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तुर्कीये और सीरिया में भीषण भूकम्प, यूएन एजेंसियों द्वारा आपात सहायता प्रयास

सीरिया के समादा में भूकम्प प्रभावित इलाक़े में राहत एवं बचाव कार्य.
© UNOCHA/Ali Haj Suleiman
सीरिया के समादा में भूकम्प प्रभावित इलाक़े में राहत एवं बचाव कार्य.

तुर्कीये और सीरिया में भीषण भूकम्प, यूएन एजेंसियों द्वारा आपात सहायता प्रयास

मानवीय सहायता

दक्षिणी तुर्कीये में सोमवार तड़के आए एक शक्तिशाली भूकम्प में डेढ़ हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई, हज़ारों घायल हुए हैं, और बड़ी संख्या में इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने इस आपदा और उससे उपजी विशाल मानवीय आवश्यकताओं के मद्देनज़र हज़ारों प्रभावितों तक राहत पहुँचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने अपने वक्तव्य में कहा कि त्रासदी की इस घड़ी में उनकी सम्वेदनाएँ तुर्कीये व सीरिया के लोगों के साथ हैं.

“राहत प्रयासों को समर्थन देने के लिए संयुक्त राष्ट्र पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. हमारी टीम ज़मीन पर आवश्यकताओं का आकलन कर रही है और सहायता मुहैया करा रही है.”

प्राप्त समाचारों के अनुसार, भूकम्प में डेढ़ हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. राहत एवं बचाव कार्य जारी है, मगर हताहतों का आँकड़ा और अधिक बढ़ने की आशंका है.

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महासचिव गुटेरेश ने कहा कि उन्हें अन्तरराष्ट्रीय समुदाय पर भरोसा है कि इस त्रासदी का दंश झेल रहे हज़ारों लोगों तक सहायता पहुँचाई जा सकेगी.

“इनमें से अनेक लोगों को उन इलाक़ों में अभी ही राहत की आवश्यकता है, जहाँ पहुँच पाना कठिन है.”

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने अपने एक ट्वीट सन्देश में बताया है कि संगठन की आपात चिकित्सा टीम को, घायलों और सर्वाधिक निर्बलों की अति-आवश्यक देखभाल के लिए अनुमति मिल गई है.

इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र आपादा आकलन और समन्वय (UNDAC) ने भी अपने एक ट्वीट में कहा है कि वो प्रभावित इलाक़ों में तैनाती के लिए तैयार है.

इस बीच, सोशल मीडिया पर घनी आबादी व इमारतों वाले इलाक़ों में मकानों के क्षतिग्रस्त होने के अनेक वीडियो साझा किए जा रहे हैं.  

तुर्कीये में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने अपने वक्तव्य में जनहानि व सम्पत्ति को पहुँचे नुक़सान पर गहरा दुख प्रकट किया है.

टीम ने पीड़ितों, उनके परिजनों और सरकार के प्रति अपनी सम्वेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.

“संयुक्त राष्ट्र तुर्कीये के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता है और सहायता के लिए तैयार है.”

सीरिया के लिए बड़ा झटका

मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) ने बताया कि सीरिया को कठोर सर्दी के मौसम में रिक्टर पैमाने पर 7.4 तीव्रता वाले भूकम्प का सामना करना पड़ रहा है.

देश में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से जारी युद्ध के कारण, आबादी का एक बड़ा हिस्सा मानवीय राहत पर निर्भर है.

भूकम्प का केन्द्र दक्षिणी तुर्कीये में था, जहाँ पास में स्थित गाज़ियानतेप भी प्रभावित शहरों में है. यहाँ संयुक्त राष्ट्र का एक महत्वपूर्ण राहत केन्द्र है, जहाँ से होकर उत्तरी सीरिया तक राहत पहुँचाई जाती है.

भूकम्प के झटके लेबनान तक महसूस किए गए, और उत्तरी सीरिया के अलेप्पो व इदलिब शहरों में दो अस्पतालों समेत हज़ारों इमारतें ध्वस्त होने की ख़बर है.

सीरिया में यूएन शरणार्थी एजेंसी ने अपने ट्वीट में भूकम्प में लोगों की मौत होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है.

यूएन एजेंसी, अन्य साझेदार संगठनों के साथ मिलकर, सीरिया में ज़रूरतमन्दों तक सहायता व समर्थन प्रयासों को मज़बूती देने में जुटी है.

बर्फ़ और बारिश के कारण राहत व बचाव प्रयासों में मुश्किलें पेश आ रही हैं, और अभी भी मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका है.

सीरिया के इदलिब में भूकम्प के कारण बड़ी संख्या में इमारतें ध्वस्त हो गई हैं.
© UNOCHA/Ali Haj Suleiman

समर्थन का संकल्प

तुर्कीये से अन्तरराष्ट्रीय सहायता के आधिकारिक अनुरोध के बाद, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने कहा है कि आपात राहत प्रयासों को समर्थन देने के लिए संगठन तैयार है.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने तुर्कीये और सीरिया में विनाशकारी भूकम्प से प्रभावित हुए लोगों के प्रति अपनी गहरी सम्वेदना प्रकट की है.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने भी समर्थन के लिए अपने सन्देश में कहा है कि गाज़ियानतेप स्थित उनके भंडार केन्द्र में ग़ैर-खाद्य व अन्य अति-आवश्यक राहत सामग्री तैयार है, जिसे सहायता प्रयासों के तहत तत्काल रवाना किया जा सकता है.

संगठन के महानिदेशक ने तुर्कीये, सीरिया, लेबनान, फ़लस्तीनी इलाक़ों, जॉर्डन और इस जानलेवा भूकम्प से प्रभावित सभी लोगों के लिए अपना एकजुटता का सन्देश दिया है.

उन्होंने भरोसा दिलाया है कि उनका संगठन, क्षेत्र में स्थित देशों की सरकारों के साथ मिलकर प्रभावितों व ज़रूरतमन्दों तक राहत पहुँचाने के लिए तत्पर है.