदायों का जीवन बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
इसके अलावा, अख़िम श्टाइनर और भारत सरकार के जी किशन रेड्डी, पूर्वोत्तर क्षेत्र के त्वरित सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए साझेदारी के दायरे का विस्तार करने, और टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की दिशा में प्रगति के लिए एक समझौता ज्ञापन पर सहमत हुए.
अख़िम श्टाइनर ने एक वैश्विक 'लाइफ़ाथॉन' कार्यक्रम में भी शिरकत की, जहाँ 60 से अधिक देशों के 400 से अधिक युवा नवप्रवर्तक, भारत सरकार के नीति आयोग के साथ मिलकर आयोजित, एक वर्चुअल हैकाथॉन में शामिल हुए.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष, सुमन बेरी ने 'लाइफ़ाथॉन' की शुरुआत करते हुए कहा, "मिशन LiFE का उद्देश्य, पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को अपनाने और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध पृथ्वी ग्रह समर्थक लोगों का एक वैश्विक नैटवर्क बनाना है."
"इस आयोजन के ज़रिए, हम लोगों को स्थाई जीवन अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु उत्कृष्ट उदाहरण प्राप्त करने की उम्मीद रखते हैं. नीति आयोग, मिशन लाइफ़ को एक वैश्विक आन्दोलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.”
इस आयोजन में, युवा प्रतिभागियों ने मिशन लाइफ़ के बारे में सीखा और स्थाई जीवनशैली के लिए, अपने देशों से विचारों और सर्वोत्तम प्रथाएँ साझा कीं. कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों विचारों पर मन्थन किया गया.
अख़िम श्टीनर ने, मिशन लाइफ़ के माध्यम से जलवायु के प्रति जागरूक व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक आपातस्थिति है, और हमारे पास खोने के लिए समय नहीं बचा है. इस लाइफ़ाथॉन के ज़रिए, मैं स्थाई जीवन शैली व व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देने एवं जलवायु कार्रवाई के लिए नवाचार को अपनाने में, दुनिया के युवाओं के नेतृत्व को लेकर बेहद उत्साहित हूँ. यूएनडीपी, लोगों और ग्रह के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है.”
यूएनडीपी, मिशन लाइफ़ को वैश्विक आन्दोलन बनाने के लिए, नीति आयोग के साथ साझेदारी में काम कर रहा है.
LiFEathon' के माध्यम से प्राप्त शीर्ष उदाहरणों का भारत में परीक्षण किया जाएगा और जून 2023 के लिए निर्धारित LiFE वैश्विक सम्मेलन में उन्हें प्रस्तुत किया जाएगा.
अख़िम श्टाइनर ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर, टिकाऊ विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली में एक व्याख्यान दिया.
उन्होंने निम्न-कार्बन और जलवायु-सहनसक्षम विकास मार्गों पर गोलमेज़ चर्चाओं में भी भाग लिया और जलवायु कार्रवाई की दिशा में उभरती प्राथमिकताओं पर चर्चा की.
अख़िम श्टाइनर ने इसके अलावा, कृषि के लिए सौर अनुप्रयोगों पर एक बहु-देशीय परियोजना शुरू करने के लिए, अन्तरराष्ट्रीय सौर गठबन्धन और यूएनडीपी भारत के बीच हस्ताक्षर किए गए एक संयुक्त कार्यक्रम में भाग लिया.
भारत सरकार, यूएनडीपी द्वारा समर्थित टीकाकरण कार्यक्रम को कैसे डिजिटल कर रही है, यह देखने के लिए यूएनडीपी प्रशासक ने, लेडी हार्डिंग अस्पताल का दौरा का व वैक्सीन आपूर्ति श्रृँखला प्रबन्धन प्रणाली, eVIN, भारत के टीकाकरण कार्यक्रम की डिजिटल रीढ़, Co-WIN, और नियमित टीकाकरण प्रक्रियाओं के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित एक नया डिजिटल मंच, U-WIN का जायज़ा लिया.
इससे पहले, अख़िम श्टाइनर ने, 24 और 25 फ़रवरी को बैंगलूरु में जी20 वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (एफ़एमसीबीजी) की बैठकों में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के वित्त ट्रैक में प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया था.