सीरिया: भूकम्प प्रभावितों के लिए 39.7 करोड़ डॉलर की अपील, पुरज़ोर समर्थन की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सीरिया में भूकम्प से हुई तबाही की मार झेल रहे प्रभावितों तक राहत पहुँचाने के लिए, 39 करोड़ 70 लाख डॉलर की मानवीय सहायता अपील जारी की है. यूएन प्रमुख ने कहा है कि क़रीब 50 लाख ज़रूरतमन्दों के लिए राहत सुनिश्चित करने के लिए हरसम्भव प्रयास किए जाने होंगे.
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने न्यूयॉर्क में सुरक्षा परिषद कक्ष के बाहर पत्रकारों को बताया कि सभी रास्तों से राहत प्राप्त करनी होगी, और इस सहायता धनराशि के ज़रिए, शुरुआती तीन महीनों की व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने कहा कि सीमा-पार तुर्कीये में इस आपदा में जीवित बचे लोगों तक राहत पहुँचाने के लिए, ऐसी ही एक अन्य अपील को अन्तिम रूप दिया जा रहा है.
Secretary-General @antonioguterres announces that the @UN is launching a $397 million humanitarian appeal for the people of earthquake-ravaged Syria. This will cover a period of 3 months & will help secure desperately needed, life-saving relief to nearly 5 million Syrians. https://t.co/qiAEZVXBsy
UN_Spokesperson
भूकम्प के बाद उपजी गम्भीर मानवीय आवश्यकताओं के मद्देनज़र, संयुक्त राष्ट्र द्वारा केन्द्रीय आपात प्रतिक्रिया कोष (CERF) से अब तक पाँच करोड़ डॉलर की धनराशि जारी की जा चुकी है.
यूएन प्रमुख ने ध्यान दिलाया कि ज़रूरतों का स्तर विशाल है.
“सीरिया में प्रयास, सम्पूर्ण संयुक्त राष्ट्र प्रणाली और मानवीय साझीदार संगठनों को एकसाथ लाते हैं, और इससे लगभग 50 लाख सीरियाई नागरिकों के लिए आश्रय, स्वास्थ्य देखभाल, भोजन व संरक्षण समेत जीवनरक्षक राहत की आवश्यकता होगी, जिसकी सख़्त ज़रूरत है.”
यूएन प्रमुख के अनुसार, पिछले 12 वर्षों से जारी गृहयुद्ध के कारण बर्बाद हो चुके देश तक मदद पहुँचाने का सबसे कारगर तरीक़ा, सीरिया के लिए राहत प्रदान करना है.
बताया गया है कि भूकम्प प्रभावित अधिकांश क्षेत्र, पश्चिमोत्तर सीरिया के सीमावर्ती इलाक़े में है, जहाँ विरोधी गुटों के लड़ाकों का नियंत्रण है.
यहाँ रह रहे लोग अनेक बार विस्थापन का शिकार हुए हैं, और पहले से ही एक मानवीय संकट से पीड़ित हैं.
“हम सभी जानते हैं कि जीवनरक्षक सहायता उस गति व स्तर पर नहीं पहुँच रही है, जिसकी आवश्यकता है... जमा देने वाली सर्दी में लाखों बेघर लोग गुज़र-बसर के लिए संघर्ष कर रहे हैं.”
यूएन प्रमुख ने भरोसा दिलाया कि इन हालात में ज़रूरतमन्दों तक राहत पहुँचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं, मगर अभी बहुत किए जाने की आवश्यकता है.
“मेरा अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक ज़रूरी सन्देश है: इस विशाल प्राकृतिक आपदा से हुई पीड़ा, मानवजनित अवरोधों के कारण बद से बदतर नहीं होनी चाहिए – सुलभता, राहत धनराशि, आपूर्ति.”
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने कहा, “सहायता को सभी ओर से, हर तरफ़, सभी मार्गों के ज़रिए लाया जाना होगा, बिना किसी पाबन्दी के.”
इस क्रम में, उन्होंने सीरिया से आश्वासन मिलने का उल्लेख किया, जिसमें पश्चिमोत्तर में स्थित प्रभावित इलाक़ों में और अधिक सहायता पहुँचाने के लिए दो अतिरिक्त चौकियाँ खोली गई हैं.
प्राप्त समाचारों के अनुसार, फ़िलहाल 11 ट्रकों का क़ाफ़िला बाब अल-सलाम चौकी के ज़रिये राहत पहुँचाने के रास्ते में है, जबकि ऐसे अन्य क़ाफ़िलों को रवाना किए जाने की तैयारी चल रही है.
महासचिव गुटेरेश ने सदस्य देशों व दानदाता समुदायों में अन्य पक्षों से आग्रह किया कि इन राहत प्रयासों के लिए बिना किसी देरी के तत्काल वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जानी होगी.
उन्होंने कहा कि एक पीढ़ी में नज़र आने वाली इस आपदा की वजह से लाखों बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के जीवन में उथलपुथल मची है, और उनकी सहायता की जानी होगी.
“यह क्षण एकता के लिए, साझा मानवता के लिए, और ठोस कार्रवाई के लिए है.”
महासचिव गुटेरेश से सवाल पूछा गया कि क्या संयुक्त राष्ट्र और सीरियाई प्रशासन के बीच द्विपक्षीय समझौते को मज़बूती प्रदान करने के लिए, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की आवश्यकता होगी.
उन्होंने बताया कि वास्तविकता यह है कि चौकी खुली हुई है और आवाजाही हो रही है.
एक अन्य सवाल पश्चिमोत्तर सीरिया में सीरियाई सरकार के नियंत्रण से बाहर वाले इलाक़ों में विरोधी सैन्य नेताओं के साथ बातचीत किए जाने पर केन्द्रित था.
यूएन प्रमुख ने स्पष्ट किया कि सभी सहायता गलियारे, बिना किसी पाबन्दी के खोले जाने होंगे.