यूक्रेन: नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन मामले पर यूएन सुरक्षा परिषद में चर्चा

बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में सितम्बर 2022 में हुए धमाकों की यूएन के नेतृत्व में जाँच कराए जाने के मुद्दे पर, मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गहन चर्चा हुई. यह बैठक रूसी महासंघ द्वारा जाँच के अनुरोध पर बुलाई गई थी.
यूएन में रूसी महासंघ के स्थाई प्रतिनिधि राजदूत वसीलि नेबेन्ज़िया ने चर्चा के दौरान कहा कि, “हम यहाँ सुरक्षा परिषद में मुक़दमे की तैयारी के लिए नहीं हैं.”
उन्होंने बताया कि डेनमार्क, जर्मनी और स्वीडन द्वारा इस घटना की जाँच की सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता पर सन्देह उभरने के कारण, मॉस्को ने एक स्वतंत्र जांच कराए जाने का अनुरोध किया है.
We await the findings of ongoing national probes into the explosions that hit #NordStream 1 and 2 last September. All concerned should avoid escalating tensions in the region and potentially inhibiting the search for the truth. https://t.co/VOZiNs7oQF
DicarloRosemary
रूसी राजदूत ने कहा कि इस जाँच की अगुवाई करने के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव पर भरोसा है.
ग़ौरतलब है कि रूस से योरोपीय देशों को गैस आपूर्ति के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इस एक हज़ार 224 किलोमीटर लम्बी पाइपलाइन में, सितम्बर 2022 में चार जगह रिसाव की ख़बरें आई थीं.
राजदूत वसीलि नेबेन्ज़िया ने कहा कि ऐसे सबूत मिले हैं पिछले वर्ष गर्मियों के दौरान, उत्तर अटलांटिक सन्धि संगठन (NATO) बलों के अभ्यास के दौरान, इस पाइपलाइन के पास विस्फोटक रखे गए थे.
इस विषय में उन्होंने अमेरिका में पत्रकार सिमोर हर्श की उस रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें इस घटना में वॉशिंगटन के शामिल होने का दावा किया गया है.
रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि यह पत्रकार सच्चाई बता रहा है. उन्होंने जाँच का अनुरोध करते हुए कहा कि न्याय का बुनियादी सिद्धान्त है, हर कुछ आपके हाथ में है, और इसे आज सुलझाया जा सकता है.
अमेरिकी राजदूत जॉन कैली ने मंगलवार को बुलाई गई बैठक को, महासभा के आपात सत्र के दौरान आगामी बैठक से ध्यान हटाने की कोशिश बताया.
यह बैठक, यूक्रेन पर रूसी सैन्य बलों के आक्रमण के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर 24 फ़रवरी को बुलाई गई है.
“हमारा ध्यान वहीं केन्द्रित होना चाहिए. रूस किसी भी तरह इस विषय को बदलना चाहता है.”
अमेरिकी राजदूत के अनुसार, रूस, सुरक्षा परिषद के सदस्य के तौर पर, अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए, इंटरनेट की साज़िशी कपोल कथाएँ फैला रहा है.
जॉन कैली ने ज़ोर देकर कहा कि पाइपलाइन में तोड़फ़ोड में अमेरिकी हाथ होने के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं.
उनके अनुसार, संयुक्त राष्ट्र द्वारा जाँच-पड़ताल किए जाने में इस्तेमाल होने वाले संसाधनों को, उन परिस्थितियों के लिए बचा कर रखा जाना चाहिए, जब सदस्य देश जाँच कराने में अनिच्छुक या असमर्थ हों.
संयुक्त राष्ट्र में राजनैतिक व शान्तिनिर्माण मामलों की प्रमुख रोज़मैरी डीकार्लो ने चर्चा आरम्भ होने पर, सभी सदस्य देशों से क़यासबाज़ी से बचने, संयम बरतने और मामले की संवेदनशीलता को समझने का आग्रह किया है.
“हमें उन निराधार आरोपों से बचना चाहिए, जिनसे क्षेत्र में पहले से ही पसरे तनाव का ऊँचा स्तर और भड़क जाए, और सच की तलाश में अवरोध पैदा होने की नौबत आए.”
यूएन अवर महासचिव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ऐसी स्थिति में नहीं है कि इन घटनाओं के दावों का सत्यापन या फिर उनकी पुष्टि करे, और इसलिए फ़िलहाल राष्ट्रीय सरकारों द्वारा कराए जाने वाली पड़ताल के नतीजों की प्रतीक्षा है.
रोज़मैरी डीकार्लो ने बताया कि फ़िलहाल जारी जाँच-पड़ताल के शुरुआती नतीजे बताते हैं कि पाइपलाइन को भारी क्षति पहुँची है, उसे जानबूझकर नुक़सान पहुँचाए जाने के संकेत मिले हैं, और घटनास्थल पर विदेशी वस्तुएँ भी ज़ब्त की गई हैं.
सुरक्षा परिषद के कुछ सदस्य देशों ने यूएन के नेतृत्व में जाँच कराए जाने के अनुरोध का समर्थन किया है, मगर अन्य देशों के अनुसार पहले से जारी जाँच पर्याप्त है.
कुछ देशों ने इस घटना के पर्यावरणीय असर के प्रति गहरी चिन्ता व्यक्त की है और अन्य ने क्षेत्र में भड़के तनाव में कमी लाने पर बल दिया है.
रोज़मैरी डीकार्लो ने कहा कि बाल्टिक सागर में सितम्बर 2022 में हुए घटनाक्रम पर पूर्ण स्पष्टता नहीं है, लेकिन यह निश्चित है कि जिस वजह से भी यह घटना हुई, उसके नतीजे, उन अनेक जोखिमों में शामिल हैं, जोकि यूक्रेन पर आक्रमण के परिणामस्वरूप सामने आए हैं.
यूएन अवर महासचिव ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध को एक वर्ष पूरा हो रहा है और अब हमें, यूएन चार्टर व अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप, इसका अन्त करने के लिए दोगुने प्रयास करने होंगे.