यूक्रेन: संघर्ष से प्रभावित लाखों लोगों की मदद के लिए, 5.6 अरब डॉलर की सहायता अपील
संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में रूसी आक्रमण को लगभग एक साल पूरा होने के अवसर पर, इस युद्ध से प्रभावित लाखों लोगों की मदद के लिए, बुधवार को 5 अरब 60 करोड़ डॉलर की सहायता अपील जारी की है. इस राशि के ज़रिए प्रभावित लोगों की देश के भीतर और अन्यत्र मदद की जाएगी.
संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वयक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने बुधवार को जिनीवा में पत्रकारों से कहा कि यूक्रेन में अब भी बहुत से लोगों की स्थिति बहुत दयनीय है, सिविल ठिकानों और बुनियादी ढाँचे पर अब भी बेतहाशा हमले हो रहे हैं.
One year of full-scale war in #Ukraine has devastated the lives of millions of people.
As humanitarian needs grow, they count on the international community's continued support and solidarity.
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मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि अग्रिम मोर्चों पर रहने वाले समुदायों तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचाते रहने के लिए मानवीय धनराशि की आवश्यकता है. इन क्षेत्रों में अब भी बहुत बड़ा ख़तरा और कठिनाइयाँ दरपेश हैं और उनकी ज़रूरतों को भी प्राथमिकता दिया जाना ज़रूरी है.
सहायता पर जोखिम
संयुक्त राष्ट्र की आपदा राहत एजेंसी – OCHA के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़ित्स ने यूक्रेन के भीतर एक करोड़ 80 लाख लोगों में से, एक करोड़ 11 लाख लोगों की मदद के लिए, 3 अरब 90 करोड़ डॉलर की धनराशि जुटाने के लिए सहायता अपील जारी. इन लोगों को यूक्रेन के भीतर ही मानवीय सहायता की आवश्यकता है.
इस अपील को आधिकारिक रूप से, यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता कार्रवाई योजना नाम दिया गया है, जिसमें कुल 650 से भी ज़्यादा साझीदार भाग ले रहे हैं, जिनमें से बहुसंख्या यूक्रेनी संगठनों की है.
शरणार्थियों की ज़रूरतें: 2023 में 1.7 अरब डॉलर
OCHA की इस अपील के साथ ही, संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों की एजेंसी – UNHCR ने भी 10 मेज़बान देशों में रहने वाले यूक्रेनी शरणार्थियों की मदद के लिए, एक अरब 70 करोड़ डॉलर की धनराशि जुटाने की सहायता अपील जारी की है. ये देश हैं – बुलगारिया, चैक गणराज्य, ऐस्तोनिया, हंगरी, लातविया, लिथुआनिया, मॉल्दोवा, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया.
यूएन शरणार्थी मामलों के उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैंडी ने यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, उसके बारे में बेपरवाही के बारे में आगाह किया. “मेरा ख़याल है कि हमें इसकी शायद आदत सी पड़ती जा रही है; जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए, क्योंकि देश में रूसी आक्रमण से जो कुछ हालात हो रहे हैं, वो देखना बहुत कष्टदायक है.”
UNHCR प्रमुख ने यूक्रेन की अपनी हाल की यात्रा का विवरण देते हुए कहा कि 24 फ़रवरी 2022 को, यूक्रेन में रूसी सेनाएँ दाख़िल होने के बाद से, देश में बुनियादी ढाँचा, लगातार हमलों का निशाना बनता रहा है, जिसके कारण बहुत सी इमारतें सपाट हो गई हैं और बहुत से लोगों को बमबारी से बचने के लिए, तहख़ानों में रहना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़गारों को समर्थन

यूएन शरणार्थी उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैंडी ने कहा कि यूक्रेन में संघर्ष से बचकर जाने वाले शरणार्थियों ने कभी ना कभी अपने देश को लौटने की मंशा ज़ाहिर की है, मगर जब तक ऐसा होता है, तब तक मंगलवार को जारी की गई शरणार्थीय सहायता योजना अपील से, लाखों शरणार्थियों और धरातल पर उनकी मदद में सक्रिय यूएन साझीदारों को मदद जारी रहेगी.
शरणार्थी उच्चायुक्त ने कहा कि इस धनराशि से विशेष रूप में, स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं, शिक्षा, आजीविकाओं और अस्थाई संरक्षण क्षेत्र में सहायता मिलेगी.
उन्होंने कहा, “यूक्रेन शरणार्थी संकट – जोकि एक विस्थापन संकट भी है – दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा संकट बना हुआ है. देश के भीतर ही लगभग 60 लाख लोग विस्थापित हैं.”
“साथ ही, जैसाकि आप जानते हैं, योरोप में जिन शरणार्थियों ने अस्थाई संरक्षण के लिए पंजीकरण कराया है, उनकी संख्या अब लगभग 50 लाख हो गई है. मगर ऐसे भी बहुत से शरणार्थी होंगे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया है.”