भारत: अभिनेता आयुष्मान खुराना बने, यूनीसेफ़ इंडिया के राष्ट्रीय सदभावना दूत

भारत में, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने, हिन्दी फ़िल्म अभिनेता आयुष्मान खुराना को राष्ट्रीय सदभावना दूत के तौर पर नियुक्त करने की घोषणा की है. इस सन्दर्भ में शनिवार को राजधानी दिल्ली में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जहाँ आयुष्मान खुराना ने बच्चों व किशोरों के साथ समय गुज़ार कर, बाल-अधिकारों सम्बन्धित अनेक अहम मुद्दों पर चर्चा की.
आयुष्मान खुराना ने सम्मान समारोह में शिरकत करते हुए कहा, “यूनीसेफ़ इंडिया के साथ एक राष्ट्रीय सदभावना दूत के तौर पर बाल अधिकारों की पैरोकारी को आगे बढ़ाना वास्तव में मेरे लिए सम्मान का विषय है. भारत में बच्चों व किशोरों के सामने खड़ी समस्याओं में मुझे गहरी दिलचस्पी है.”
UNICEF India is proud to announce @ayushmannk as our National Ambassador.
Ayushmann has previously supported #UNICEF as a Celebrity Advocate, raising awareness about ending violence against children.
We look forward to continuing this journey with you.
UNICEFIndia
उन्होंने बताया कि वो यूनीसेफ़ का सैलिब्रिटी पैरोकार होने के नाते, बच्चों के साथ संवाद करते रहे हैं, और इंटरनेट सुरक्षा, साइबर बदमाशी, मानसिक स्वास्थ्य, और लैंगिक समानता पर बातचीत करते रहे हैं.
“मैं, यूनीसेफ़ के साथ इस नई भूमिका में, बाल अधिकारों के लिए आवाज़ बुलन्द करुंगा, ख़ासतौर पर सबसे अधिक संवेदनशील वर्गों के बच्चों के लिए, और उन्हें सर्वाधिक प्रभावित करने वाले मुद्दों के समाधान को लेकर उन्हें समर्थन दूंगा.”
यूनीसेफ़ इंडिया की स्थानीय प्रतिनिधि, सिन्थिया मैक्कैफ़री ने बाल अधिकारों के लिए राष्ट्रीय सदभावना दूत के तौर पर आयुष्मान खुराना का स्वागत करते हुए कहा, “मैं आयुष्मान खुराना का यूनीसेफ़ इंडिया के राष्ट्रीय दूत के तौर पर स्वागत करते हुए प्रसन्न हूँ. आयुष्मान ने बीते दो वर्षों में यूनीसेफ़ के सैलिब्रिटी पैरोकार के रूप में, दृढ़ प्रतिबद्धता से बाल अधिकारों के संरक्षण के कार्य को आगे बढ़ाने व गति देने में मदद की है.”
“वह भारत के बड़े फ़िल्मी सितारों में से एक हैं, और हमें ख़ुशी है कि वो अपनी बुलन्द आवाज़ का प्रयोग, बच्चों के साथ खड़े होने और अहितकारी सामाजिक व लैंगिक पूर्वाग्रहों को चुनौती देने के लिए कर रहे हैं. और यह वो आवाज़ है जो संवेदनशीलता व जज़्बे में, यूनीसेफ़ के कार्यों व नीतियों से मेल खाती है.”
उन्होंने कहा, “हम उनके साथ मिलकर, अपने समय के सबसे अहम बाल अधिकारों के मुददों पर काम करने की उम्मीद रखते हैं – जैसेकि हिंसा का अन्त, मानसिक स्वास्थ्य और लैंगिक समानता-व प्रत्येक बच्चे के लिए बेहतर भविष्य.”
आयुष्मान खुराना को सितम्बर 2020 में, बच्चों के ख़िलाफ़ हिंसा का ख़ात्मा करने व व्यापक बाल अधिकार एजेंडा के समर्थन के लिए, यूनीसेफ़ इंडिया का सैलिब्रिटी पैरोकार नियुक्त किया गया था.
उन्होंने विश्व बाल दिवस पर सक्रिय भागेदारी, अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस, अन्तरराष्ट्रीय बालिका दिवस, बाल श्रम निषेध दिवस और सुरक्षित इंटरनेट दिवस के साथ अपनी आवाज़ को जोड़कर, बाल लक्ष्यों का क़द ऊँचा किया है, एवं व्यापक तौर पर जनता का ध्यान इन मुद्दों की ओर आकर्षित किया.
आयुष्मान खुराना ने हाल ही में विश्व बाल दिवस के अवसर पर, यूनीसेफ़ दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय सदभावना दूत, सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर, भारत की लड़कियों व लड़कों की भागेदारी वाले, लैंगिक समावेशी खेलों के ज़रिए, समावेशी व भेदभाव रहित शिरकत के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया था.
यूनीसेफ़ के वैश्विक, क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय सदभावना दूत सबसे अधिक लोकप्रिय व पहचाने जाने वाले चेहरों में से होते हैं. ये लोग कला, संगीत, फ़िल्म, खेल आदि क्षेत्रों के प्रसिद्ध व्यक्तित्व होने के नाते, उन चुनौतियों पर रौशनी डालते हैं जिनका सामना बच्चे वैश्विक स्तर पर करते हैं.
ये सदभावना दूत, स्वेच्छा से जागरूकता फैलाने और समर्थन जुटाने की गतिविधियों को अपना समय देते हैं, सबसे वंचित बच्चों और किशोरों तक जीवन रक्षक मदद पहुँचाने व आशा का संचार करने के लिए, उन तक पहुँच बनाने में यूनीसेफ़ की मदद करते हैं.