‘कोरियाई प्रायद्वीप सहयोग का एक क्षेत्र होना चाहिए’

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ख़ालेद ख़ैरी ने, कोरिया लोकतांत्रिक जन गणराज्य (DPRK) द्वारा हाल ही में किए गए एक मिसाइल परीक्षण के मद्देनज़र, सोमवार को सुरक्षा परिषद में एकता की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. डीपीआरके को उत्तर कोरिया के नाम से भी जाना जाता है.
संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी ने सोमवार को सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए, इस मिसाइल परीक्षण की यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश द्वारा की गई निन्दा को दोहराया.
Addressing the @UN Security Council, @khiari_khaled reiterated @antoniogutteres' strong condemnation of the launch of yet another ballistic missile of intercontinental range by the DPRK. Read full statement here: https://t.co/JJvbKEAKQW https://t.co/ivL15Ey4Dd
UNDPPA
उन्होंने साथ ही, कोरिया प्रायद्वीप में तनाव घटाने के लिए कार्रवाई किए जाने की अपील भी की.
ख़ालेद ख़ैरी ने कहा, “महासचिव को उन मतभेदों पर गहरा अफ़सोस है जिन्होंने, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को, उत्तर कोरिया के साथ-साथ, दुनिया भर में शान्ति व सुरक्षा के लिए अन्य ख़तरों पर कार्रवाई करने से रोका हुआ है.”
“कोरियाई प्रायद्वीप, सहयोग का एक क्षेत्र होना चाहिए.”
सुरक्षा परिषद की ये बैठक, उत्तर कोरिया की इस घोषणा के बाद आयोजित की गई थी कि उसने शनिवार को, लम्बी दूरी तक मार करने वाली एक बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ी थी, जो लगभग 990 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद, जापान के सागर में गिरी.
उत्तर कोरिया ने उसके बाद सोमवार को ये भी कहा कि ये एक ऐसा परीक्षण था जिसमें दो “सामरिक परमाणु” रॉकेट भी शामिल थे.
ख़ालेद ख़ैरी ने सुरक्षा परिषद में कहा, “महासचिव अपनी ये पुकार दोहराते हैं कि डीपीआरके को, अन्य किसी भी तरह की भड़काऊ कार्रवाइयों से तत्काल बचना होगा, सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के तहत अपनी अन्तरराष्ट्रीय ज़िम्मेदारियों को निभाना होगा, और ऐसा संवाद फिर शुरू करना होगा जिससे टिकाऊ शान्ति; और कोरिया प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से पूरी तरह मुक्त करने की प्रकिया पूर्ण करने का रास्ता निकले.”
उन्होंने बताया कि उत्तर कोरिया ने, परमाणु हथियार हासिल करने और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम जारी रखने के लिए अपने प्रयास जारी रखने की नीयत, स्पष्ट रूप से ज़ाहिर की है, जोकि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है.
उत्तर कोरिया ने जनवरी 2021 में पाँच वर्षीय एक सैन्य योजना उजागर की थी जिस पर अमल जारी है. इसमें नई महाद्वीप के पार तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ, अन्य तरह के हथियार विकसित करने का लक्ष्य है.
ख़ालेद ख़ैरी ने कहा कि डीपीआरके ने, क्षेत्र में किए जाने वाले सैन्य अभ्यासों के जवाब में कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी दोहराई है, और गत सप्ताह निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर आयोजित, सुरक्षा परिषद की बैठक को एक ऐसी “भड़काऊ कार्रवाई क़रार दिया है, जिस पर देश को जवाबी कार्रवाई करनी ही होगी”.
सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ैरी ने कहा, “आज की बैठक ये पुनः पुष्टि करती है कि अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा क़ायम रखने की प्राथमिक ज़िम्मेदारी सुरक्षा परिषद की है.”
“ये बैठक कोरिया प्रायद्वीप में मौजूदा स्थिति का, एक शान्तिपूर्ण, व्यापक, कूटनैतिक और राजनैतिक समाधान हासिल करने के व्यावहारिक उपायों पर चर्चा करने का एक अवसर भी प्रदान करती है.”