डीआर काँगो: हेलीकॉप्टर पर हुए हमले में दक्षिण अफ़्रीका के शान्तिरक्षक की मौत

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) के अशान्त पूर्वी क्षेत्र में रविवार को, बेनी शहर से उड़ान भरने वाले एक हेलीकॉप्टर के गोलीबारी की चपेट में आने से, संयुक्त राष्ट्र के एक शान्तिरक्षक की मौत हो गई है.
अपने प्रवक्ता द्वारा जारी एक वक्तव्य में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हमले की कड़ी निन्दा की, जिसमें एक ‘ब्लू हेलमेट’ शान्तिरक्षक की मौत हो गई व एक अन्य घायल हो गया.
.@antonioguterres strongly condemns the attack against a helicopter of @MONUSCO. He recalls that attacks against United Nations peacekeepers may constitute a war crime under international law. Full statement: https://t.co/6CpBpQ1QN5
UN_Spokesperson
समाचार रिपोर्टों के अनुसार, गम्भीर रूप से घायल शान्तिरक्षक ने हमले के बाद भी उड़ान जारी रखी, और चालक दल के बाकी सदस्यों के साथ, प्रान्तीय राजधानी गोमा के हवाई अड्डे पर विमान उतारने में सफल रहा.
अभी तक इस बात का कोई संकेत नहीं है कि हमले के लिये कौन ज़िम्मेदार था, या हमले में किस हथियार का इस्तेमाल किया गया था.
पूर्वी डीआरसी में कई सशस्त्र समूह सक्रिय हैं, जिनमें विद्रोही M23 गुट भी शामिल है, जिसने हाल के महीनों में उन सरकारी सैनिकों के ख़िलाफ़ बड़ी अभियान छेड़ा हुआ है, जिन्हें काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में यूएन स्थिरता मिशन MONUSCO का समर्थन प्राप्त है.
हिंसा के दौरान सशस्त्र समूहों के हमलों में, महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों नागरिक मारे गए हैं.
पिछले साल मार्च में, उत्तरी कीवू प्रांत में काँगो की सेना व M23 के बीच भारी संघर्ष के दैरान, एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से आठ शान्तिरक्षकों की मौत हो गई थी.
बुरुण्डी में शनिवार को पूर्वी अफ़्रीकी समुदाय के एक शिखर सम्मेलन में, क्षेत्रीय नेताओं ने पूर्वी डीआरसी में लड़ाकों से तत्काल युद्धविराम की दोबारा अपील की.
डीआरसी ने रवाण्डा सरकार पर M23 विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाया है, लेकिन किगाली के अधिकारियों ने इस आरोप को पूरी तरह नकार दिया है.
M23 ने पिछले अक्टूबर से पूर्वी DRC में उत्तरी कीवू प्रांत के कई क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया है, जिससे प्रांतीय राजधानी पर हमले का ख़तरा बढ़ गया है.
पिछले साल मार्च से, प्रांत में चल रहे गहन टकराव से 5 लाख से अधिक लोगों के विस्थापित होने की ख़बर है. वहीं इस सप्ताह की शुरूआत में, पोप फ्राँसिस, पहली बार डीआरसी की यात्रा पर पहुँचे और हिंसा को समाप्त करने का आहवान किया. नवम्बर में हुए एक समझौते के तहत विद्रोही, पीछे हटने के लिये सहमत हो गए थे, लेकिन यह समझौता कारगर साबित नहीं हुआ.
संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि और काँगो में यूएन स्थिरता मिशन – MONUSCO की मुखिया, बिन्तोऊ केटा ने दिसम्बर में सुरक्षा परिषद को जानकारी दी और राजदूतों को बताया कि पिछले कुछ हफ़्तों में सुरक्षा स्थिति "नाटकीय रूप से बिगड़ गई" है.
एंतोनियो गुटेरेश ने अपने वक्तव्य में, मृतक शान्तिरक्षक के परिवार और दक्षिण अफ़्रीका की सरकार व लोगों के प्रति अपनी गहरी सम्वेदना व्यक्त की. साथ ही उन्होंने हेलीकॉप्टर की साहसपूर्वक लैण्डिंग की सराहना की व इस हादसे में घायल शान्तिरक्षकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
उन्होंने याद दिलाया कि शान्तिरक्षकों के ख़िलाफ़ इस तरह के हमलों को "अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत युद्ध अपराध की श्रेणी में रखा जा सकता है." उन्होंने काँगो के अधिकारियों से जघन्य हमले की जाँच करने और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाने की अपील की.
वक्तव्य में कहा गया, "महासचिव दोबारा पुष्टि करते हैं कि संयुक्त राष्ट्र, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में अपने विशेष प्रतिनिधि के ज़रिये, "देश के पूर्वी हिस्से में शान्ति व स्थिरता लाने के प्रयासों में" काँगो सरकार व लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा."